देहरादून: उत्तराखंड पुलिस अब कानूनी संस्थानों से मिलते- जुलते नामों वाले फर्जी संस्थाओं के खिलाफ सख्त रुख अपनाने जा रही है. इसके तहत पुलिस विभाग, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, सतर्कता, एंटी करप्शन जैसे नामों वाले फर्जी संस्थाओं पर शिकंजा कसने जा रही है. इसके लिए पुलिस मुख्यालय ने सभी जिला पुलिस प्रभारियों को दिशा-निर्देश जारी कर दिया है. साथ ही इन संस्थानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश भी जारी किए हैं.
देश में इन सभी फर्जी संस्थानों की आड़ में जबरन वसूली और दबाव बनाकर लोगों को धोखाधड़ी के मामले आ रहे थे. जिसके बाद पुलिस अब इन कानूनी संस्थानों के नाम से मिलते-जुलते फर्जी संस्थाओं के चेयरमैन, अध्यक्ष, मेंबर, ऑफिसर और कर्मचारी समेत अन्य लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने जा रही है.
पुलिस के मुताबिक आये दिन पुलिस विभाग और अन्य विभागों से संबंधित कार्यों में हस्तक्षेप करने और संचालक द्वारा संस्था के नाम पर विभिन्न कार्यों में अनावश्यक हस्तक्षेप कर अनुचित लाभ लेने के मामले सामने आ रहे थे. साथ ही ये संस्थाएं कई बार पुलिस प्रशासन की व्यवस्था को भी प्रभावित करते पाये गए थे. इसी को देखते हुए पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने पूरे प्रदेश में एक विशेष अभियान के तहत फर्जी संस्थाओं पर कार्रवाई करने के सख्त निर्देश दिए हैं.
वहीं, मामले पर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार का कहना है कि इसके लिए सभी जिलों के पुलिस प्रभारियों को निर्देश जारी कर दिये हैं. इस दौरान किसी भी संस्था, संगठन द्वारा राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग, एंटी करप्शन आदि जैसे मिलते-जुलते फर्जी संस्थानों की जांच-पड़ताल कर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी. साथ ही स्टेटस सिंबल के लिए वाहनों में इन संस्थाओं से मिलते-जुलते प्रतीक नेम पट्टी प्लेट वाहनों पर एमवी एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने जनता से फर्जी संस्थाओं के विरुद्ध धोखाधड़ी की शिकायतों को नजदीकी पुलिस स्टेशन में सूचना देने की अपील की है. जिससे उनके खिलाफ कार्रवाई किया जा सके.