देहरादून: जी 20 शिखर सम्मेलन के दौरान विदेशी मेहमानों को बेहतर अनुभव कराने के लिए जहां धामी सरकार तैयारियों को पुख्ता करने के लिए हर संभव प्रयास किया है.वहीं इस पूरे आयोजन के दौरान उत्तराखंड पुलिस का भी काफी अहम योगदान रहा. न केवल विदेशी मेहमानों की सुरक्षा बल्कि ट्रैफिक प्लान से लेकर अच्छे कम्युनिकेशन के मामले में भी पुलिस ने प्रशिक्षण के माध्यम से बेहतर काम किया.
इस बार भारत जी 20 समिट की मेजबानी कर रहा है. इस दौरान उत्तराखंड में भी जी 20 के तीन कार्यक्रम प्रस्तावित किए गए. इस दौरान जी 20 की दो बैठकों को बेहद सफलता के साथ पूरा भी किया जा चुका है. जबकि जून में होने वाले उत्तराखंड के आखिरी जी20 कार्यक्रम की तैयारियां जोरों से चल रही है. इस बीच उत्तराखंड पुलिस के करीब 550 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को इन कार्यक्रमों के लिए प्रशिक्षित किया गया है. इसके तहत पुलिस के जवानों को पर्सनल स्किल डेवलप करने का प्रशिक्षण दिया गया. इसमें अंग्रेजी भाषा का ज्ञान भी पुलिसकर्मियों ने लिया. साथ ही बिहेवियर पैटर्न को भी पुलिसकर्मियों ने जाना. पुलिसकर्मियों ने इस दौरान मेहमान नवाजी के गुर भी सीखें और सॉफ्ट स्किल के तहत मेहमानों से बेहतर तरीके से बात करने और उनकी बातों को समझने का भी प्रशिक्षण लिया.
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उधर ड्यूटी के दौरान आकर्षक दिखने और बेहतर पर्सनैलिटी के साथ क्षेत्रीय जानकारियां जिसमें भौगोलिक और सांस्कृतिक जानकारियों को भी पुलिसकर्मियों के प्रशिक्षण में शामिल किया गया. जी 20 समिति की बैठकों में ड्यूटी देने वाले पुलिसकर्मियों को इसकी अहमियत और जी 20 देशों के मेहमानों की जानकारी देने का भी काम किया गया. बता दें कि उत्तराखंड में जी 20 समिट की पहली बैठक रामनगर में 26 से 28 मार्च के बीच हुई थी. जिसमें चीज साइंस एडवाइजर राउंड टेबल कार्यक्रम किया गया था, इसे सबसे अहम बैठक माना गया है. इसके बाद दूसरी बैठक हाल ही में 25 से 27 मई के बीच हुई है. इसमें वर्किंग ग्रुप ऑन एंटी करप्शन के तहत बैठक की गई और यह बैठक ऋषिकेश में आहूत की गई.
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जबकि तीसरी बैठक 26 से 28 जून के बीच होनी है जिसे ऋषिकेश में ही आयोजित किया जाएगा. इसके लिए प्रशिक्षित जवानों की ड्यूटी यहां लगाई जाएगी. पुलिस के जवानों को प्रशिक्षण के लिए महत्व के इंट डिपार्टमेंट की अहम भूमिका रही है. इस दौरान कम पुलिसकर्मियों के साथ बेहतर पुलिसिंग को ध्यान में रखा गया. G20 के तीसरे कार्यक्रम में पुलिस के जवान सुरक्षा को लेकर कम दिखाई देंगे. लेकिन सुरक्षा पहले से भी पुख्ता होगी, इसके अलावा किसी भी मेहमान की जरूरत के दौरान फौरन उपलब्धता और इफेक्टिव पॉलीसिंग भी दिखाई देगी. जिसके लिए करीब 550 पुलिसकर्मी तैयार किये गए हैं.