देहरादून: पुलिस मुख्यालय ने ऐसे पुलिसकर्मी जिनकी आयु 55 वर्ष से अधिक है, साथ ही जो महिलाएं गर्भवती या जिन महिलाओं का शिशु 1 वर्ष से कम अवधि का है. उन सभी को कोविड-19 फ्रंटलाइन ड्यूटी से मुक्त रखे जाने के आदेश जारी किए हैं. मुख्यालय आदेश अनुसार ऐसे कर्मचारियों को जनसंपर्क ड्यूटी से अलग कर ऐसे कार्य में तैनाती देने के आदेश दिए हैं. जहां जनसंपर्क का काम न हो. बता दें वर्तमान समय में उत्तराखंड पुलिस विभाग में 2000 से अधिक पुलिस कर्मचारी कोविड-19 संक्रमित हो हो चुके हैं.
उत्तराखंड में लगातार कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में राज्य के सभी जिलों में फ्रंटलाइन वॉरियर्स के रूप में सड़क से लेकर संवेदनशील स्थानों तक ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मी भी लगातार कोरोना की चपेट में आते जा रहे हैं. फ्रंटलाइन ड्यूटी के दौरान अलग-अलग चौक-चौराहों से लेकर राज्य की सीमाओं के बैरियर चेकिंग, अस्पताल ड्यूटी के साथ ही शमशान घाट और दाह संस्कार जैसे स्थानों में तैनाती के कारण पुलिस कर्मी एक के बाद एक संक्रमित हो रहे हैं. वर्तमान समय में उत्तराखंड पुलिस विभाग में 2000 से अधिक पुलिस कर्मचारी कोविड-19 संक्रमित हो हो चुके हैं.
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23 मार्च से 17 मई तक 4 करोड़ 71 लाख की चालान वसूली
राज्य भर में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के तहत 17 मई 2021 तक मास्क ना पहनने वाले 1 लाख 19 हज़ार 876 लोगों का चालान काटा जा चुका है, जबकि सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का उल्लंघन के तहत 1 लाख 63 हजार 538 लोगों का चालान कर जुर्माना वसूला जा चुका है. ऐसे में कोरोना स्वास्थ्य गाइडलाइंस उल्लंघन करने के चलते 23 मार्च 2021 से 17 मई 2021 तक कुल 2लाख 93 हजार 189 लोगों पर चालान की कार्रवाई कर अब तक 4 करोड़ 71 लाख 14 हजार की धनराशि जुर्माने के रूप में वसूली जा चुकी है. वही इस दौरान 4 लाख 82 हजार 108 मास्क भी पुलिस कार्रवाई में वितिरत किये जा चुके हैं.