देहरादून: आरटीओ कार्यालय देहरादून में तैनात आरआई आलोक सिंघल के घर कई महीने पहले हुए डकैती के मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है. आलोक सिंघल की पत्नी रीमा सिंघल ने पुलिस को जो तहरीद दी थी उसी को आधार बनाकर मुकदमा दर्ज किया गया है.
इससे पहले डकैती की रकम को लेकर असमंजस में पड़ी पुलिस खुद ही वादी (पार्टी) बनकर मुकदमा दर्ज करने का मन बना रही थी. आरटीओ कर्मी की पत्नी ने पुलिस को जो तहरीर दी थी उसकी जांच एसपी सिटी श्वेता चौबे को दी गई थी. जांच पूरी होने के बाद मुकदमा दर्ज किया गया है. इस मामले में आयकर विभाग ने भी देहरादून पुलिस को पत्र लिखकर जांच से सम्बंधित जानकारी मांगी है.
इस मामले में देहरादून एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि आरटीओ कर्मचारी की पत्नी ने जो तहरीर दी थी. उसमें दर्शायी गई रकम और पुलिस जांच पड़ताल में जो रकम सामने आई थी उसमें बहुत बड़ा फर्क था. ऐसे में एसपी सिटी ने जांच की और अब मुकदमा दर्ज कर आगे सही तथ्यों को जोड़ कर कार्रवाही की जाएगी. जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसी के हिसाब से कोर्ट में चार्च शीट दाखिल की जाएगी.
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बता दें कि अभिमन्यु क्रिकेट एकेडमी संचालक आरपी ईश्ववरन के घर हुई डकैती के मामले में पुलिस ने कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया था. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि कुछ दिनों पहले उन्होंने एक आरटीओ कर्मी के यहां भी 1 करोड़ 38 लाख रुपए की डकैती डाली थी, लेकिन पुलिस को ताज्जुब तब हुआ था, जब उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस में नहीं की. हालांकि पुलिस ने जब आरटीओ कर्मी से पूछताछ की तो उन्होंने पुलिस को बताया कि बदमाशों ने उनके बेटे को जान से मारने की धमकी दी थी. इसीलिए उन्होंने इस बारे में कुछ नहीं बताया.
हालांकि बाद में आरटीओ कर्मी आलोक सिंघल की पत्नी पुलिस को इस संबंध में तहरीर दी थी. लेकिन तहरीर में आरटीओ कर्मी की पत्नी डकैती की रकम 20 से 25 लाख रुपए बताया था. जिसके बाद पुलिस बदमाशों के दिए गए बयान और पीड़ित पक्ष की ओर से दी गई तहरीर का सच जानने के लिए मामले की जांच एसपी सिटी श्वेता चौबे को दी गई थी.