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शीतकालीन सत्र का पहला दिन रहेगा हंगामेदार, ट्रांसपोर्ट यूनियन भी करेगा चक्का जाम - winter session of the Vidhansabha

शीतकालीन विधानसभा सत्र (winter session of uttarakhand assembly) के दौरान सदन से लेकर सड़क तक हंगामे के आसार हैं. जिसे देखते हुए पुलिस ने कमर कस ली है. विधानसभा सत्र के पहले दिन ट्रांसपोर्ट यूनियन विधानसभा का घेराव (Transport union will gherao the assembly) करेगी. इस वजह से प्रदेशभर में गाड़ियों के चक्के जाम भी रहेंगे. इसके साथ ही कांग्रेस ने भी शीतकालीन विधानसभा सत्र (winter session of uttarakhand assembly) के दौरार धामी सरकार को घेरने की पूरी तैयारी कर ली है.

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शीतकालीन सत्र के हंगामेदार रहने के आसार
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Published : Nov 28, 2022, 7:45 PM IST

Updated : Nov 28, 2022, 8:19 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में 29 नवंबर से आगामी 5 दिसंबर 2022 तक चलने वाले शीतकालीन विधानसभा सत्र (winter session of uttarakhand assembly) के दौरान सदन से लेकर सड़क तक हंगामे के आसार हैं. मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस सहित उत्तराखंड क्रांति दल आम आदमी पार्टी और अन्य संगठन विधानसभा घेराव की तैयारी में है. विगत वर्षों की तुलना इस बार विधानसभा घेराव के दौरान सड़क पर धरना प्रदर्शन में किसी तरह की शांति व्यवस्था भंग ना हो, इसको लेकर पुलिस विभाग भारी पुलिस बल (Police preparations for assembly session) के साथ कि ड्रोन कैमरे से हर गतिविधि पर नजर बनाने की तैयारी में है.

विधानसभा सत्र के पहले दिन ट्रांसपोर्ट यूनियन करेगी विधानसभा घेराव: विधानसभा सत्र के पहले दिन 29 नवंबर को सबसे पहले राज्य भर के ट्रांसपोर्ट यूनियन सहित ऑटो बस विक्रम संचालक ऑटोमेटिक फिटनेस योजना के विरोध में सड़कों पर उतर कर धरने प्रदर्शन के जरिए विधानसभा घेराव (Transport union will gherao the assembly) करेगी. इसके लिए देहरादून एसएसपी ने 2 दिन पहले ही विधानसभा के दौरान अपनी अपनी मांगों को लेकर रैली प्रदर्शन करने वाले पार्टियों और संगठनों से शांतिपूर्ण ढंग से अपनी बात रखने की अपील की है.

शीतकालीन सत्र के हंगामेदार रहने के आसार

29 नवंबर को उत्तराखंड परिवहन महासंघ ने पूरे प्रदेश में चक्का जाम करने का ऐलान किया है. हजारों परिवहन व्यवसाई अपने वाहनों को घर पर खड़ा कर देहरादून में विधानसभा का घेराव करेंगे. परिवहन व्यवसाई कमर्शियल वाहनों को ऑटोमेटिक फिटनेस सेंटर में ले जाने और 10 वर्ष की आयु पूरी कर चुके डीजल से चलित टेंपो को बिना नीति बनाएं चलन से बाहर करने का विरोध कर रहे हैं.
पढे़ं- शीतकालीन सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक, कार्यमंत्रणा में एजेंडा तय, सदन में आएंगे ये अध्यादेश-विधेयक

धारा 144 के बावजूद धरना प्रदर्शन: विधानसभा भवन के 300 मीटर के दायरे में जिला प्रशासन द्वारा धारा 144 लगा दी गई है. फलक इसके बावजूद सत्र से 1 दिन पहले विधानसभा के बाहर राज्य आंदोलनकारियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ 10 फीसदी क्षैतिज आरक्षण की मांग को लेकर जमकर धरना प्रदर्शन किया.वहीं, विधानसभा सत्र के दौरान विपक्षी पार्टी और संगठनों के धरना प्रदर्शन घेराव को देखते हुए रिस्पना पुल देहरादून आईएसबीटी और हरिद्वार रोड स्थित विधानसभा जाने वाले मार्ग पर पुलिस द्वारा बेरिकेटिंग लगा पुख्ता कानून व्यवस्था की तैयारियां पूरी की गई हैं.

सदन और सड़क पर होगा पुरज़ोर विरोध: उधर, विधानसभा सत्र(winter session of uttarakhand assembly) के दौरान सदन से लेकर सड़क तक मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने Uksssc पेपर लीक, विधानसभा भर्ती घोटाले, अंकिता हत्याकांड, अग्निवीर भर्ती के लिए निकले केदार की असमय मौत,गैरसैंण राजधानी और राज्य युवाओं को 10 फीसदी क्षैतिज आरक्षण आरक्षण जैसे कई मुद्दों को लेकर विधानसभा सदन और सड़क में धरना प्रदर्शन कर घेराव की तैयारी की है. कांग्रेस नेता प्रीतम सिंह के मुताबिक उनकी पार्टी ने जिस तरह से मौजूदा राज्य सरकार के जनविरोधी नीतियों को लेकर सचिवालय घेराव किया था उसी तर्ज पर 29 नवंबर से होने वाले विधानसभा सत्र में सदन से लेकर सड़क तक गिरने का पूरा रोड मैप तैयार किया है.
पढे़ं- 'बवाली' बाबा के बयान पर फिर मचा घमासान, विवादों से रामदेव का रहा है पुराना नाता!

गैरसैंण में विधानसभा सत्र से क्यों भाग रही हैं भाजपा: कांग्रेस प्रवक्ता शीशपाल बिष्ट मुताबिक राज्य में कानून व्यवस्था के संबंध में अंकिता हत्याकांड की सीबीआई मांग और ऋषिकेश में केदार सिंह की मौत सहित कानून व्यवस्था बेहतर करने को लेकर सरकार को कांग्रेस पार्टी सदन से सड़क तक हल्लाबोल की तैयारी में है. बिष्ट के मुताबिक मौजूदा भाजपा सरकार राज्य वासियों की जन भावनाओं से खिलवाड़ करते हुए गैरसेंण विधानसभा में सत्र कराने से लगातार बचती आ रही है. यही कारण है कि गैरसैंण जैसे पहाड़ी क्षेत्र विकास पिछड़ रहा है. मात्र शीतकालीन राजधानी बनाने से बात नहीं बनेगी.गैरसैंण को राजधानी घोषित कर भाजपा को अपना जन भावना का पूरा करना होगा.

देहरादून: उत्तराखंड में 29 नवंबर से आगामी 5 दिसंबर 2022 तक चलने वाले शीतकालीन विधानसभा सत्र (winter session of uttarakhand assembly) के दौरान सदन से लेकर सड़क तक हंगामे के आसार हैं. मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस सहित उत्तराखंड क्रांति दल आम आदमी पार्टी और अन्य संगठन विधानसभा घेराव की तैयारी में है. विगत वर्षों की तुलना इस बार विधानसभा घेराव के दौरान सड़क पर धरना प्रदर्शन में किसी तरह की शांति व्यवस्था भंग ना हो, इसको लेकर पुलिस विभाग भारी पुलिस बल (Police preparations for assembly session) के साथ कि ड्रोन कैमरे से हर गतिविधि पर नजर बनाने की तैयारी में है.

विधानसभा सत्र के पहले दिन ट्रांसपोर्ट यूनियन करेगी विधानसभा घेराव: विधानसभा सत्र के पहले दिन 29 नवंबर को सबसे पहले राज्य भर के ट्रांसपोर्ट यूनियन सहित ऑटो बस विक्रम संचालक ऑटोमेटिक फिटनेस योजना के विरोध में सड़कों पर उतर कर धरने प्रदर्शन के जरिए विधानसभा घेराव (Transport union will gherao the assembly) करेगी. इसके लिए देहरादून एसएसपी ने 2 दिन पहले ही विधानसभा के दौरान अपनी अपनी मांगों को लेकर रैली प्रदर्शन करने वाले पार्टियों और संगठनों से शांतिपूर्ण ढंग से अपनी बात रखने की अपील की है.

शीतकालीन सत्र के हंगामेदार रहने के आसार

29 नवंबर को उत्तराखंड परिवहन महासंघ ने पूरे प्रदेश में चक्का जाम करने का ऐलान किया है. हजारों परिवहन व्यवसाई अपने वाहनों को घर पर खड़ा कर देहरादून में विधानसभा का घेराव करेंगे. परिवहन व्यवसाई कमर्शियल वाहनों को ऑटोमेटिक फिटनेस सेंटर में ले जाने और 10 वर्ष की आयु पूरी कर चुके डीजल से चलित टेंपो को बिना नीति बनाएं चलन से बाहर करने का विरोध कर रहे हैं.
पढे़ं- शीतकालीन सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक, कार्यमंत्रणा में एजेंडा तय, सदन में आएंगे ये अध्यादेश-विधेयक

धारा 144 के बावजूद धरना प्रदर्शन: विधानसभा भवन के 300 मीटर के दायरे में जिला प्रशासन द्वारा धारा 144 लगा दी गई है. फलक इसके बावजूद सत्र से 1 दिन पहले विधानसभा के बाहर राज्य आंदोलनकारियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ 10 फीसदी क्षैतिज आरक्षण की मांग को लेकर जमकर धरना प्रदर्शन किया.वहीं, विधानसभा सत्र के दौरान विपक्षी पार्टी और संगठनों के धरना प्रदर्शन घेराव को देखते हुए रिस्पना पुल देहरादून आईएसबीटी और हरिद्वार रोड स्थित विधानसभा जाने वाले मार्ग पर पुलिस द्वारा बेरिकेटिंग लगा पुख्ता कानून व्यवस्था की तैयारियां पूरी की गई हैं.

सदन और सड़क पर होगा पुरज़ोर विरोध: उधर, विधानसभा सत्र(winter session of uttarakhand assembly) के दौरान सदन से लेकर सड़क तक मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने Uksssc पेपर लीक, विधानसभा भर्ती घोटाले, अंकिता हत्याकांड, अग्निवीर भर्ती के लिए निकले केदार की असमय मौत,गैरसैंण राजधानी और राज्य युवाओं को 10 फीसदी क्षैतिज आरक्षण आरक्षण जैसे कई मुद्दों को लेकर विधानसभा सदन और सड़क में धरना प्रदर्शन कर घेराव की तैयारी की है. कांग्रेस नेता प्रीतम सिंह के मुताबिक उनकी पार्टी ने जिस तरह से मौजूदा राज्य सरकार के जनविरोधी नीतियों को लेकर सचिवालय घेराव किया था उसी तर्ज पर 29 नवंबर से होने वाले विधानसभा सत्र में सदन से लेकर सड़क तक गिरने का पूरा रोड मैप तैयार किया है.
पढे़ं- 'बवाली' बाबा के बयान पर फिर मचा घमासान, विवादों से रामदेव का रहा है पुराना नाता!

गैरसैंण में विधानसभा सत्र से क्यों भाग रही हैं भाजपा: कांग्रेस प्रवक्ता शीशपाल बिष्ट मुताबिक राज्य में कानून व्यवस्था के संबंध में अंकिता हत्याकांड की सीबीआई मांग और ऋषिकेश में केदार सिंह की मौत सहित कानून व्यवस्था बेहतर करने को लेकर सरकार को कांग्रेस पार्टी सदन से सड़क तक हल्लाबोल की तैयारी में है. बिष्ट के मुताबिक मौजूदा भाजपा सरकार राज्य वासियों की जन भावनाओं से खिलवाड़ करते हुए गैरसेंण विधानसभा में सत्र कराने से लगातार बचती आ रही है. यही कारण है कि गैरसैंण जैसे पहाड़ी क्षेत्र विकास पिछड़ रहा है. मात्र शीतकालीन राजधानी बनाने से बात नहीं बनेगी.गैरसैंण को राजधानी घोषित कर भाजपा को अपना जन भावना का पूरा करना होगा.

Last Updated : Nov 28, 2022, 8:19 PM IST
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