देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर बाबा केदार के डिजिटल दर्शन किए हैं. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह और तमाम अधिकारियों के साथ पीएमओ के अधिकारियों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों और व्यवस्थाओं का प्रेजेंटेशन दिया.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तराखंड के अधिकारियों ने पीएम मोदी और पीएमओ के अधिकारियों को केदारनाथ से जुड़ी तमाम जानकारियां दीं. बैठक शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगवान केदार के डिजिटल दर्शन किए. पीएम मोदी ने दिल्ली में बैठकर हाथ जोड़कर बाबा केदार को प्रणाम किया. उसके बाद पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से कहा कि आप लोग भाग्यशाली हैं कि आप बाबा केदार की पवित्र भूमि पर रहते हैं.
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि पवित्र सावन मास में केदारनाथ धाम में हो रहे विकास कार्यों और धाम की दिव्यता को बढ़ाने के लिए चल रहे प्रयासों की समीक्षा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है. केदारनाथ मंदिर और जगद्गुरु आदि शंकराचार्य के समाधि स्थल की दिव्यता बढ़े, स्वच्छता को केंद्र में रखकर और व्यापक विकास हो, इन पर भी बात हुई. मुझे विश्वास है कि बाबा के आशीर्वाद से केदारनाथ धाम के अलौकिक स्वरूप में और भी वृद्धि होगी.
पीएम मोदी ने कहा कि बाबा केदार के दर्शन मात्र से करोड़ों श्रद्धालुओं को अपूर्व ऊर्जा मिलती है. यात्रियों को गौरीकुंड-केदारनाथ मार्ग पर सभी सुविधाएं मिलें, टेक्नोलॉजी के द्वारा तीर्थ के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्त्व को दिखाया जाए, ऐसी व्यवस्थाएं विकसित हों, इनको लेकर भी विस्तृत समीक्षा की गई.
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बैठक के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ में बनने वाले म्यूजियम के प्रेजेंटेशन की सराहना की. इसके साथ ही पीएम ने केदारनाथ यात्रा के संबंध में कई सुझाव त्रिवेंद्र सरकार को भी दिए. जिसमें मुख्य रूप से यात्रा मार्ग पर घोड़े, खच्चर की वजह से यात्रियों को आने वाली दिक्कतों को दूर करने, मौसम खराब होने पर यात्रियों के लिए डॉरमेट्री बनाने के निर्देश दिए गए हैं.
बैठक के बाद सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि केदारनाथ घाटी में संग्रहालय निर्माण सहित बीती बैठक में तय हुई बिंदुओं पर चर्चा की गई. सीएम के मुताबिक केदारनाथ यात्रा मार्गों पर ऐसे वास्तुकला का निर्माण किया जाएगा, जिसमें अध्यात्म झलके. इसके साथ ही संग्रहालय बनाने का प्रस्तुतीकरण भी दिया गया है. साथ ही यात्रा मार्गों और यात्रियों की व्यवस्थाओं को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई सुझाव भी दिए.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मौजूद रहे मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने बताया कि केदारनाथ घाटी में चले पर निर्माण कार्यों की समय सीमा पहले से ही तय है, जिसकी जानकारी पीएम मोदी को बीते 10 जून को हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में दी जा चुकी है. जिसमें सरस्वती नदी के घाट निर्माण और आस्था पथ का निर्माण कार्य करने की तिथि 30 जून तक रखी गई थी, जो पूरा हो चुका है. इसी तरह केदारनाथ धाम में चल रहे निर्माण कार्य के तमाम कार्य जुलाई, अगस्त और सितंबर महीने में पूरे होने हैं.
पीएम मोदी ने 35 दिन में दूसरी बार बाबा केदार के पुनर्निर्माण के कार्य और वहां चल रही तमाम व्यवस्थाओं का जायजा लिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का केदारनाथ से विशेष लगाव है. शायद यही कारण है कि कोरोना काल के दौरान भी उन्होंने बाबा केदार के डिजिटल दर्शन करके देश-दुनिया के लिए प्रार्थना की थी.