देहरादून: भारत में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच बाबा रामदेव की 'कोरोनिल' दवा कुछ घंटों के लिए ही देश को राहत दे पाई. हालांकि लॉन्चिंग के कुछ घंटों बाद ही पतंजलि की कोरोना वायरस की दवा 'कोरोनिल' पर पेंच फंस गया. एक तरफ बाबा रामदेव 'कोरोनिल' को कोरोना की दवा होने का दावा कर रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ तौर पर कहा है 'अभी किसी को यह नहीं पता कि कोरोना की दवा कब तक आएगी'.
आत्मनिर्भर भारत कार्यक्रम में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जब तक कोरोना वायरस के लिए एक वैक्सीन विकसित नहीं हो जाती, तब तक सभी को 'दो गज की दूरी' और चेहरे पर मास्क पहनना जरूरी होगा. इस दौरान पीएम ने कहा कि आगे अभी किसी को नहीं पता है कि इस महामारी से कब मुक्ति मिलेगी?
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पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हम सभी ने उतार-चढ़ाव देखा है. हमारे सामाजिक जीवन में कई कठिनाइयां आती रही हैं. लेकिन किसी ने भी नहीं सोचा होगा कि पूरी दुनिया को एक साथ इतने बड़े संकट का सामना करना पड़ेगा. कोरोना से हर कोई प्रभावित है और सभी को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में हम नहीं जानते कि हमें इस बीमारी से राहत कब मिलेगी? इसकी एक दवाई हमें पता है और ये दवाई है 'दो गज की दूरी' और मुंह को कवर करना. जब तक कोरोना की वैक्सीन नहीं बनती, हम इसी दवा से इसे रोक पाएंगे.