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रं समुदाय की मुहिम पर पीएम ने जताई खुशी, कहा- उन्नति के लिए जरुरी है संरक्षण - रंग समुदाय पिथौरागढ़

धारचूला की संस्कृति में रं भाषा का संरक्षण को लेकर पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में खुशी जाहिर की है. इसके चलते पीएम मोदी ने कहा कि उन्नति के लिए भाषा का संरक्षण जरूरी है. वहीं, सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पीएम मोदी को ट्वीट कर आभार जताया.

रं समुदाय द्वारा रंग भाषा को बचाने पर पीएम ने जताई खुशी.
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Published : Nov 24, 2019, 9:18 PM IST

Updated : Nov 25, 2019, 9:33 AM IST

देहरादून: पीएम मोदी का उत्तराखंड प्रेम लगातार बरकार है, जिसकी बानगी एक बार फिर मन की बात कार्यक्रम में सुनने को मिली. पीएम मोदी ने धारचूला संस्कृति का जिक्र करते हुए पूरे उत्तराखंड वासियों के दिल को छू लिया. वहीं, उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पीएम मोदी को रिट्वीट कर आभार जताया है. इसके साथ ही पीएम मोदी ने रं समुदाय के लोगों द्वारा अपनी रंग भाषा के संरक्षण को लेकर काफी खुशी जाहिर की. साथ ही सभी से अपनी निज भाषा को बचाने की अपील की.

pm modi
पीएम नरेंद्र मोदी का ट्वीट.
pmo.
प्रधानमंत्री कार्यालय से ट्वीट.

पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में बताया कि पिथौरागढ़ के रं समुदाय के लोग इस बात से चिंतित थे कि उनकी भाषा बोलने वाले बहुत कम लोग बचे हैं. इसके चलते धीरे-धीरे इनकी मात्र भाषा विलुप्ति की कगार पर है. लेकिन, इस समुदाय ने सामूहिक प्रयास से अपनी स्थानीय भाषा के संरक्षण का काम शुरु कर दिया है. पीएम मोदी ने बताया कि रं समुदाय के लोगों की संख्या लगभग 10 हजार के करीब है, लेकिन समुदाय के हर एक व्यक्ति ने अपनी भाषा को बचाने और बढ़ाने का प्रण लिया है. अपनी भाषा को बचाने के लिए रं समुदाय के 84 वर्षीय दीवान सिंह सहित वैशाली गब्र्याल सहित समुदाय का हर एक व्यक्ति अपनी मात्र भाषा के संरक्षण में जुट गया है. साथ ही व्हाट्सएप, सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी भाषा को बचाने में इस समुदाय ने एक नाजिर पेश की है.

cm triivendra.
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का ट्वीट.

ये भी पढ़ें: देहरादून में विधानसभा सत्र आयोजन पर हमलावर कांग्रेस, कहा- सरकार का चरित्र हो रहा चरित्रार्थ

साथ ही पीएम मोदी ने रं समुदाय द्वारा अपनी मात्र रंग भाषा के लिए किए गए इन प्रयासों को लेकर काफी खुशी जताई. साथ ही बताया कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा साल 2019 को ईयर ऑफ इंडिजिनियस लैंग्वेज घोषित किया है. यानी उन भाषाओं को संरक्षित करने पर जोर दिया जा रहा है, जो विलुप्त होने के कगार पर हैं. पीएम मोदी ने तमाम उदाहरण देते हुए कहा कि बिना अपनी भाषा के उन्नति संभव नहीं है, साथ ही रं समुदाय की इस प्रेरणा दायक कहानी को उन्होंने पूरी दुनिया के लिए मिशाल के तौर पर बताया और सभी से मात्र भाषा के संरक्षण करने की अपील की.

वहीं, अब मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पीएम मोदी द्वारा उत्तराखंड की रं समुदाय के लिए इन प्रेरणादायक कथनों पर आभार जताते हुए ट्वीट के माध्यम से उनका धयन्वाद किया है. साथ ही उत्तराखंड की सभी क्षेत्रीय समुदाय, संस्कृति और वेश-भूषा को संरक्षित करने का संदेश दिया है.

देहरादून: पीएम मोदी का उत्तराखंड प्रेम लगातार बरकार है, जिसकी बानगी एक बार फिर मन की बात कार्यक्रम में सुनने को मिली. पीएम मोदी ने धारचूला संस्कृति का जिक्र करते हुए पूरे उत्तराखंड वासियों के दिल को छू लिया. वहीं, उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पीएम मोदी को रिट्वीट कर आभार जताया है. इसके साथ ही पीएम मोदी ने रं समुदाय के लोगों द्वारा अपनी रंग भाषा के संरक्षण को लेकर काफी खुशी जाहिर की. साथ ही सभी से अपनी निज भाषा को बचाने की अपील की.

pm modi
पीएम नरेंद्र मोदी का ट्वीट.
pmo.
प्रधानमंत्री कार्यालय से ट्वीट.

पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में बताया कि पिथौरागढ़ के रं समुदाय के लोग इस बात से चिंतित थे कि उनकी भाषा बोलने वाले बहुत कम लोग बचे हैं. इसके चलते धीरे-धीरे इनकी मात्र भाषा विलुप्ति की कगार पर है. लेकिन, इस समुदाय ने सामूहिक प्रयास से अपनी स्थानीय भाषा के संरक्षण का काम शुरु कर दिया है. पीएम मोदी ने बताया कि रं समुदाय के लोगों की संख्या लगभग 10 हजार के करीब है, लेकिन समुदाय के हर एक व्यक्ति ने अपनी भाषा को बचाने और बढ़ाने का प्रण लिया है. अपनी भाषा को बचाने के लिए रं समुदाय के 84 वर्षीय दीवान सिंह सहित वैशाली गब्र्याल सहित समुदाय का हर एक व्यक्ति अपनी मात्र भाषा के संरक्षण में जुट गया है. साथ ही व्हाट्सएप, सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी भाषा को बचाने में इस समुदाय ने एक नाजिर पेश की है.

cm triivendra.
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का ट्वीट.

ये भी पढ़ें: देहरादून में विधानसभा सत्र आयोजन पर हमलावर कांग्रेस, कहा- सरकार का चरित्र हो रहा चरित्रार्थ

साथ ही पीएम मोदी ने रं समुदाय द्वारा अपनी मात्र रंग भाषा के लिए किए गए इन प्रयासों को लेकर काफी खुशी जताई. साथ ही बताया कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा साल 2019 को ईयर ऑफ इंडिजिनियस लैंग्वेज घोषित किया है. यानी उन भाषाओं को संरक्षित करने पर जोर दिया जा रहा है, जो विलुप्त होने के कगार पर हैं. पीएम मोदी ने तमाम उदाहरण देते हुए कहा कि बिना अपनी भाषा के उन्नति संभव नहीं है, साथ ही रं समुदाय की इस प्रेरणा दायक कहानी को उन्होंने पूरी दुनिया के लिए मिशाल के तौर पर बताया और सभी से मात्र भाषा के संरक्षण करने की अपील की.

वहीं, अब मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पीएम मोदी द्वारा उत्तराखंड की रं समुदाय के लिए इन प्रेरणादायक कथनों पर आभार जताते हुए ट्वीट के माध्यम से उनका धयन्वाद किया है. साथ ही उत्तराखंड की सभी क्षेत्रीय समुदाय, संस्कृति और वेश-भूषा को संरक्षित करने का संदेश दिया है.

Intro:Note- ख़बर की फीड FTP से (uk_deh_02_dharchula_culture_in_man_ki_baat_vis_byte_7205800) नाम से भेजी गई है।

एंकर- पीएम मोदी का उत्तराखंड प्रेम लगातार बरकार है जिसकी बानगी आज एक बार फिर मन की बात कार्यक्रम में देखने और सुनने को मिली। इस दफा पीएम मोदी ने धारचुला के संस्कृति का जिक्र करते हुए पूरे उत्तराखंड वासियों के दिल को छू दिया तो वहीं उत्तराखंड से सीएम त्रिवेन्द्र रावत ने भी पीएम मोदी को रिट्वीट कर आभार जताया।


Body:वीओ- रविवार को पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम में एक बार फिर उत्तराखंड का जिक्र हुआ और इस बार जिक्र हुआ धारचूला की के रंग समुदाय का। देश की विविधता मैं चार चांद लगाने वाली देश की अलग-अलग भाषाओं के संबंध में पीएम मोदी ने पिथौरागढ़ के रंग समुदाय द्वारा बोली जाने वाली रंगलो भाषा का विशेष जिक्र आज के कार्यक्रम में किया।

पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कहा कि पिथौरागढ़ के रंग समुदाय के लोग इस बात से चिंतित थे कि उनकी भाषा बोलने वाले बहुत कम लोग है और धीरे इनकी मात्र भाषा विलुप्ति की कगार पर थी। फिर इस समुदाय के लोगों के सामूहिक प्रयास से अपनी स्थानीय भाषा के सरक्षण का काम शुरु किया।

पीएम मोदी ने बताया कि रंग समुदाय के लोगों की संख्या लगभग 10 हजार के करीब है लेकिन समुदाय के हर एक व्यक्ति ने अपनी भाषा को बचाने और बढ़ाने का प्रण लिया और सोशल मीडिया को माध्यम बनाया। अपनी भाषा को बचाने के लिए रंग समुदाय के 84 वर्षीय दीवान सिंह सहित कॉलेज में प्रोफेसर 22 वर्षीय वैशाली गब्र्याल सहित समुदाय का हर एक व्यक्ति अपनी मात्र भाषा के सरक्षण में जुट गया और व्हाट्सएप , सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी भाषा को बचाने में इस समुदाय ने एक नाजिर पेश की।

पीएम मोदी ने रंग समुदाय द्वारा अपनी मात्र भाषा रँगलो भाषा के लिए किए गए इन प्रयासों से काफी खुशी जताई और बताया कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा 2019 को यानी इस वर्ष को ईयर ऑफ इंडिजिनियस लेग्वेजिज घोषित किया है यानी उन भाषाओं को सरंक्षित करने पर जोर दिया जा रहा है जो विलुप्त होने के कगार पर है। पीएम मोदी ने तमाम उदाहरण देते हुए कहा कि बिना अपनी मात्र भाषा के उन्नति सम्भव नाही है और रंग समुदाय की इस प्रेरणा दायक कहानी को उन्होंने पूरी दुनिया के लिए मिशाल के तौर पर बताया और सभी को मात्र भाषा को सरक्षण करने की अपील की।

पीएम मोदी द्वारा उत्तराखंड की रंग समुदाय के लिए इन प्रेरणादायक कथनों पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने भी आभार जताते हुए ट्वीट के माध्यम से पीएम मोदी का धयन्वाद किया और उत्तराखंड की सभी क्षेत्रीय समुदाय, संस्कृति और भेष भूषा को सरक्षित करने का संदेश दिया।



Conclusion:
Last Updated : Nov 25, 2019, 9:33 AM IST
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