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कांवड़ यात्रा: अब भगवा वस्त्र पहनकर कोई नहीं कर पाएगा मसूरी में एंट्री - pilgrimage in saffron cloth

देहरादून एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने कहा कि कांवड़ियो पर पूरी तरह नजर रखी जाएगी. उन्हें शहर में घुसने से रोका जाएगा. भगवा कपड़ों में किसी भी व्यक्ति को मसूरी नहीं जाने दिया जाएगा. यदि कोई मसूरी जाना चाहता है तो उसे साधारण कपड़े पहनने होंगे.

फाइल फोटो
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Published : Jul 8, 2019, 8:54 PM IST

Updated : Jul 8, 2019, 9:39 PM IST

देहरादून: हरिद्वार में 17 जुलाई से कांवड़ मेला शुरू होने जा रहा है. मेले को लेकर हरिद्वार और देहरादून में प्रशासन और पुलिस ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं. हरिद्वार के साथ ऋषिकेश और नीलकंड मंदिर में इस दौरान सबसे ज्यादा कांवड़िये आते हैं. पुलिस को उम्मीद है कि पिछले साल के मुकाबले इस बार काफी ज्यादा संख्या में कांवड़िये आ सकते है.

उत्तराखंड पुलिस के लिए पश्चिम यूपी, हरियाणा और राजस्थान से आने वाले कावड़ियों को काबू में रखना हमेशा चुनौती भरा रहता है. यूपी और हरियाणा से आने वाले अधिकतर कांवड़िये नीलकंठ में जल चढ़ाने के बाद मसूरी का रुख करते हैं. ऐसे में कई बार कांवड़िए मसूरी में जाकर हुड़दंग मचाने का काम करते है, लेकिन इस बार एसएसपी ने फरमान जारी कर दिया है कि अगर किसी कावड़ियों को मसूरी जाना होगा तो अपने भगवा वस्त्र बदल कर साधारण वस्त्रों में जाए. भगवा वस्त्रों में कावड़ियों का मसूरी में प्रवेश बिल्कुल बंद रहेगा.

देहरादून एसएसपी निवेदिता कुकरेती

पढ़ें- उत्तराखंडः UAE के प्रिंस प्रतिनिधि मो. अली पहुंचे भगवान तुंगनाथ के दरबार, दान की खास चीज

मसूरी में कांवड़ियों के प्रवेश को रोकने के लिए पांच बैरिकेट लगाए जाएंगे. इन बैरिकेट पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. हर बार कांवड़िये किसी न किसी तरह मसूरी पहुंच जाते हैं और हुड़दंग करते हैं. इससे न सिर्फ वहां के स्थानीय लोगों को परेशानी होती है, बल्कि बाहर आए पर्यटकों को भी दिक्कतों को सामना करना पड़ता है. कई बार तो मारपीट तक की नौबत आ जाती है. इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए देहरादून पुलिस ने ये नियम बनाया है.

देहरादून एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने कहा कि कांवड़ियो पर पूरी तरह नजर रखी जाएगी. उन्हें शहर में घुसने से रोका जाएगा. भगवा कपड़ों में किसी भी व्यक्ति को मसूरी नहीं जाने दिया जाएगा. यदि कोई मसूरी जाना चाहता है तो उसे साधारण कपड़े पहनने होंगे.

पढ़ें- आजादी के सात दशक बाद भी नहीं पहुंची गांव तक रोड, भूख हड़ताल पर बैठे लोग

कावड़ मेले को देखते हुए इस साल भी अतिरिक्त फोर्स बुलाई गई है, जोकि हरिद्वार, ऋषिकेश, टिहरी व पौड़ी भेजी जाएगी. साथ ही ऋषिकेश क्षेत्र देहरादून के काफी महत्वपूर्ण हो जाता है. क्योंकि सभी कावड़िये ऋषिकेश से होकर नीलकंठ जाते हैं. ऋषिकेश और रायवाला को पांच सुपर जोन और 22 सेक्टर में बांटा गया है. पांच जगह बैरियर लगाए गए हैं, जहां सीसीटीवी कैमरों के निगरनी रखी जाएगी.

देहरादून: हरिद्वार में 17 जुलाई से कांवड़ मेला शुरू होने जा रहा है. मेले को लेकर हरिद्वार और देहरादून में प्रशासन और पुलिस ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं. हरिद्वार के साथ ऋषिकेश और नीलकंड मंदिर में इस दौरान सबसे ज्यादा कांवड़िये आते हैं. पुलिस को उम्मीद है कि पिछले साल के मुकाबले इस बार काफी ज्यादा संख्या में कांवड़िये आ सकते है.

उत्तराखंड पुलिस के लिए पश्चिम यूपी, हरियाणा और राजस्थान से आने वाले कावड़ियों को काबू में रखना हमेशा चुनौती भरा रहता है. यूपी और हरियाणा से आने वाले अधिकतर कांवड़िये नीलकंठ में जल चढ़ाने के बाद मसूरी का रुख करते हैं. ऐसे में कई बार कांवड़िए मसूरी में जाकर हुड़दंग मचाने का काम करते है, लेकिन इस बार एसएसपी ने फरमान जारी कर दिया है कि अगर किसी कावड़ियों को मसूरी जाना होगा तो अपने भगवा वस्त्र बदल कर साधारण वस्त्रों में जाए. भगवा वस्त्रों में कावड़ियों का मसूरी में प्रवेश बिल्कुल बंद रहेगा.

देहरादून एसएसपी निवेदिता कुकरेती

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मसूरी में कांवड़ियों के प्रवेश को रोकने के लिए पांच बैरिकेट लगाए जाएंगे. इन बैरिकेट पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. हर बार कांवड़िये किसी न किसी तरह मसूरी पहुंच जाते हैं और हुड़दंग करते हैं. इससे न सिर्फ वहां के स्थानीय लोगों को परेशानी होती है, बल्कि बाहर आए पर्यटकों को भी दिक्कतों को सामना करना पड़ता है. कई बार तो मारपीट तक की नौबत आ जाती है. इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए देहरादून पुलिस ने ये नियम बनाया है.

देहरादून एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने कहा कि कांवड़ियो पर पूरी तरह नजर रखी जाएगी. उन्हें शहर में घुसने से रोका जाएगा. भगवा कपड़ों में किसी भी व्यक्ति को मसूरी नहीं जाने दिया जाएगा. यदि कोई मसूरी जाना चाहता है तो उसे साधारण कपड़े पहनने होंगे.

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कावड़ मेले को देखते हुए इस साल भी अतिरिक्त फोर्स बुलाई गई है, जोकि हरिद्वार, ऋषिकेश, टिहरी व पौड़ी भेजी जाएगी. साथ ही ऋषिकेश क्षेत्र देहरादून के काफी महत्वपूर्ण हो जाता है. क्योंकि सभी कावड़िये ऋषिकेश से होकर नीलकंठ जाते हैं. ऋषिकेश और रायवाला को पांच सुपर जोन और 22 सेक्टर में बांटा गया है. पांच जगह बैरियर लगाए गए हैं, जहां सीसीटीवी कैमरों के निगरनी रखी जाएगी.

Intro:17 जुलाई से कावड़ मेले की सुरक्षा को लेकर पुलिस ने अपनी सभी तैयारी कर ली है।इस बार पिछली बार से ज़्यादा लोगो के आने की उम्मीद है।उत्तराखंड पुलिस ने पश्चिम यूपी,हरियाणा से आने वाले कावड़ियों को काबू में रखना हमेशा चुनोती रहती है।और यूपी और हरियाणा से आने वाले अधिकतर युवक नीलकंठ में जल चढ़ाने के बाद मसूरी का रुख करते है।और मसूरी में जाकर हुड़दंग मचाने का काम करते है,लेकिन इस बार एसएसपी ने फरमान जारी कर दिया है कि अगर किसी कावड़ियों को मसूरी जाना होगा तो अपने भगवा वस्त्र बदल कर साधारण वस्त्रों में जाना होगा साथ ही भगवा वस्त्रों में कावड़ियों का मसूरी में प्रवेश बिल्कुल बन्द रहेगा।


Body:मसूरी में कावड़ियों के प्रवेश को रोकने के लिए पांच प्रवेश द्वार बनाये जा रहे है।और इन प्रवेश द्वार में सीसीटीवी भी लागये जाएंगे।पिछले बार को देखते हुए एसएसपी ने कावड़ियों के मसूरी जाने वालो के लिए सख्त मूड में है।हर बार किसी न किसी तरह कावड़िये मसूरी पहुंच जाते है और हुड़दंग मचाने का काम करते है।जिस कारण देहरादून पुलिस का कावड़ियों के साथ अनुभव बहुत अच्छा नही रहा है।पुलिस द्वारा कावड़ियों को नज़र रखी जायेगी और उन्हें शहर में घुसने से रोका जाएगा। इस दौरान भगवा पहने हुए किसी भी व्यक्ति को शहर में नहीं जाने दिया जाएगा,कांवड लेकर आने वाले अगर मसूरी जाना चाहते हैं तो उन्हें कपड़े बदलने होंगे,भगवा का प्रवेश मसूरी में बंद रहेगा।


Conclusion:एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि कावड़ में हर साल की तरह इस साल भी बाहर से अतिरिक्त फोर्स बुलाई गई है,जो कि हरिद्वार टिहरी पौड़ी भेजी जाएगी।साथ ही ऋषिकेश क्षेत्र हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है,क्योंकि सभी कावड़िए ऋषिकेश से होकर नीलकंठ जाते हैं।इसमें ऋषिकेश और रायवाला में पांच सुपर जोन ओर 22 सेक्टर में बांटा गया है। इसमें हमारे पांच जगह बैरियर लगाए जाएंगे जिनमें सीसीटीवी कैमरे और लाउडहैलमस लगाई गए हैं।जिससे कांवड़ियों को शहर में जाने से रोका जाएगा साथ ही मसूरी में भी कावड़ियो को जाने से रोका जाएगा।ओर कोई कावड़िए मसूरी जाना चाहता है तो अपने साधारण वस्त्रों में जा सकते हैं और अगर कोई भगवा वस्त्र पहनकर में मसूरी में जाएगा तो उसे पुलिस द्वारा रोका जाएगा।

बाइट-निवेदिता कुकरेती(एसएसपी)
Last Updated : Jul 8, 2019, 9:39 PM IST
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