देहरादून: विश्व बाघ दिवस पर राजधानी के एक निजी होटल में बाघ जागरूकता को लेकर एक फोटो प्रदशर्नी का आयोजन किया गया. इस प्रदर्शनी का आयोजन दून आर्ट काउंसिल और वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा संयुक्त रूप से किया गया है. वहीं, इस प्रदर्शनी का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि सचिव मुख्यमंत्री आर मीनाक्षी सुंदरम और अपर प्रमुख वन संरक्षक वन्यजीव प्रशासन रंजन कुमार मिश्रा ने किया.
बता दें कि उत्तराखंड में बाघ संरक्षण के लिए 'फियरलेस बाघ' नाम से शुरू हुई यह फोटो प्रदर्शनी आगामी 16 अगस्त तक जारी रहेगी. इस मौके पर सचिव मुख्यमंत्री आर मीनाक्षी सुंदरम ने प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए कहा कि यह सराहनीय प्रयास है. इससे आम जनमासन के साथ ही भावी पीढ़ी में बाघ संरक्षण को लेकर जागरूकता आएगी. उन्होंने कहा पिछले कुछ सालों में बाघ संरक्षण की दिशा में उत्तराखंड ने काफी अच्छा काम किया है. हमारे जिम कॉर्बेट में टाइगर की संख्या बढ़ी है। बाघ संरक्षण का यह कार्य आगे भी जारी रहेगा.
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वहीं, इस मौके पर अपर प्रमुख वन संरक्षक वन्यजीव रंजन कुमार मिश्रा ने प्रदर्शनी को लेकर आयोजकों की तारीफ करते हुए कहा कि उत्तराखंड में बाघों की संख्या निरंतर बढ रही है. 12 साल से हम यह दिन मना रहे हैं. हम बाघ संरक्षण में कामयाब रहे हैं. आज के बच्चे कल इसे धरोहर के रूप में लेगें, प्रदर्शनी अच्छा संदेश देने में कामयाब रहेगी.
उन्होंने कहा कि मानव वन्यजीव संघर्ष के प्रति जागरूकता के लिए वन विभाग निरंतर राजाजी और कॉर्बेट पार्क से सटे गांवों में लागातार जागरूकता अभियान चला रहे हैं. हमने इन क्षेत्रों में कई जगह सीसीटीवी कैमरे भी लगाये हैं ताकि बाघों की आवाजाही पर नजर रखी जा सके. उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग से बाघ संरक्षण की दिशा में बेहत्तर काम हो सकेगा. साथ ही उन्होंने स्वीकार किया कि वानाग्नि से खाघ श्रृंखला प्रभावित हो रही है. इस कारण भी वन्यजीव मानव संघर्ष लगातार बढ़ा है. उन्होंने बताया कि राजाजी में अभी दो बाघ हैं और हम जल्द दो और बाघों को लाने जा रहे हैं.
वहीं, इस आयोजन की संस्था दून आर्ट काउंसिल ने बताया कि फियरलेस बाघ नाम से शुरू हुई यह फोटो प्रदर्शनी आगामी 16 अगस्त तक जारी रहेगी. इसके साथ ही हम 16 अगस्त के बाद राज्य के विभिन्न स्कूलों में भी यह फोटो प्रदर्शनी लगाएंगे ताकि बाघ संरक्षण को लेकर आम जनमानस में जागरूकता बढ़े.