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पीएफ कार्यालय की जल संस्थान पर पैनी नजर, कभी भी हो सकती है जांच - Uttarakhand Water Institute

प्रदेश के जल संस्थान पर कर्मचारियों के पीएफ पैसे को लेकर भविष्य निधि कार्यालय की पैनी नजर हैं, जिसको लेकर पीएफ कार्यालय जल्द ही जल संस्थान की जांच करने वाली है.

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Published : Jan 7, 2021, 9:24 PM IST

देहरादूनः उत्तराखंड जल संस्थान में कर्मचारियों के पीएफ के पैसे को लेकर जल्द ही भविष्य निधि कार्यालय जांच करने वाला है. लंबे समय से जल संस्थान में पीएफ के पैसे के इस्तेमाल को लेकर वस्तु स्थिति स्पष्ट नहीं है, जिस पर अब पीएफ कार्यालय की पैनी नजर है.

भविष्य निधि कार्यालय देहरादून रीजनल कमिश्नर पंकज कुमार ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि एक बार पहले भी उत्तराखंड जल संस्थान को उनके पीएफ की स्थिति को स्पष्ट करने को लेकर नोटिस भेजा जा चुका है और अब दोबारा इसमें जांच की जरूरत है. वहीं, पंकज कुमार ने बताया कि जल्द ही जल संस्थान विभाग में कर्मचारियों के पीएफ को लेकर जांच की जाएगी, जिसके बाद अगर पीएफ के पैसों का अन्यत्र इस्तेमाल हो रहा है, तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

आपको बता दें कि लंबे समय से उत्तराखंड जल संस्थान में कर्मचारियों के पीएफ को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है. संस्थान द्वारा कर्मचारियों का पीएफ तो काटा जाता है, लेकिन वह पीएफ अकाउंट में ना जमा होकर उसे अलग से सेविंग अकाउंट में जमा किया जाता है. पिछले कुछ समय में यह भी देखने को मिला है कि पीएफ के पैसे को संस्थान द्वारा फिक्स्ड डिपॉजिट में भी जमा किया गया है.

ऐसे में जहां एक तरफ पीएफ में कर्मचारी को तकरीबन 9 पर्सेंट ब्याज मिलता है, तो वहीं सेविंग अकाउंट और फिक्स डिपॉजिट में कर्मचारियों को इसका कई गुना कम लाभ मिल पाता है.

ये भी पढ़ेंः कोटद्वार बस डिपो में घटी यात्रियों की संख्या, हर दिन हो रहा 4 लाख का घाटा

ऐसे में संस्थान में कर्मचारियों द्वारा लगातार इस विषय को उठाया जाता रहा है. हालांकि, संस्थान के सीजीएम एसके शर्मा का कहना है कि जल संस्थान एक सरकारी विभाग नहीं है और यह व्यवस्था पूर्व से चली आ रही है.

देहरादूनः उत्तराखंड जल संस्थान में कर्मचारियों के पीएफ के पैसे को लेकर जल्द ही भविष्य निधि कार्यालय जांच करने वाला है. लंबे समय से जल संस्थान में पीएफ के पैसे के इस्तेमाल को लेकर वस्तु स्थिति स्पष्ट नहीं है, जिस पर अब पीएफ कार्यालय की पैनी नजर है.

भविष्य निधि कार्यालय देहरादून रीजनल कमिश्नर पंकज कुमार ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि एक बार पहले भी उत्तराखंड जल संस्थान को उनके पीएफ की स्थिति को स्पष्ट करने को लेकर नोटिस भेजा जा चुका है और अब दोबारा इसमें जांच की जरूरत है. वहीं, पंकज कुमार ने बताया कि जल्द ही जल संस्थान विभाग में कर्मचारियों के पीएफ को लेकर जांच की जाएगी, जिसके बाद अगर पीएफ के पैसों का अन्यत्र इस्तेमाल हो रहा है, तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

आपको बता दें कि लंबे समय से उत्तराखंड जल संस्थान में कर्मचारियों के पीएफ को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है. संस्थान द्वारा कर्मचारियों का पीएफ तो काटा जाता है, लेकिन वह पीएफ अकाउंट में ना जमा होकर उसे अलग से सेविंग अकाउंट में जमा किया जाता है. पिछले कुछ समय में यह भी देखने को मिला है कि पीएफ के पैसे को संस्थान द्वारा फिक्स्ड डिपॉजिट में भी जमा किया गया है.

ऐसे में जहां एक तरफ पीएफ में कर्मचारी को तकरीबन 9 पर्सेंट ब्याज मिलता है, तो वहीं सेविंग अकाउंट और फिक्स डिपॉजिट में कर्मचारियों को इसका कई गुना कम लाभ मिल पाता है.

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ऐसे में संस्थान में कर्मचारियों द्वारा लगातार इस विषय को उठाया जाता रहा है. हालांकि, संस्थान के सीजीएम एसके शर्मा का कहना है कि जल संस्थान एक सरकारी विभाग नहीं है और यह व्यवस्था पूर्व से चली आ रही है.

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