ऋषिकेश : नगर निगम के द्वारा ऋषिकेश क्षेत्र में हाउस टैक्स की वृद्धि को लेकर लगातार विवाद बढ़ता ही जा रहा है. नगर निगम सर असेसमेंट के जरिए हाउस टैक्स की दरों में वृद्धि करते हुए टैक्स जमा करने के फॉर्म बांटने का काम कर रहा है. नगर निगम की टीम वीरभद्र रोड स्थित कुछ घरों में फॉर्म भरने के लिए पहुंची जहां पर पूर्व सभासद के साथ-साथ स्थानीय लोगों ने इसका जमकर विरोध किया. लोगों ने बढ़े हुई दरों का विरोध करते हुए फॉर्म बांटने आई टीम को बेरंग वापस लौटा दिया.
लोगों का कहना था कि वह बढ़ा हुआ टैक्स जमा नहीं करेंगे और न ही इसका फॉर्म लेंगे. इसी बीच फॉर्म बांटने आई नगर निगम की टीम के साथ स्थानीय लोगों की नोकझोंक भी देखने को मिली. गौरतलब है कि 19 नवंबर को नगर निगम की बोर्ड बैठक में पार्षदों के द्वारा हाउस टैक्स में वृद्धि को लेकर एक प्रस्ताव लाया गया था, जिसमें हाउस टैक्स में कमी करने की बात कही गई गयी थी. प्रस्ताव के आने के बाद अधिकारियों ने इसे शासन को भेजने की बात की और कहा था कि शासन से मंजूरी मिलने के बाद ही हाउस टैक्स में कमी की जाएगी. लेकिन हाउस टैक्स वृद्धि के मामले को शासन में भेजने से पहले ही फिर एक बार नगर निगम ने मनमानी दिखाते हुए लोगों को फार्म बांटने शुरू कर दिए.
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पूर्व में नगरपालिका के सभासद रहे अशोक पासवान ने नगर निगम पर आरोप लगाते हुए कहा कि नगर निगम के द्वारा हाउस टैक्स में वृद्धि को लेकर स्थानीय सर्वे तक नहीं किया गया है. निगम के अधिकारियों ने ऑफिस में बैठकर हाउस टैक्स को बढ़ाने का कार्य किया है. उन्होंने कहा कि नगर निगम जबरन लोगों को डरा धमका कर फॉर्म भरने के लिए कह रहा है. अशोक पासवान के मुताबिक जब इसका विरोध किया गया तो नगर निगम के कुछ कर्मचारियों द्वारा उन्हें धमकाने का भी प्रयास किया गया. पासवान ने बताया कि जब इस बात को लेकर वे मुख्य नगर आयुक्त के पास पहुंचे, तो उन्होंने भी किसी भी बात को सुनने से इनकार कर दिया. अशोक पासवान ने कहा कि जेल जाना मंजूर है लेकिन गलत तरीके से बढ़ाया गया टैक्स भरना मंजूर नहीं है.