देहरादूनः नागरिकता संशोधन कानून को लेकर पूरे देशभर में विरोध-प्रदर्शन हो रहा है. इस कानून के खिलाफ प्रदर्शन अब उत्तराखंड में भी देखने को मिल रहा है. मंगलवार की सुबह उस समय पुलिस के हाथ पांव फूल गए, जब अचानक देहरादून के रीठा मंडी मुस्लिम कॉलोनी में दिल्ली के शाहीन बाग जैसा नजारा देखने को मिला. जहां पर सैकड़ों की संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग सीएए के विरोध में सड़क पर उतर आए. वहीं, पुलिस ने बिना अनुमति के पार्क में विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों को रोककर प्रदर्शन बंद करवाया.
दरअसल, देहरादून के रीठा मंडी मुस्लिम कॉलोनी में स्थित एक पार्क में सैकड़ों की संख्या में मुस्लिम समुदाय के बच्चे, बूढ़े और महिलाएं सीएए के विरोध में प्रदर्शन करने पहुंचे थे. तभी इसकी भनक पुलिस प्रशासन को लगी. जिसके बाद भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया. जहां पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से प्रदर्शन को लेकर ली गई अनुमति की जानकारी ली, लेकिन प्रदर्शनकारियों के पास से अनुमति का कोई प्रमाण नहीं मिला. जिसके बाद पुलिस ने प्रदर्शन को रुकवाया.
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प्रदर्शनकारी मुफ्ती सलीम अहमद ने कहा कि उन्होंने सीएए को लेकर अनिश्चितकालीन धरने की रणनीति बनाई थी. उन्होंने स्थानीय प्रशासन पर आरोप लगाया कि उन्होंने इसकी जानकारी नगर प्रशासन को दी थी, लेकिन उन्हें प्रदर्शन करने से रोका गया है. हालांकि प्रशासन की अनुमति का कहीं जिक्र नहीं था.
वहीं, मामले पर स्थानीय सीओ अनुज कुमार का कहना है कि मुस्लिम समुदाय द्वारा बिना नगर प्रशासन के अनुमति के बड़ी तादाद में प्रदर्शन किया जा रहा था. जिस पर पुलिस प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों से वार्ता कर इस प्रदर्शन को खत्म करवाया है.