देहरादून/नैनीताल: द्वाराहाट से बीजेपी विधायक महेश नेगी पर एक महिला ने यौन शोषण का आरोप लगाया है. महिला का आरोप है कि विधायक नेगी पिछले दो सालों से उसका शारीरिक शोषण कर रहे है. वहीं इस मामले में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि विधायक को खुद सामने आकर त्याग पत्र देना चाहिए, ताकि मामले की निष्पक्ष जांच हो सके.
प्रीतम सिंह ने कहा कि विपक्ष अपनी जिम्मेदारी बखूबी तरीके से जानता है. पीड़ित महिला ने इस मामले में डीएनए टेस्ट कराने की मांग की है. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी को उस विधायक के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए. इतना ही नहीं नैतिकता के आधार पर विधायक को खुद त्यागपत्र दे देना चाहिए, ताकि इस मामले की निष्पक्ष जांच की जा सके.
पढ़ें- विधायक की पत्नी ने दर्ज कराया ब्लैकमेलिंग का मुकदमा, लगाए गंभीर आरोप
बता दें कि सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए वीडियो में महिला ने विधायक महेश नेगी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. पीड़ित महिला ने आरोप लगाया कि विधायक ने उसका दो साल तक शारीरिक शोषण किया. महिला ने बीते रोज एसएसपी कार्यालय में जाकर अपनी शिकायत दर्ज कराई है. दावा किया कि उसकी बेटी के पिता विधायक महेश नेगी हैं. महिला ने कहा कि वह बेटी और विधायक का डीएनए टेस्ट कराना चाहती है. हालांकि विधायक ने इन आरोपी को बेबुनियाद बताया है. साथ ही बीजेपी विधायक महेश नेगी की पत्नी ने आरोप लगाने वाली महिला के खिलाफ ब्लैकमेल करने का मुकदमा भी दर्ज कराया है.
सीबीआई जांच की मांग
उत्तराखंड महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष सरीता आर्य ने कहा कि इस मामले की सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) जांच होनी चाहिए. साथ ही उन्होंने बच्चे का डीएनए (डीऑक्सीराइबो न्यूक्लिक अम्ल) टेस्ट करवाने की भी मांग की है. आर्य ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने महिला के बच्चे का डीएनए नहीं कराया कराया तो कांग्रेस प्रदेश भर में प्रदर्शन करेंगी.