ETV Bharat / state

राजधानी का हाल: कोरोनेशन में ICU का मरीजों को नहीं मिल रहा फायदा, रेफर सेंटर बना हॉस्पिटल

author img

By

Published : May 26, 2022, 10:12 PM IST

राजधानी देहरादून का कोरोनेशन हॉस्पिटल गंभीर मरीजों के लिए सिर्फ रेफर सेंटर बनकर रह गया है. यहां पर आईसीयू वॉर्ड तो है, लेकिन डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ की कमी के कारण उसका संचालन नहीं हो रहा है. इसीलिए डॉक्टर भी गंभीर मरीजों को हॉस्पिटल में भर्ती नहीं कर रहे हैं.

राजधानी का हाल
राजधानी का हाल

देहरादून: पंडित दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय (कोरोनेशन हॉस्पिटल) में मरीजों को आईसीयू की सुविधाएं नहीं मिल रही है. मेडिकल स्टाफ और डॉक्टरों की कमी के कारण कोरोनेशन हॉस्पिटल में आईसीयू शुरू नहीं किया जा सका है. बीते साल फरवरी में तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने आईसीयू का लोकार्पण किया था. इसके बाद निक्कू वॉर्ड भी तैयार हो गया था, लेकिन इसका भी संचालन नहीं किया गया.

यहां तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर जच्चा-बच्चा को आईसीयू और निक्कू की सुविधाएं नहीं मिल पाती हैं. ऐसे हालत में उन्हें तत्काल यहां से रेफर किया जाता था. इस दौरान कई बार जच्चा-बच्चा की जान पर भी बना आती है. पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत पंडित दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय की चौथी मंजिल पर 20 बेड का अत्याधुनिक आईसीयू वॉर्ड तैयार करवाया था, लेकिन अभीतक इसका संचालन नहीं हो पाया है.
पढ़ें- योगी की तरह CM धामी कार्रवाई कर देंगे बड़ा संदेश या फिर अधिकारी काटते रहेंगे मौज?

हॉस्पिटल में आईसीयू की सुविधा नहीं होने पर सर्जन भी गंभीर मरीजों को हॉस्पिटल में भर्ती नहीं कर रहे हैं. इस संबंध में अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ शिखा जंगपांगी का कहना है कि ह्यूमन रिसोर्स की कमी जैसे ही पूरी हो जाती है, आईसीयू संचालित कर लिया जाएगा. अस्पताल में स्टाफ की कमी है. इसीलिए गंभीर मरीजों को दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय को रेफर करना पड़ता है.

देहरादून: पंडित दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय (कोरोनेशन हॉस्पिटल) में मरीजों को आईसीयू की सुविधाएं नहीं मिल रही है. मेडिकल स्टाफ और डॉक्टरों की कमी के कारण कोरोनेशन हॉस्पिटल में आईसीयू शुरू नहीं किया जा सका है. बीते साल फरवरी में तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने आईसीयू का लोकार्पण किया था. इसके बाद निक्कू वॉर्ड भी तैयार हो गया था, लेकिन इसका भी संचालन नहीं किया गया.

यहां तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर जच्चा-बच्चा को आईसीयू और निक्कू की सुविधाएं नहीं मिल पाती हैं. ऐसे हालत में उन्हें तत्काल यहां से रेफर किया जाता था. इस दौरान कई बार जच्चा-बच्चा की जान पर भी बना आती है. पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत पंडित दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय की चौथी मंजिल पर 20 बेड का अत्याधुनिक आईसीयू वॉर्ड तैयार करवाया था, लेकिन अभीतक इसका संचालन नहीं हो पाया है.
पढ़ें- योगी की तरह CM धामी कार्रवाई कर देंगे बड़ा संदेश या फिर अधिकारी काटते रहेंगे मौज?

हॉस्पिटल में आईसीयू की सुविधा नहीं होने पर सर्जन भी गंभीर मरीजों को हॉस्पिटल में भर्ती नहीं कर रहे हैं. इस संबंध में अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ शिखा जंगपांगी का कहना है कि ह्यूमन रिसोर्स की कमी जैसे ही पूरी हो जाती है, आईसीयू संचालित कर लिया जाएगा. अस्पताल में स्टाफ की कमी है. इसीलिए गंभीर मरीजों को दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय को रेफर करना पड़ता है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.