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आंध्र सरकार ने तिरुमाला घी में मिलावट के आरोपों की जांच के लिए SIT गठित की - SIT to probe Tirumala ghee

SIT To Probe Tirumala Ghee, तिरुमाला घी में मिलावट के आरोपों की जाच के लिए आंध्र प्रदेश सरकार ने एसआईटी गठित की है.उक्त जानकारी मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने मीडिया से बातचीत में दी. उन्होंने कहा कि आईजी स्तर या उससे ऊपर के अधिकारी की निगरानी में एसआईटी बनानई जाएगी. पढ़िए पूरी खबर...

CHIEF MINISTER N CHANDRABABU NAIDU
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू (file photo-ANI)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 22, 2024, 10:07 PM IST

Updated : Sep 22, 2024, 10:54 PM IST

अमरावती : आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने पिछली वाईएसआरसीपी सरकार पर निशाना साधते हुए रविवार को आरोप लगाया कि पिछली सरकार के दौरान तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) में घी खरीदने की कई प्रक्रियाओं में बदलाव किया गया था, जिसके बाद उन्होंने अनियमितताओं की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) गठित किया गया है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पिछली सरकार के दौरान टीटीडी बोर्ड में नियुक्तियां जुआ की तरह हो गई थीं और बोर्ड में ऐसे लोगों को नियुक्त करने के उदाहरण थे, जिनकी कोई आस्था नहीं थी और गैर-हिंदुओं को वरीयता दी गई.

मीडिया को संबोधित करते हुए, सीएम ने कहा कि लड्डू के संबंध में इस खुलासे के बाद लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं कि उन्हें बनाने में कथित तौर पर जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया गया था. नायडू ने कहा, 'आईजी स्तर या उससे ऊपर के अधिकारी की निगरानी में एसआईटी का गठन किया जाएगा. यह सभी कारणों, सत्ता के दुरुपयोग की जांच करेगा और सरकार को रिपोर्ट देगा. सरकार पुनरावृत्ति (लड्डू में मिलावट) से बचने के लिए सख्त कार्रवाई करेगी, कोई समझौता नहीं होगा.'

सीएम ने कहा कि किसी को भी लोगों की भावनाओं से खेलने का अधिकार नहीं है. इसके अलावा, नायडू ने कहा कि कथित अपवित्रता को दूर करने के लिए सोमवार को तिरुमाला में शांति होमम पंचगव्य प्रोक्षण (अनुष्ठान संबंधी पवित्रीकरण) आयोजित किया जाएगा. उन्होंने कहा, 'सोमवार को सुबह 6 बजे से 10 बजे तक श्रीवारी (श्री वेंकटेश्वर) मंदिर में बंगारू बावी (स्वर्ण कुआं) यज्ञशाला (अनुष्ठान स्थल) में शांति होमम पंचगव्य प्रोक्षण किया जाएगा.'

नायडू ने कहा कि पहले की शर्तों के अनुसार, घी आपूर्तिकर्ता के पास कम से कम तीन साल का अनुभव होना चाहिए. हालांकि, जगन मोहन रेड्डी के सत्ता में आने के बाद इसे घटाकर एक साल कर दिया गया. सीएम ने यह भी कहा कि आपूर्तिकर्ता का आवश्यक टर्नओवर भी पहले के 250 करोड़ रुपये से घटाकर 150 करोड़ रुपये कर दिया गया है. नायडू ने पूछा कि कोई 319 रुपये में शुद्ध घी कैसे दे सकता है, जबकि पाम ऑयल भी इससे महंगा है.

उन्होंने कहा कि एआर डेयरी फूड्स प्राइवेट लिमिटेड ने 12 जून, 2024 से घी की आपूर्ति शुरू कर दी है. जगन द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे गए पत्र का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वाईएसआरसीपी प्रमुख पत्र लिखकर जवाबी हमला करने की कोशिश कर रहे हैं. वेंकटेश्वर स्वामी के प्रसादम के लिए एक विशेष स्थान है, क्योंकि इसमें शुद्ध सामग्री होती है और पिछले 300 वर्षों से इसे बनाने की गुणवत्ता में कोई समझौता नहीं किया गया है.

ये भी पढ़ें- तिरुपति प्रसाद विवाद: उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने 11 दिन की 'प्रायश्चित दीक्षा' शुरू की

अमरावती : आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने पिछली वाईएसआरसीपी सरकार पर निशाना साधते हुए रविवार को आरोप लगाया कि पिछली सरकार के दौरान तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) में घी खरीदने की कई प्रक्रियाओं में बदलाव किया गया था, जिसके बाद उन्होंने अनियमितताओं की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) गठित किया गया है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पिछली सरकार के दौरान टीटीडी बोर्ड में नियुक्तियां जुआ की तरह हो गई थीं और बोर्ड में ऐसे लोगों को नियुक्त करने के उदाहरण थे, जिनकी कोई आस्था नहीं थी और गैर-हिंदुओं को वरीयता दी गई.

मीडिया को संबोधित करते हुए, सीएम ने कहा कि लड्डू के संबंध में इस खुलासे के बाद लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं कि उन्हें बनाने में कथित तौर पर जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया गया था. नायडू ने कहा, 'आईजी स्तर या उससे ऊपर के अधिकारी की निगरानी में एसआईटी का गठन किया जाएगा. यह सभी कारणों, सत्ता के दुरुपयोग की जांच करेगा और सरकार को रिपोर्ट देगा. सरकार पुनरावृत्ति (लड्डू में मिलावट) से बचने के लिए सख्त कार्रवाई करेगी, कोई समझौता नहीं होगा.'

सीएम ने कहा कि किसी को भी लोगों की भावनाओं से खेलने का अधिकार नहीं है. इसके अलावा, नायडू ने कहा कि कथित अपवित्रता को दूर करने के लिए सोमवार को तिरुमाला में शांति होमम पंचगव्य प्रोक्षण (अनुष्ठान संबंधी पवित्रीकरण) आयोजित किया जाएगा. उन्होंने कहा, 'सोमवार को सुबह 6 बजे से 10 बजे तक श्रीवारी (श्री वेंकटेश्वर) मंदिर में बंगारू बावी (स्वर्ण कुआं) यज्ञशाला (अनुष्ठान स्थल) में शांति होमम पंचगव्य प्रोक्षण किया जाएगा.'

नायडू ने कहा कि पहले की शर्तों के अनुसार, घी आपूर्तिकर्ता के पास कम से कम तीन साल का अनुभव होना चाहिए. हालांकि, जगन मोहन रेड्डी के सत्ता में आने के बाद इसे घटाकर एक साल कर दिया गया. सीएम ने यह भी कहा कि आपूर्तिकर्ता का आवश्यक टर्नओवर भी पहले के 250 करोड़ रुपये से घटाकर 150 करोड़ रुपये कर दिया गया है. नायडू ने पूछा कि कोई 319 रुपये में शुद्ध घी कैसे दे सकता है, जबकि पाम ऑयल भी इससे महंगा है.

उन्होंने कहा कि एआर डेयरी फूड्स प्राइवेट लिमिटेड ने 12 जून, 2024 से घी की आपूर्ति शुरू कर दी है. जगन द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे गए पत्र का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वाईएसआरसीपी प्रमुख पत्र लिखकर जवाबी हमला करने की कोशिश कर रहे हैं. वेंकटेश्वर स्वामी के प्रसादम के लिए एक विशेष स्थान है, क्योंकि इसमें शुद्ध सामग्री होती है और पिछले 300 वर्षों से इसे बनाने की गुणवत्ता में कोई समझौता नहीं किया गया है.

ये भी पढ़ें- तिरुपति प्रसाद विवाद: उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने 11 दिन की 'प्रायश्चित दीक्षा' शुरू की

Last Updated : Sep 22, 2024, 10:54 PM IST
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