देहरादून: प्रदेश में नशे का कारोबार बढ़ता जा रहा है. युवा पीढ़ी सबसे ज्यादा नशे की गिरफ्त में फंसती जा रही है. जिससे परिजनों की चिंता बढ़ती जा रही है है. वहीं, पुलिस द्वारा नशा मुक्त अभियान चलाया जा रहा है. देहरादून में डीआईजी अरुण मोहन जोशी द्वारा नशे के खिलाफ 'ऑपरेशन सत्य' चलाया जा रहा है. अभियान को सफल बनाने के लिए बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष ने भी नोडल अधिकारी को अन्य विभागों को साथ लेकर काम करने को कहा है.
बता दें कि, उत्तराखंड में नशे के खिलाफ पुलिस द्वारा 'ऑपरेशन सत्य' अभियान चलाया जा रहा है. युवा पीढ़ी को नशे से गिरफ्त से बचाने के लिए पुलिस लगातार अभियान चलाए हुए है.साथ ही जगह-जगह जागरूक अभियान चलाए जा रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद नशे का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है. युवा अलग-अलग तरह के नशे के आदि बनते जा रहे हैं.
युवा शराब, गांजा, अफीम, स्मैक और ड्रग्स जैसे नशे का सेवन कर अपने शरीर को नुकसान पहुंचा रहे हैं, जिससे परिजन परेशान है. 'ऑपरेशन सत्य' के नोडल अधिकारी लोक जीत सिंह ने कहा कि, पुलिस द्वारा लगातार लोगों को नशे के खिलाफ जागरूक किया जा रहा है. साथ ही तस्करों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है.
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बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष उषा नेगी ने बताया कि नशा के खिलाफ 'ऑपरेशन सत्य' चलाकर पुलिस विभाग ने काफी सराहनीय काम किया है. लेकिन पुलिस विभाग अपने साथ अन्य विभागों को लेकर काम करें. जिससे उन्हें मदद मिल सकेगी. साथ ही नशा मुक्ति केंद्र के लिए एनओसी और रजिस्ट्रेशन के साथ उनको लाइसेंस किस तरह से मिलना चाहिए, इसके लिए कौन सी गाइडलाइन होनी चाहिए, सबको मिलाकर एक पॉलिसी बनानी चाहिए.