देहरादून: उत्तराखंड में मानसून की दस्तक के साथ ही लगातार हो रही भारी बारिश के चलते नदियों का जलस्तर बेहद बढ़ गया है. इस दौरान शासन ने राज्य में दो पुलों के क्षतिग्रस्त होने के मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं. उधर पुलों के क्षतिग्रस्त होने के बाद आवाजाही सुचारू करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. साथ ही राज्य भर में दूसरे तमाम पुलों का सेफ्टी ऑडिट करने के भी निर्देश जारी किये किये गये हैं.
कोटद्वार मालन नदी पर बने पुल का एक हिस्सा टूटने के बाद यहां आवाजाही को फिर से सुचारू करने की कोशिश जारी है. उधर मौजूदा भारी बारिश के बीच हरिद्वार बिहारीगढ़ पुल के भी क्षतिग्रस्त होने के कारण यहां भी जल्द से जल्द वैकल्पिक व्यवस्था तैयार करने की कोशिश की जा रही है. नदियों में पानी का बहाव काफी तेज है. जलस्तर भी बढ़ा है. ऐसे में पहले से ही अलर्ट जारी कर दिया गया था, लेकिन अब जिस तरह कुछ पुलों के हिस्से क्षतिग्रस्त होने की जानकारी मिली है, उसके बाद राज्य भर के दूसरे पुलों की स्थिति पर भी समीक्षा की जाने लगी है.
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फिलहाल लोक निर्माण विभाग के सचिव पंकज कुमार पांडे ने पौड़ी और हरिद्वार क्षेत्र में क्षतिग्रस्त हुए पुल को लेकर जांच के आदेश कर दिए हैं. अब विभागीय अधिकारी तकनीकी रूप से पुल गिरने के कारणों की जांच करेंगे. साथ ही इसमें लापरवाही पाए जाने की स्थिति में संबंधित के खिलाफ कार्रवाई भी की जा सकेगी. फिलहाल हरिद्वार बिहारीगढ़ पुल के एक हिस्से के क्षतिग्रस्त होने के बाद यहां पर जल्द से जल्द आवाजाही सुचारू करने के लिए वेली ब्रिज तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं. अगले दो दिनों में वेली ब्रिज बनाए जाने के लिए कहा गया है. दूसरी तरफ कोटद्वार मालन नदी में पुल के क्षतिग्रस्त होने के बाद यहां चीफ इंजीनियर को मौका मुआयना करने के लिए भेजा गया है. साथ ही पुल पर आवाजाही के लिए डाउनस्ट्रीम में ट्रैफिक चलाया जा रहा है. साथ ही यहां एक्सपर्ट भी भेजे जा रहे हैं.