देहरादून: उत्तराखंड में आयुष विभाग के पूर्व निदेशक अरुण कुमार त्रिपाठी अब जांच के घेरे में आ गए हैं. अरुण कुमार त्रिपाठी पर पूर्व में कई तरह के आरोप लगते रहे जिसकी शिकायत शासन स्तर पर भी की जाती रही है. इन्हीं शिकायतों को आधार बनाते हुए अब आयुष विभाग के इस अधिकारी के खिलाफ शासन ने जांच बैठा दी है.
आयुष विभाग के निदेशक पद पर रहते तमाम आरोपों के घेरे में रहे अरुण कुमार त्रिपाठी अब शासन की जांच के घेरे में फंस गए हैं. दरअसल, अरुण कुमार त्रिपाठी के खिलाफ आ रही तमाम शिकायतों और पूर्व के मामलों को देखते हुए शासन ने भी इसे गंभीरता से लिया है और इसी बिना पर अब सचिव आयुष चंद्रेश यादव ने मामले पर जांच के निर्देश दे दिए हैं.
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खास बात यह है कि इस मामले में अब प्रभारी सचिव मुख्यमंत्री एनएस पांडे को जांच अधिकारी भी नामित कर दिया गया है. अरुण कुमार त्रिपाठी पर सरकारी वाहनों में पेट्रोल के गवर्नर और दुरुपयोग से लेकर चिकित्सा अधिकारियों और फार्मेसी स्टोर को अवैधानिक रूप से संबंध किए जाने समेत नियुक्तियों में भी गड़बड़ी करने के आरोप हैं. इन आरोपों के बीच अब हाल ही में आयुष सचिव के तौर पर जिम्मेदारी संभालने वाले चंद्रेश यादव ने जांच के निर्देश देते हुए जांच अधिकारी के रूप में एन एस पांडे को अधिकारी नामित किया है.