ऋषिकेश: ढालवाला स्थित गत्ता फैक्ट्री में एक कर्मचारी मशीन के नीचे आ गया. आनन-फानन में उसे एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है. वहीं, घटना के बाद कर्मचारियों ने फैक्ट्री गेट पर मालिक के खिलाफ जमकर नारेबाजी और प्रदर्शन किया. कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि मशीन की चपेट में आए ऑपरेटर के इलाज के लिए मालिक खर्चा देने को तैयार नहीं है.
कर्मचारियों ने कहा घायल ऑपरेटर एम्स में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है, लेकिन फैक्ट्री मालिक इलाज के लिए पैसे देने को तैयार नहीं है. वहीं, हड़ताल और हंगामे की सूचना पाते ही मुनिकी रेती थाना प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह पुलिस टीम के साथ फैक्ट्री पहुंचे. उन्होंने कर्मचारियों को समझा-बुझाकर धरना खत्म करने को कहा, लेकिन कर्मचारी अपनी मांगों पर अड़े रहे.
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कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि फैक्ट्री प्रबंधन लगातार कर्मचारियों का उत्पीड़न कर रहा है. समय से तनख्वाह नहीं दी जाती है. मानकों के अनुसार जो तनख्वाह सरकार की ओर से निर्धारित की गई है, वह भी नहीं मिल रही है. कर्मचारियों का इंश्योरेंस भी नहीं कराया गया है. कई कर्मचारी ऐसे हैं, जिनका रजिस्ट्रेशन तक नहीं है.
उन्होंने कहा बीते रोज एक ऑपरेटर मशीन की चपेट में आकर घायल हो गया. जिसका उपचार एम्स में चल रहा है. जिसके इलाज के लिए भी खर्चा मालिक देने के लिए तैयार नहीं है. ऐसे में अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन और हड़ताल के अलावा कर्मचारियों के पास कोई रास्ता नहीं बचा है.
वहीं, आधे दिन तक चले हंगामे और धरने के बीच तहसील प्रशासन और फैक्ट्री मालिक मौके पर पहुंचे. जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच मांगों को लेकर समझौता होने पर कर्मचारियों ने अपना धरना खत्म किया.