देहरादून: कलकत्ता के रहने वाले ग्राफिक डिजाइनर मलिन चंद्र दास शहर में आईटी कंपनी में काम करते हैं. नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे लाखों रुपए की ठगी कर दी गई. पुलिस के मुताबिक, बीते 6 नवंबर को मलिन से साइबर ठगों ने लाखों रुपए ऐंठ लिए. पुलिस ने मामला दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी है.
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कलकत्ता निवासी मलिन चन्द्र दास सहस्रधारा रोड स्थित आईटी कंपनी में कार्यरत हैं. रविवार को मलिन दास ने साइबर सेल को शिकायत दर्ज कराई. बताया कि 6 नवंबर को जॉब रेस्क्यू डॉट कॉम की तरफ से किसी स्वाति नाम की महिला ने फोन किया. फोन पर महिला ने मलिन को नौकरी दिलाने के नाम पर नेटबैंकिंग से 10 लाख रुपए ट्रांसफर कर पंजीकरण करने के लिए कहा. महिला के कहने पर मलिन ने पंजीकरण किया.
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पीड़ित का आरोप है कि कलकत्ता स्थित एसबीआई बैंक एकाउंट में सात लाख और तीन लाख की उसके नाम पर दो एफएडी थी, जो दिसंबर और फरवरी में मैच्योर होने वाली थी. लेकिन 9 नवंबर को उसे अचानक मैसेज आया कि एफडी तोड़ दी गई है. एफडी के पैसे उसके बचत खाते में ट्रांसफर हुए. फिर खाते से पैसे विभिन्न स्थानों पर ट्रांसफर हो गए. इस मामले में मलिन ने बैंक के खिलाफ बिना मर्ज़ी के एफडी तोड़ने की शिकायत की. लेकिन निराशा हाथ लगने पर मलिन ने साइबर सेल को पूरे मामले की तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है. एसटीएफ एसपी स्वतंत्र कुमार ने बताया कि पीड़ित की तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है. मामले की जांच पड़ताल की जा रही है.