ETV Bharat / state

नए वार्डों में व्यवसायिक कर पुराने दरों पर होगा लागू, लोगों ने दर्ज कराई थी आपत्ति

आपत्तियों पर सुनवाई के बाद नगर निगम के नए इलाकों की कमर्शियल भवनों पर टैक्स लगाने का रास्ता साफ हो गया है. ऐसे में टैक्स मौजूदा दरों के हिसाब से लगेगा.

author img

By

Published : Nov 27, 2019, 9:20 PM IST

Updated : Nov 27, 2019, 9:32 PM IST

professional-taxes
नए वार्डों में व्यवसायिक कर पुराने दरों पर लागू


देहरादूनः सीमा विस्तार के बाद शहर का हिस्सा बनाए गए 40 नए वार्डों में व्यवसायिक प्रॉपर्टी टैक्स की वसूली को लेकर नगर निगम ने कसरत तेज कर दी है. पूर्व में निगम ने टैक्स की जो दरें तय की है. उनकी आपत्तियों पर सुनवाई के बाद नगर निगम के नए इलाकों की कमर्शियल भवनों पर टैक्स लगाने का रास्ता साफ हो गया है. ऐसे में अब टैक्स मौजूदा दरों के हिसाब से लगेगा.

नए परिसीमन के बाद नए वार्ड में व्यवसायिक भवनों पर निगम ने टैक्स लगाने की कवायद के चलते सभी को नोटिस दिया था. जिसके लिए निगम की ओर से आपत्ति के लिए 1 महीने का समय दिया गया था. वहीं, इसमें 68 आपत्तियां मिली थी. इसमें से ही कई लोगों ने सामूहिक आपत्ति दर्ज की थी.

इधर, अधिकारियों ने आपत्तियों पर सुनवाई की तो कुछ लोगों ने टैक्स ना लगाने की आपत्ति की ही थी, तो कुछ ने किस आधार पर टैक्स लगाया जा रहा है. साथ ही कुछ की आपत्ति थी कि जब सरकार ने नए क्षेत्रों में टैक्स छूट की घोषणा की है, तो कमर्शियल टैक्स क्यों लगाया जा रहा है.

ये भी पढ़ेंःमौसम बदलने से बढ़ी ठिठुरन, दो दिनों तक बारिश और बर्फबारी के आसार

नगर निगम के मुताबिक, नए इलाकों में व्यवसायिक भवनों की संख्या 5 हजार से अधिक है. साथ ही अगर नए इलाकों में किसी आवासीय भवनों पर कोई भी व्यवसायिक गतिविधि जैसे की दुकान आदि बनी होगी तो नगर निगम आवासीय हिस्से को छोड़कर दुकान पर टैक्स लगाने का काम करेगा.

वहीं, मेयर सुनील उनियाल गामा ने बताया कि नए वार्डों से आपत्तियों पर सुनवाई हो चुकी है और नगर निगम के इंस्पेक्टर वार्डों में जाकर सर्वे करने का काम दो-तीन दिन में शुरू कर देंगे. साथ ही अगर लगेगा तो टैक्स कम कर दिया जाएगा. वहीं, अगली बोर्ड बैठक में नए वार्डों से कॉमर्शियल टैक्स की दरें तय की जाएगी.


देहरादूनः सीमा विस्तार के बाद शहर का हिस्सा बनाए गए 40 नए वार्डों में व्यवसायिक प्रॉपर्टी टैक्स की वसूली को लेकर नगर निगम ने कसरत तेज कर दी है. पूर्व में निगम ने टैक्स की जो दरें तय की है. उनकी आपत्तियों पर सुनवाई के बाद नगर निगम के नए इलाकों की कमर्शियल भवनों पर टैक्स लगाने का रास्ता साफ हो गया है. ऐसे में अब टैक्स मौजूदा दरों के हिसाब से लगेगा.

नए परिसीमन के बाद नए वार्ड में व्यवसायिक भवनों पर निगम ने टैक्स लगाने की कवायद के चलते सभी को नोटिस दिया था. जिसके लिए निगम की ओर से आपत्ति के लिए 1 महीने का समय दिया गया था. वहीं, इसमें 68 आपत्तियां मिली थी. इसमें से ही कई लोगों ने सामूहिक आपत्ति दर्ज की थी.

इधर, अधिकारियों ने आपत्तियों पर सुनवाई की तो कुछ लोगों ने टैक्स ना लगाने की आपत्ति की ही थी, तो कुछ ने किस आधार पर टैक्स लगाया जा रहा है. साथ ही कुछ की आपत्ति थी कि जब सरकार ने नए क्षेत्रों में टैक्स छूट की घोषणा की है, तो कमर्शियल टैक्स क्यों लगाया जा रहा है.

ये भी पढ़ेंःमौसम बदलने से बढ़ी ठिठुरन, दो दिनों तक बारिश और बर्फबारी के आसार

नगर निगम के मुताबिक, नए इलाकों में व्यवसायिक भवनों की संख्या 5 हजार से अधिक है. साथ ही अगर नए इलाकों में किसी आवासीय भवनों पर कोई भी व्यवसायिक गतिविधि जैसे की दुकान आदि बनी होगी तो नगर निगम आवासीय हिस्से को छोड़कर दुकान पर टैक्स लगाने का काम करेगा.

वहीं, मेयर सुनील उनियाल गामा ने बताया कि नए वार्डों से आपत्तियों पर सुनवाई हो चुकी है और नगर निगम के इंस्पेक्टर वार्डों में जाकर सर्वे करने का काम दो-तीन दिन में शुरू कर देंगे. साथ ही अगर लगेगा तो टैक्स कम कर दिया जाएगा. वहीं, अगली बोर्ड बैठक में नए वार्डों से कॉमर्शियल टैक्स की दरें तय की जाएगी.

Intro:2018 में नगर निगम के परिसीमन विस्तार के बाद 60 वार्डो से 100 वार्ड हो गए थे।नए 40 वार्डो से कॉमर्शियल टैक्स लेने के लिए पिछले एक महीने से कॉमर्सियल भवनकर दाताओं ने आपत्ति जमा करा रहे थे और नगर निगम द्वारा आपत्तियों पर सुनवाई के बाद नगर निगम के नए इलाकों की कमर्शियल भवनों पर टैक्स लगाने का रास्ता साफ हो गया है टैक्स मौजूदा दरों के हिसाब से लगेगा हालांकि शहर के पानी क्षेत्रीय तुलना में यहां दरें कम ली जाएगी।।हलांकि अगली बोर्ड बैठक में ही निर्णय लिया जाएगा कि कितनी दरों पर नगर निगम टैक्स वसूलेगा।


Body:नगर निगम नए परिसीमन के बाद नए वार्ड में व्यवसायिक भवनों पर निगम ने टैक्स लगाने की कवायद के चलते सभी को नोटिस दिया था जिसके लिए निगम की ओर से आपत्ति के लिए 1 महीने का समय दिया गया था।इसमें 68 आपत्तियां मिली थी इसमें से ही कई लोगों ने सामूहिक आपत्ति दर्ज की थी।अधिकारियों ने आपत्तियों पर सुनवाई की तो कुछ लोगों ने टैक्स ना लगाने की आपत्ति की ही थी,तो कुछ ने किस आधार पर टैक्स लगाया जा रहा है।साथ ही कुछ की आपत्ति थी कि जब सरकार ने नए क्षेत्रों में टैक्स छूट की घोषणा की है तो कमर्शियल टैक्स क्यों लगाया जा रहा है। नगर निगम के मुताबिक नए इलाकों में व्यवसायिक भवनों की संख्या 5 हज़ार से अधिक है।साथ ही अगर नए इलाकों में किसी आवासीय भवनों पर कोई भी व्यावसायिक गतिविधि जैसे की दुकान आदि बनी होगी तो नगर निगम आवासीय हिस्से को छोड़कर दुकान पर टैक्स लगाने का काम करेगा।


Conclusion:मेयर सुनील उनियाल गामा ने बताया कि नए वार्डो से आपत्तियों पर सुनवाई हो चुकी है और नगर निगम के इंस्पेक्टर वार्डो में जा कर सर्वे करने का काम दो-तीन से शुरू कर देंगे।साथ ही अगर लगेगा तो टैक्स कम कर दिया जाएगा।हलांकि अगली बोर्ड बैठक में नए वार्डो से कॉमर्सियल टैक्स की दरें तय की जाएगी।

बाइट-सुनिल उनियाल गामा(मेयर)
Last Updated : Nov 27, 2019, 9:32 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.