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उत्तराखंड में बढ़ने जा रही RT-PCR टेस्ट सेंटर्स की संख्या, जानें कहां शुरू होंगी सेवाएं

कुमाऊं यूनिवर्सिटी के भीमताल कैंप के अलावा एचएनबी गढ़वाल यूनिवर्सिटी के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट के साथ ही हरिद्वार जिले के मेला अस्पताल, पिथौरागढ़, सेलाकुई स्थित एचएनबी मेडिकल विश्वविद्यालय के नए परिसर में आरटीपीसीआर जांच शुरू होने जा रही है.

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उत्तराखंड में बढ़ने जा रही RT-PCR सेंटर्स की संख्या
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Published : Jan 20, 2021, 3:43 PM IST

देहरादून: प्रदेश में कोरोना काल के दौरान आरटीपीसीआर टेस्ट अन्य क्षेत्रों में भी शुरू होने जा रहे हैं. इसके अलावा पर्वतीय क्षेत्रों के अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचाने के दौरान अगर रोड ब्लॉक या लैंडस्लाइड जैसी परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है, ऐसे में लोकल प्रोड्यूस की जाने वाली ऑक्सीजन, जिसे ऑक्सीजन कंसंट्रेटर कहा जाता है, उससे ऑक्सीजन की सप्लाई सुचारू रखी जा सकेगी. कुल मिलाकर कहा जाये तो कोविड काल में सरकार के विशेष प्रयासों से प्रदेश में मेडिकल सुविधाओं को बढ़ाया गया है. जिसका लाभ अब आम जनता को होगा.


इस संबंध में कोविड सलाहकार एवं नीति निर्धारण समिति के अध्यक्ष और एचएनबी मेडिकल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर हेमचंद्र ने बताया कि कोरोना काल में मेडिकल क्षेत्र में राज्य सरकार की ओर से काफी एफर्ट्स किए गए हैं. इससे मेडिकल सुविधाओं की कमी नहीं रह गई है. जिसका नतीजा यह रहा कि अस्पतालों में चिकित्सकों की संख्या बढ़ने के साथ ही आईसीयू बेड्स का भी विस्तार किया गया है.

पढ़ें- अज्ञात शवों का कब्रगाह बन रहा है नैनीताल जनपद, महज इतनों की हुई शिनाख्त

वर्तमान में 60 से 70 प्रतिशत ऑक्सीजन पाइपलाइन लगाई जा चुकी हैं. उन्होंने बताया कि इसके अलावा अन्य क्षेत्रों में भी आरटीपीसीआर टेस्ट आरंभ होने जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि कुमाऊं यूनिवर्सिटी के भीमताल कैंप के अलावा एचएनबी गढ़वाल यूनिवर्सिटी के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट के साथ ही हरिद्वार जिले के मेला अस्पताल, पिथौरागढ़, सेलाकुई स्थित एचएनबी मेडिकल विश्वविद्यालय के नए परिसर में आरटीपीसीआर जांच शुरू होने जा रही है.

पढ़ें- आज उत्तराखंड पहुंचेगी 92,500 कोरोना वैक्सीन डोज, विशेष विमान से लाया जाएगा जौलीग्रांट एयरपोर्ट

प्रोफेसर हेमचंद्र के मुताबिक, प्रदेश के जिला अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी को पूरा करने के लिए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर लगाए गए हैं. विशेषकर पर्वतीय क्षेत्रों के अस्पतालों में लैंडस्लाइड और रोड ब्लॉक जैसी दिक्कतों के चलते ऑक्सीजन सिलेंडर समय पर पहुंचाना एक चुनौती थी, जिला अस्पतालों में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर लगाए जाने के बाद ऑक्सीजन की कमी नहीं रहेगी. उन्होंने कहा कि कोविड काल में सरकार के विशेष प्रयासों से मेडिकल सुविधाओं को बढ़ाया गया है.

देहरादून: प्रदेश में कोरोना काल के दौरान आरटीपीसीआर टेस्ट अन्य क्षेत्रों में भी शुरू होने जा रहे हैं. इसके अलावा पर्वतीय क्षेत्रों के अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचाने के दौरान अगर रोड ब्लॉक या लैंडस्लाइड जैसी परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है, ऐसे में लोकल प्रोड्यूस की जाने वाली ऑक्सीजन, जिसे ऑक्सीजन कंसंट्रेटर कहा जाता है, उससे ऑक्सीजन की सप्लाई सुचारू रखी जा सकेगी. कुल मिलाकर कहा जाये तो कोविड काल में सरकार के विशेष प्रयासों से प्रदेश में मेडिकल सुविधाओं को बढ़ाया गया है. जिसका लाभ अब आम जनता को होगा.


इस संबंध में कोविड सलाहकार एवं नीति निर्धारण समिति के अध्यक्ष और एचएनबी मेडिकल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर हेमचंद्र ने बताया कि कोरोना काल में मेडिकल क्षेत्र में राज्य सरकार की ओर से काफी एफर्ट्स किए गए हैं. इससे मेडिकल सुविधाओं की कमी नहीं रह गई है. जिसका नतीजा यह रहा कि अस्पतालों में चिकित्सकों की संख्या बढ़ने के साथ ही आईसीयू बेड्स का भी विस्तार किया गया है.

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वर्तमान में 60 से 70 प्रतिशत ऑक्सीजन पाइपलाइन लगाई जा चुकी हैं. उन्होंने बताया कि इसके अलावा अन्य क्षेत्रों में भी आरटीपीसीआर टेस्ट आरंभ होने जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि कुमाऊं यूनिवर्सिटी के भीमताल कैंप के अलावा एचएनबी गढ़वाल यूनिवर्सिटी के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट के साथ ही हरिद्वार जिले के मेला अस्पताल, पिथौरागढ़, सेलाकुई स्थित एचएनबी मेडिकल विश्वविद्यालय के नए परिसर में आरटीपीसीआर जांच शुरू होने जा रही है.

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प्रोफेसर हेमचंद्र के मुताबिक, प्रदेश के जिला अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी को पूरा करने के लिए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर लगाए गए हैं. विशेषकर पर्वतीय क्षेत्रों के अस्पतालों में लैंडस्लाइड और रोड ब्लॉक जैसी दिक्कतों के चलते ऑक्सीजन सिलेंडर समय पर पहुंचाना एक चुनौती थी, जिला अस्पतालों में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर लगाए जाने के बाद ऑक्सीजन की कमी नहीं रहेगी. उन्होंने कहा कि कोविड काल में सरकार के विशेष प्रयासों से मेडिकल सुविधाओं को बढ़ाया गया है.

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