देहरादून: मौसम बदलने से दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल (Doon Medical College Hospital) में मरीजों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है. चिकित्सकों का कहना है कि यह मौसम वायरस के लिए अनुकूल माना जाता है. जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है, उन्हें ऐसे मौसम में बीमारियों का शिकार होना पड़ता है. दून मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में 17 सौ के आसपास मरीज रोजाना आ रहे थे, जो संख्या अब बढ़कर ढाई हजार के आसपास पहुंच गई है.
दरअसल, दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल (Doon Medical College Hospital) की ओपीडी में ज्यादातर मरीज बुखार के देखे जा रहे हैं. जहां पहले अस्पताल की ओपीडी में करीब 17 सौ के आसपास मरीज रोजाना आ रहे थे. वहीं अब यह संख्या बढ़कर ढाई हजार के आसपास पहुंच गई है. अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट प्रोफेसर वाई रिजवी के अनुसार बीमारियों के भी सीजन होते हैं. जब मौसम गर्मी से सर्दियों में बदलता है या फिर सर्दी से गर्मी में मौसम में बदलाव होता है तो ऐसे सीजन में मरीजों की संख्या बढ़ जाती है. उन्होंने बताया कि आमतौर पर यह मौसम वायरस के लिए अनुकूल होता है. यह तेजी से लोगों को संक्रमित करता है. इससे बचने के लिए अपनी रेजिस्टेंस को बढ़ाना जरूरी है. उन्होंने बताया कि तापमान के इस उतार-चढ़ाव में अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखना जरूरी है.
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अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि मरीजों के लिए करीब साढ़े सात सौ बेड उपलब्ध हैं. कोशिश की जा रही है कि 8 सौ बेड तक ले जाया जाये. ऐसे में अस्पताल की सुविधाओं को बढ़ाने को लेकर लोगों का सहयोग भी होना जरूरी है. वहीं अस्पताल के चिकित्सकों के मुताबिक डेंगू से बचने के लिए घर के आसपास सफाई रखें और मच्छरों से बचने के उपाय करें. इसके अलावा बदलते मौसम में वायरस से बचने के लिए बासी भोजन का सेवन ना करें. बाजार से खुली चीजें खरीद कर खाने से परहेज करें. घर में बना ताजा भोजन ग्रहण करें.