देहरादून: प्रदेश के कॉलेजों और महाविद्यालयों में शिक्षकों की कमी को लेकर कांग्रेस सहयोगी छात्र संगठन एनएसयूआई ने शनिवार को मुख्यमंत्री आवास कूच किया. लेकिन पुलिस ने बैरिकेड लगाकर प्रदर्शनकारियों को मुख्यमंत्री आवास पहुंचने से पहले ही रोक दिया. जिसके बाद पुलिस ने उग्र प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
बता दें कि एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने प्रदेश में शासकीय व अर्द्धशासकीय महाविद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति की जाने, सेमेस्टर प्रणाली पर निर्णय लेने से पूर्व छात्र-छात्राओं से राय लेने और उत्तराखंड के महाविद्यालयों की दुर्दशा के लिए शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत को जिम्मेदार करार देते हुए उनके इस्तीफे की मांग को लेकर मुख्यमंत्री आवास कूच किया.
गौर हो कि इससे पूर्व एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने प्रदेश मुख्यालय में एक सभा का आयोजन किया था. जिसमें सैकड़ों की संख्या में छात्र-छात्राओं ने भाग लिया. इस मामले में एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष मोहन भंडारी ने बताया कि सरकार शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए बार-बार आश्वासन दे रही है. लेकिन अभी तक शिक्षकों की तैनाती नहीं की गई है. जबकि महाविद्यालय में चल रहे छात्र संघ चुनावों में सरकार हस्तक्षेप कर रही है.
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वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने एनएसयूआई की मांगों का समर्थन करते हुए कहा कि एनएसयूआई की मांगें जायज हैं. उन्होंने कहा कि यह विंग छात्र हितों के लिए बनाया गया है. जिस तरीके से महाविद्यालयों में शिक्षकों के पद रिक्त चल रहे हैं. ऐसे में छात्रों की शिक्षा कैसे अच्छी हो सकती है.