ऋषिकेश: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा अब अंतिम चरण में है. सरकार लगातार चारधाम यात्रा की सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद होने की बात कहती आई है. मगर सरकार के इन दावों की पोल सात समुंदर पार से चारधाम यात्रा करने पहुंची मनमीत कौर खोल रही हैं. मनमीत चारधाम यात्रा के लिए की गई व्यवस्थाओं से निराश हैं. उन्होंने सरकार से इसमें सुधार की मांग की है.
दरअसल, सात समुंदर पार अमेरिका से बदरी-केदार के दर्शन के लिए पहुंची एनआरआई मनमीत कौर को जिन असुविधाओं का सामना यात्रा मार्ग में करना पड़ा, उससे वह विचलित हैं. उनका कहना है कि सरकार सुविधाओं का प्रचार-प्रसार कर तीर्थयात्रियों को यात्रा पर बुला तो रही है, लेकिन हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है.
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ऋषिकेश पहुंची मनमीत कौर ने बताया कि यात्रा मार्ग पर जगह-जगह कई पड़ाव हैं. इन पड़ावों में किसी भी प्रकार की जानकारी देने के लिए तैनात अधिकारी तीर्थयात्रियों से सीधे मुंह बात करने तक को तैयार नहीं हैं. पूछने पर गोलमोल जवाब देकर तीर्थयात्रियों को गुमराह किया जा रहा है. उन्होंने बताया वह साल 2018 से लगातार बदरी-केदार की यात्रा के लिए अमेरिका से उत्तराखंड आ रही हैं. इस साल जो अव्यवस्थाएं यात्रा मार्ग पर हैं उसे देखकर उनकी आस्था को ठेस पहुंची है.
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केदारनाथ के लिए होने वाली हवाई यात्रा के दौरान हेलीकॉप्टर कंपनियां भी तीर्थयात्रियों को गुमराह कर रही हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि मौसम खराब होने की वजह से कैंसिल हुई उड़ान सेवाओं की वेटिंग में खड़े तीर्थ यात्रियों को सही जवाब नहीं दिया गया. न ही उनके लिए कोई भी वैकल्पिक व्यवस्था की गई. जिसकी वजह से वह बिना यात्रा किये वापस ऋषिकेश लौट आईं.
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यहां आने के बाद मनमीत कौर ने देहरादून से चार्टर्ड हेलीकाप्टर बुक किया. जिसके बाद उन्होंने बदरी-केदार के दर्शन किये. इन सभी प्रक्रियाओं में मनमीत कौर को कई दिनों तक परेशान होना पड़ा. साथ ही पैसों की भी बर्बादी हुई. उन्होंने सरकार से व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की मांग की है.