देहरादून: राजधानी देहरादून के एक जाने-माने अस्पताल की शाखा में बच्चे को एक्सपायरी डेट की वैक्सीन लगाने का मामला सामने आया है, जिसके बाद बाल अधिकार संरक्षण आयोग की ओर से सीएमओ देहरादून को पूरे मामले पर 15 दिनों में जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है.
बता दें कि राजधानी के एक निजी अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगा है. पथरी बाग निवासी एक व्यक्ति ने बाल आयोग में यह शिकायत दी थी कि उसके भतीजे को राजधानी के एक जाने-माने निजी अस्पताल में टीकाकरण के लिए ले जाया गया था, जहां अस्पताल कर्मचारियों ने लापरवाही बरतते हुए बच्चे को एक्सपायरी डेट की वैक्सीन लगा दी, जिससे बच्चे की तबीयत ज्यादा खराब हो गई थी.
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वहीं, जब संबंधित व्यक्ति द्वारा अस्पताल से इस विषय में सवाल किया गया तो अस्पताल प्रबंधन की ओर से यह जवाब दिया गया कि बच्चे की तबीयत एक्सपायरी दवा के चलते नहीं बल्कि जो अन्य दो वैक्सीन लगाई गई हैं, उससे बिगड़ी है. जिसके बाद शिकायतकर्ता ने चाइल्ड हेल्प लाइन में शिकायत की, जिसका संज्ञान लेते हुए बाल आयोग ने अब इस पूरे मामले पर जांच बैठा दी है. इसके साथ ही बाल आयोग की ओर से सीएमओ देहरादून से 15 दिनों में जांच रिपोर्ट भी मांगी गई है.
बाल अधिकार संरक्षण आयोग कि अध्यक्ष ऊषा नेगी ने पूरे प्रकरण को बेहद ही गंभीर बताया है. उनके मुताबिक इस तरह की लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी क्योंकि यह सीधे तौर पर बच्चे की सेहत के साथ खिलवाड़ है.