देहरादून: बरसात के दौरान मसूरी जाने वाले हाथीपांव-किमाड़ी मार्ग पर शाम 8 बजे से सुबह 7 बजे तक बाहरी वाहनों की आवाजाही पर पूरी तरह से प्रतिबंध कर दिया गया है. वहीं, स्थानीय लोगों को इस मार्ग आने-जाने की छूट रहेगी. साथ ही इस रोड पर पुलिस प्रशासन और पीडब्ल्यूडी के ज्वाइंट सर्वे कर सड़क पर हो रहे हादसों पर डिटेल रिपोर्ट बनाएगी और ब्लैक स्पॉट को सुधारा जाएगा.
बता दें कि गढ़ी कैंट से किमाड़ी होते हुए मसूरी तक हर मोड़ पर जान जोखिम में रहती है. इस मार्ग पर कहीं सड़क किनारे पैराफिट नहीं है, तो कहीं संकेतक गायब है. इस मार्ग पर हर साल कई दुर्घटनाएं होती हैं और पिछले सप्ताह इस मार्ग पर दो सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं.
शनिवार की रात को हुए हादसे में पति-पत्नी की मौत हो गई थी, जबकि उनकी बेटी और चालक बुरी तरह से घायल हो गई थी. घायलों और शवों को ढूंढने में पुलिस को 7 घंटे से ज्यादा का समय लग गया था. करीब 10 किलोमीटर का क्षेत्र जाने के बाद ही दुर्घटनाग्रस्त गाड़ी और घायलों का पता चल सका था. इस मार्ग पर ज्यादातर दुर्घटनाएं रात के समय होती है. ऐसे में पुलिस इस रास्ते को रात के सफर के लिए असुरक्षित मानती है.
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इस बारे में डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि जब तक बरसात चल रही है और जिस तरीके से अगले महीने तक बरसात का मौसम रहेगा, उसके हिसाब से इस मार्ग पर रात के समय यात्रा करना सुरक्षित नहीं है. इसलिए निर्देश दिए गए हैं कि रात के समय इस मार्ग को बन्द किया जाए, ताकि हो रही घटनाओं को रोका जा सके.