डोइवाला: चीनी मिल का पेराई सत्र शुरु होने में अभी कुछ समय बाकी है, लेकिन चीनी मिल द्वारा तैयार चीनी की गुणवत्ता को नेशनल शुगर इंस्टिट्यूट कानपुर ने प्रथम स्थान दिया है. मिल की चीनी के सैंपल को पास करते हुए इंस्टीट्यूट द्वारा पूरे देश की चीनी मिलों को भेजे जा रहे हैं.
डोइवाला शुगर कंपनी लिमिटेड में तैयार चीनी को नेशनल शुगर इंस्टिट्यूट कानपुर द्वारा मानकों के आधार पर प्रथम दर्जा दिया है. डोइवाला मिल की चीनी के नमूनों को पूरे देश की अन्य चीनी मिलों को सैंपल भेजे जा रहे हैं. नेशनल शुगर इंस्टिट्यूट कानपुर ने देश की सभी चीनी मिलों को निर्देश दिए हैं कि डोइवाला मिल द्वारा तैयार की जा रही चीनी सभी मानकों को पूरा करती है. एनएसआई द्वारा कहा गया कि इससे कम स्टैंडर्ड की चीनी कोई भी चीनी मिल तैयार न करे.
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डोइवाला शुगर मिल के अधिशासी निदेशक मनमोहन सिंह रावत ने बताया कि बीती जुलाई में चीनी के स्टैंडर्ड को प्रमाणित करने वाले देश के सबसे बड़े संस्थान नेशनल शुगर इंस्टिट्यूट कानपुर की टीम ने डोइवाला चीनी मिल से चीनी के स्टैंडर्ड को नापने के लिए नमूने लिए गए थे. इसमें एस 30 और एम 30 के नमूने भी लिए गए थे. जांच में डोइवाला की चीनी मिल द्वारा तैयार चीनी के नमूने स्टैंडर्ड मांगों के अनुसार पाए गए. नेशनल शुगर इंस्टिट्यूट द्वारा देश की सभी चीनी मिलों को ये नमूने भेजे जा रहे हैं. चीनी मिलों को कहा गया है कि इससे कम स्टैंडर्ड की चीनी कोई भी चीनी मिल तैयार न करें.