देहरादून: वनों की सुरक्षा के लिए फॉरेस्ट रेंजर्स की भूमिका काफी अहम होती है. इस बार उत्तराखंड वन विभाग को 26 नए युवा फॉरेस्ट रेंजर मिले हैं. यह सभी अफसर महाराष्ट्र से 18 महीनों की कठिन ट्रेनिंग पूरी कर प्रदेश लौटे हैं. ईटीवी भारत ने इन सभी रेंजर्स से खास बातचीत की है.
इन सभी 26 युवा अधिकारियों में 9 महिला अधिकारी भी शामिल हैं. यह सभी अधिकारी 6 महीने का प्रोबेशन पीरियड पूरा कर अब जल्द ही फॉरेस्ट रेंजर अधिकारी के तौर पर अपना पदभार संभालेंगे. ईटीवी भारत से खास बातचीत में इन युवा फॉरेस्ट रेंजरों ने अपने जिंदगी के सफर से जुड़ी कई बाते सांझा की. उन्होंने बताया कि अधिकारी बनने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत से उत्तराखंड लोक सेवा आयोग का पेपर निकाला. जिसके बाद रैंकिंग के आधार पर उन्हें फॉरेस्ट रेंजर की जिम्मेदारी दी गई.
पढे़ं- देहरादून: दशहरे की तैयारियां जोरों पर, 62 फुट ऊंचा रावण रहेगा आकर्षण का केंद्र
इसके बाद फॉरेस्ट रेंजर की इस जिम्मेदारी को सही तरह से निभाने के लिए उन्हें 18 महीनों के प्रशिक्षण के लिए महाराष्ट्र जाना पड़ा. इस दौरान उन्हें फिजिकल ट्रेनिंग के साथ-साथ देश के कई हिस्सों में जाकर सीखने का मौका मिला. वहीं, युवा महिला फॉरेस्ट रेंजर्स ने बताया कि बतौर महिला उन्हें फिजिकल ट्रेनिंग काफी कठिन लगी, लेकिन वनों और पर्यावरण को बचाने के जज्बे ने उन्हें हर पल प्रोत्साहित रखा. जिसका परिणाम है कि वे आज अधिकारी के रूप में पदभार संभालने वाले हैं.