ETV Bharat / state

वन विभाग को मिले 26 नए फॉरेस्ट रेंजर्स, देखिये खास बातचीत

ट्रेनिंग पूरी कर उत्तराखंड लौटे 26 नए फॉरेस्ट रेंजर्स से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की है. जिसमें उनके सफर और उनके दायित्वों के बारे में बात की गई. 6 महीने का प्रोबेशन पीरियड पूरा कर जल्द ही यह अफसर अपना पदभार संभालेंगे

वन विभाग को मिले 26 नए फोरेस्ट रेंजर्स.
author img

By

Published : Oct 4, 2019, 8:46 PM IST

Updated : Oct 4, 2019, 10:07 PM IST

देहरादून: वनों की सुरक्षा के लिए फॉरेस्ट रेंजर्स की भूमिका काफी अहम होती है. इस बार उत्तराखंड वन विभाग को 26 नए युवा फॉरेस्ट रेंजर मिले हैं. यह सभी अफसर महाराष्ट्र से 18 महीनों की कठिन ट्रेनिंग पूरी कर प्रदेश लौटे हैं. ईटीवी भारत ने इन सभी रेंजर्स से खास बातचीत की है.

वन विभाग को मिले 26 नए फॉरेस्ट रेंजर्स.

इन सभी 26 युवा अधिकारियों में 9 महिला अधिकारी भी शामिल हैं. यह सभी अधिकारी 6 महीने का प्रोबेशन पीरियड पूरा कर अब जल्द ही फॉरेस्ट रेंजर अधिकारी के तौर पर अपना पदभार संभालेंगे. ईटीवी भारत से खास बातचीत में इन युवा फॉरेस्ट रेंजरों ने अपने जिंदगी के सफर से जुड़ी कई बाते सांझा की. उन्होंने बताया कि अधिकारी बनने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत से उत्तराखंड लोक सेवा आयोग का पेपर निकाला. जिसके बाद रैंकिंग के आधार पर उन्हें फॉरेस्ट रेंजर की जिम्मेदारी दी गई.

पढे़ं- देहरादून: दशहरे की तैयारियां जोरों पर, 62 फुट ऊंचा रावण रहेगा आकर्षण का केंद्र

इसके बाद फॉरेस्ट रेंजर की इस जिम्मेदारी को सही तरह से निभाने के लिए उन्हें 18 महीनों के प्रशिक्षण के लिए महाराष्ट्र जाना पड़ा. इस दौरान उन्हें फिजिकल ट्रेनिंग के साथ-साथ देश के कई हिस्सों में जाकर सीखने का मौका मिला. वहीं, युवा महिला फॉरेस्ट रेंजर्स ने बताया कि बतौर महिला उन्हें फिजिकल ट्रेनिंग काफी कठिन लगी, लेकिन वनों और पर्यावरण को बचाने के जज्बे ने उन्हें हर पल प्रोत्साहित रखा. जिसका परिणाम है कि वे आज अधिकारी के रूप में पदभार संभालने वाले हैं.

देहरादून: वनों की सुरक्षा के लिए फॉरेस्ट रेंजर्स की भूमिका काफी अहम होती है. इस बार उत्तराखंड वन विभाग को 26 नए युवा फॉरेस्ट रेंजर मिले हैं. यह सभी अफसर महाराष्ट्र से 18 महीनों की कठिन ट्रेनिंग पूरी कर प्रदेश लौटे हैं. ईटीवी भारत ने इन सभी रेंजर्स से खास बातचीत की है.

वन विभाग को मिले 26 नए फॉरेस्ट रेंजर्स.

इन सभी 26 युवा अधिकारियों में 9 महिला अधिकारी भी शामिल हैं. यह सभी अधिकारी 6 महीने का प्रोबेशन पीरियड पूरा कर अब जल्द ही फॉरेस्ट रेंजर अधिकारी के तौर पर अपना पदभार संभालेंगे. ईटीवी भारत से खास बातचीत में इन युवा फॉरेस्ट रेंजरों ने अपने जिंदगी के सफर से जुड़ी कई बाते सांझा की. उन्होंने बताया कि अधिकारी बनने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत से उत्तराखंड लोक सेवा आयोग का पेपर निकाला. जिसके बाद रैंकिंग के आधार पर उन्हें फॉरेस्ट रेंजर की जिम्मेदारी दी गई.

पढे़ं- देहरादून: दशहरे की तैयारियां जोरों पर, 62 फुट ऊंचा रावण रहेगा आकर्षण का केंद्र

इसके बाद फॉरेस्ट रेंजर की इस जिम्मेदारी को सही तरह से निभाने के लिए उन्हें 18 महीनों के प्रशिक्षण के लिए महाराष्ट्र जाना पड़ा. इस दौरान उन्हें फिजिकल ट्रेनिंग के साथ-साथ देश के कई हिस्सों में जाकर सीखने का मौका मिला. वहीं, युवा महिला फॉरेस्ट रेंजर्स ने बताया कि बतौर महिला उन्हें फिजिकल ट्रेनिंग काफी कठिन लगी, लेकिन वनों और पर्यावरण को बचाने के जज्बे ने उन्हें हर पल प्रोत्साहित रखा. जिसका परिणाम है कि वे आज अधिकारी के रूप में पदभार संभालने वाले हैं.

Intro:
Desk Visuals and one to one, send from LivU

Folder Name- uk 08 forest rangers

देहरादून- आगामी 8 ओक्टोबर तक वन्यजीव सप्ताह मनाया जा रहा है । ऐसे में वन्य जीव सप्ताह के मौके पर ईटीवी आपकी मुलाकात उत्तराखंड वन विभाग को मिले 26 नए फॉरेस्ट रेंजर से करा रहा हैं । जॉब हाल ही में महाराष्ट्रा से 18 महीनों की कठिन ट्रेनिंग पूरी कर प्रदेश लौटे हैं ।




Body:आपकी जानकारी के लिए बता दें की इन सभी 26 युवा अधिकारियों में 9 महिला अधिकारी भी शामिल हैं । यह सभी अधिकारी 6 महीने का प्रोबेशन पीरियड पूरा कर अब जल्द ही फॉरेस्ट रेंजर अधिकारी के तौर पर अपना पदभार संभालेंगे ।

ईटीवी भारत से खास बातचीत में इन युवा फॉरेस्ट रेंजर अधिकारियों ने अपने अधिकारी बनने तक के सफर से जुड़ी कई बातें सांझा की । उन्होंने बताया की अधिकारी बनने के इस सफर में सबसे पहले उन्होंने कड़ी मेहनत से उत्तराखंड लोक सेवा आयोग का पेपर निकाला । जिसके बाद रैंकिंग के आधार पर उन्हें फारेस्ट रेंजर की जिम्मेदारी दी गई ।




Conclusion:फारेस्ट रेंजर की इस जिम्मेदारी को सही तरह से निभाने के लिए उन्हें 18 महीनो के प्रशिक्षण के लिए महाराष्ट्र जाना पड़ा । इन दौरान उन्हें फिजिकल ट्रेनिंग भी दी गई । जो कि काफी कठिन थी।

वहीं मौके पर मौजूद युवा महिला फारेस्ट रेंजर्स अधिकारियों से जब हमने बीत कि तो उन्होंने बताया कि बतौर महिला उन्हें फिसिकल ट्रेनिंग काफी कठिन लगी । लेकिन मन में यदि वनों और पर्यावरण को बचाने का जज़्बा हो तो कोई भी प्रशिक्षण मुश्किल नही होता।
Last Updated : Oct 4, 2019, 10:07 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.