देहरादून: उत्तरकाशी के सालरा गांव (Salra village of Uttarkashi) के मंदिर में प्रवेश करने पर अनुसूचित जाति के युवक से मारपीट (Scheduled Caste youth thrashed in Uttarkashi) मामले का राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (National Commission for Scheduled Castes) ने मामले का संज्ञान लिया है. इस मामले में आयोग ने कार्रवाई शुरू कर दी है. आयोग ने डीएम और एसपी उत्तरकाशी से 3 दिन के भीतर रिपोर्ट तलब की है.
गौरतलब है कि उत्तरकाशी जिले के मोरी क्षेत्र के अंतर्गत बनौली निवासी आयुष को गांव के ही सवर्ण जाति के लोगों ने मंदिर में प्रवेश करने को लेकर बंधक बनाया. जिसके बाद अंगारे और जलती लकड़ी से उसकी पिटाई की गई. मामला 9 जनवरी का है. इस घटना के बाद युवक को उपचार के लिए दून अस्पताल में भर्ती कराया गया. अब इस मामले का संज्ञान राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने लिया है. राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की मेंबर और पूर्व एमपी अंजू बाला देहरादून पहुंच रही हैं.
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आयुष के भाई दिनेश ने असामाजिक तत्वों से जान माल का खतरा बताया है. साथ ही मामले में सुरक्षा की गुहार लगाई है. उन्होंने बताया बीते रोज उनके गांव के कुछ लोग दून अस्पताल आए, वे मरीज को वॉर्ड के बाहर से देख कर बगैर मिले चले गए. उन्होंने शंका जताई कि कहीं आयुष के साथ कोई अप्रिय घटना न हो जाये. उन्होंने कहा हम सरकार से मांग करते हैं कि इस मामले में जो भी दोषी हैं, उनके खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई होनी चाहिए.
उन्होंने बताया एक तरफ आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है, सरकार तमाम तरह की योजनाएं बनाते हुए कार्य कर रही है, दूसरी तरफ शर्मसार कर देने वाली ऐसी घटनाएं घट रही हैं. उन्होंने अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक से भी आग्रह किया है कि युवक और उनके परिजनों को अस्पताल में पुलिस सुरक्षा दी जाए.
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दरअसल, जब आयुष मंदिर में दर्शन के लिए गया था वहां गांव के 5 सवर्णों ने जलती लकड़ी से उसे रात भर पीटा. परिजनों के विरोध के बाद स्थानीय पुलिस ने इन पांचों के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. जिसके बाद आयुष को उपचार के लिए दून अस्पताल एडमिट कराया गया है. आयुष के भाई दिनेश ने शासन प्रशासन से सुरक्षा की मांग की है.