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24 घंटे बाद भी नहीं मिला संतों के हत्यारों का सुराग, नागा साधुओं ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी - महंत हरिगिरि मर्डर

खटीमा में महंत बाबा हरि गिरि महाराज समेत दो लोगों की हत्या मामले की पुलिस जांच कर रही है. आज नागा साधु-सन्यासियों की मौजूदगी में महंत बाबा हरि गिरि महाराज को भू समाधि दी गई. जिसके बाद नागा साधु-सन्यासियों ने जल्द से जल्द हत्याकांड का खुलासा करने की मांग की है. ऐसा न होने पर नागा साधुओं ने आंदोलन की चेतावनी दी है.

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24 घंटे बाद भी नहीं मिला संतों के हत्यारों का सुराग
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jan 6, 2024, 6:31 PM IST

Updated : Jan 6, 2024, 7:50 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले के खटीमा क्षेत्र में बुधवार और बृहस्पतिवार की देर रात महंत बाबा हरी गिरी और अन्य एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई. इस घटना के 24 घंटे बाद महंत बाबा हरी गिरी को भू समाधि दे दी गई. भू समाधि देने के बाद जूना अखाड़े के नागा साधुओं ने चेतावनी दी है. नागा साधुओं ने कहा अगर 5 दिनों के भीतर हत्यारों को नहीं पकड़ा गया तो वे सड़कों पर उग्र आंदोलन करेंगे.

महंत बाबा हरी गिरी को दी गई भू समाधि: बता दें सीएम धामी के गृह क्षेत्र खटीमा में गुरुवार रात को बदमाशों ने बड़ी वारदात को अंजाम दिया. बदमाशों ने सिद्ध बाबा भारामल के समाधि स्थल के महंत बाबा हरि गिरि महाराज और एक अन्य व्यक्ति की हत्या की. हत्याकांड की जानकारी मिलने के बाद पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा. जिसके बाद तत्काल प्रभाव से दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाया गया. उसके बाद आज आश्रम में ही दर्शन के लिए उनके शरीर को रखा गया. इस दौरान मौके पर भारी पुलिस बल मौजूद रहा. खुद उधम सिंह नगर जिले के एसपी मंजूनाथ टीसी, उप जिलाधिकारी रविंद्र सिंह बिष्ट भी मौके पर पहुंचे. जिसके बाद जूना अखाड़ा के तमाम साधु संतों की मौजूदगी में भू समाधि दी गई.

पढ़ें- खटीमा में महंत बाबा हरि गिरि महाराज समेत दो लोगों की हत्या, पुलिस जांच में जुटी

नागा साधुओं ने दी आंदोलन की चेतावनी: आज जैसे ही जूना अखाड़े के तमाम संत सुराई वन क्षेत्र में स्थित बाबा भारामल धाम पहुंचे वैसे ही प्रशासन भी अलर्ट हो गया. उधम सिंह नगर के एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने कहा इस दुखद घटना पर पूरा पुलिस प्रशासन साधु संतों के साथ खड़ा है. इस मामले में किसी तरह की कोई कोताही बरती नहीं जाएगी.जांच के लिए कई सुराग पर काम किया जा रहा है. उप जिला अधिकारी रविंद्र सिंह बिष्ट ने कहा महंत बाबा हरी गिरी को सीएम धामी की तरफ से भी श्रद्धांजलि दी है. भू समाधि के बाद बाद जूना अखाड़े के नागा साधुओं ने चेतावनी दी है. नागा साधुओं ने कहा अगर 5 दिनों के भीतर हत्यारों को नहीं पकड़ा गया तो वे सड़कों पर उग्र आंदोलन करेंगे.


पढ़ें- हरिद्वार के ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा, जीजा अमजद ने की थी साले मुकीम की हत्या, ये था कारण

कब मिलेंगे इन सवालों के जवाब: बता दें भारामल धाम में हुये इस हत्याकांड के 24 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली है. ऐसे कई सवाल है जो खड़े हो रहे हैं. मसलन, संतों की हत्या के पीछे आखिर कौन हैं? इस हत्या के पीछे की वजह क्या है? ये पूरा क्षेत्र भारत नेपाल सीमा से सटा हुआ है ऐसे में कौन है जो हत्या करने के बाद आसानी से निकल गया?

पढ़ें- महिला के भतीजे से थे अवैध संबंध, नाबालिग बेटे ने किया विरोध तो 'भाई' ने कर दी हत्या

8 दिन पहले सीएम धामी पहुंचे थे आश्रम: हत्या के दिन से लगभग 8 दिन पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी इसी आश्रम में पहुंचे थे. यहां पहुंचकर सीएम धामी ने न केवल रामायण के पाठ में भाग लिया, बल्कि उसके समापन होने के बाद भगवान शिव का जलाभिषेक भी किया. रामायण समाप्ति के बाद सीएम धामी ने धामी ने भंडारे में लोगों को प्रसाद भी बांटा. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की इस धाम के प्रति गहरी आस्था थी. ऐसे में ये धाम और यहां से जुड़े मामले और भी खास हो जाते हैं.

देहरादून: उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले के खटीमा क्षेत्र में बुधवार और बृहस्पतिवार की देर रात महंत बाबा हरी गिरी और अन्य एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई. इस घटना के 24 घंटे बाद महंत बाबा हरी गिरी को भू समाधि दे दी गई. भू समाधि देने के बाद जूना अखाड़े के नागा साधुओं ने चेतावनी दी है. नागा साधुओं ने कहा अगर 5 दिनों के भीतर हत्यारों को नहीं पकड़ा गया तो वे सड़कों पर उग्र आंदोलन करेंगे.

महंत बाबा हरी गिरी को दी गई भू समाधि: बता दें सीएम धामी के गृह क्षेत्र खटीमा में गुरुवार रात को बदमाशों ने बड़ी वारदात को अंजाम दिया. बदमाशों ने सिद्ध बाबा भारामल के समाधि स्थल के महंत बाबा हरि गिरि महाराज और एक अन्य व्यक्ति की हत्या की. हत्याकांड की जानकारी मिलने के बाद पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा. जिसके बाद तत्काल प्रभाव से दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाया गया. उसके बाद आज आश्रम में ही दर्शन के लिए उनके शरीर को रखा गया. इस दौरान मौके पर भारी पुलिस बल मौजूद रहा. खुद उधम सिंह नगर जिले के एसपी मंजूनाथ टीसी, उप जिलाधिकारी रविंद्र सिंह बिष्ट भी मौके पर पहुंचे. जिसके बाद जूना अखाड़ा के तमाम साधु संतों की मौजूदगी में भू समाधि दी गई.

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नागा साधुओं ने दी आंदोलन की चेतावनी: आज जैसे ही जूना अखाड़े के तमाम संत सुराई वन क्षेत्र में स्थित बाबा भारामल धाम पहुंचे वैसे ही प्रशासन भी अलर्ट हो गया. उधम सिंह नगर के एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने कहा इस दुखद घटना पर पूरा पुलिस प्रशासन साधु संतों के साथ खड़ा है. इस मामले में किसी तरह की कोई कोताही बरती नहीं जाएगी.जांच के लिए कई सुराग पर काम किया जा रहा है. उप जिला अधिकारी रविंद्र सिंह बिष्ट ने कहा महंत बाबा हरी गिरी को सीएम धामी की तरफ से भी श्रद्धांजलि दी है. भू समाधि के बाद बाद जूना अखाड़े के नागा साधुओं ने चेतावनी दी है. नागा साधुओं ने कहा अगर 5 दिनों के भीतर हत्यारों को नहीं पकड़ा गया तो वे सड़कों पर उग्र आंदोलन करेंगे.


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कब मिलेंगे इन सवालों के जवाब: बता दें भारामल धाम में हुये इस हत्याकांड के 24 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली है. ऐसे कई सवाल है जो खड़े हो रहे हैं. मसलन, संतों की हत्या के पीछे आखिर कौन हैं? इस हत्या के पीछे की वजह क्या है? ये पूरा क्षेत्र भारत नेपाल सीमा से सटा हुआ है ऐसे में कौन है जो हत्या करने के बाद आसानी से निकल गया?

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8 दिन पहले सीएम धामी पहुंचे थे आश्रम: हत्या के दिन से लगभग 8 दिन पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी इसी आश्रम में पहुंचे थे. यहां पहुंचकर सीएम धामी ने न केवल रामायण के पाठ में भाग लिया, बल्कि उसके समापन होने के बाद भगवान शिव का जलाभिषेक भी किया. रामायण समाप्ति के बाद सीएम धामी ने धामी ने भंडारे में लोगों को प्रसाद भी बांटा. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की इस धाम के प्रति गहरी आस्था थी. ऐसे में ये धाम और यहां से जुड़े मामले और भी खास हो जाते हैं.

Last Updated : Jan 6, 2024, 7:50 PM IST
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