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मसूरी-यमुना पेयजल योजना का कार्य पूरा, शहर में 40 सालों तक नहीं होगी पेयजल किल्लत

मसूरी में यमुना-मसूरी पेयजल योजना का कार्य पूरा हो चुका है. जिसके तहत अब मसूरी की जनता को पानी के लिये परेशान नहीं होना पड़ेगा. कार्य पूरा होने के अवसर पर उत्तराखंड होटल एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष ने तत्कालीन सरकार से लेकर वर्तमान सरकार का धन्यवाद किया है. साथ ही मिठाई बांटकर खुशी का इजहार किया.

mussoorie yamuna drinking water scheme
मसूरी-यमुना पेयजल योजना का काम हुआ पूरा
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Published : May 15, 2023, 10:14 AM IST

मसूरी: केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी यमुना-मसूरी पेयजल पंपिंग योजना का कार्य लगभग पूरा हो चुका है. जिसके तहत देर रात को यमुना नदी से मसूरी के राधा भवन स्टेट के टैंकरों में पानी पहुंच गया है. इस योजना के पूरा हो जाने से आने वाले लगभग 40 सालों तक मसूरी को पेयजल की समस्या नहीं होगी. राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी, तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और टिहरी सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह व कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी के प्रयासों से यमुना नदी से मसूरी तक पानी लाने की 144 करोड़ की योजना को स्वीकृति मिली थी.

गर्मियों में बढ़ जाती है पेयजल की समस्या: पेयजल योजना के लागू होने से मसूरी को पन्द्रह मिलियन लीटर डेली (एमएलडी) वाटर दिया जा सकेगा. मसूरी में सामान्य दिनों में पानी की सात एमएलडी और सप्ताह के आखिर में आठ एमएलडी खपत होती है. वहीं गर्मियों के दिनों की बात करें तो मसूरी में पानी की खपत बढ़कर 14 एमएलडी हो जाती है. मसूरी में अभी साढ़े सात एमएलडी पेयजल की क्षमता है. जिसमें चार एमएलडी की सप्लाई स्थानीयों को और बाकी यहां के होटलों को दी जाती है. गर्मियों के दिनों में पर्यटकों से गुलजार मसूरी में पानी की आवश्यकता बढ़ जाती है.

थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा मसूरीवासियों को: शनिवार की देर रात को राधा भवन स्टेट पर बनाए गए वॉटर टैंक में यमुना नदी से पानी लिफ्ट किया गया. देर रात को ही टैंकों में पानी आना शुरू हो गया. जिससे जल निगम के अधिकारी और कर्मचारियों में खुशी की लहर है. यमुना के जल का काम लगभग पूरा हो चुका है, परंतु अभी मसूरीवासियों को करीब 10 दिन का और इंतजार करना पड़ेगा. क्योंकि यमुना से पानी आने के बाद पाइप लाइन और टैंकों की सफाई की जानी है. जिससे मसूरी वासियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा सके.

यह भी पढ़ें: पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने सुनीं लोगों की समस्याएं, 'सरकार आपके द्वार' योजना से कराया अवगत

उत्तराखंड होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संदीप साहनी ने मसूरी यमुना पेयजल योजना के तहत मसूरी में पानी पहुंचने पर खुशी जाहिर की है. उन्होंने बताया कि मसूरी में पेयजल की समस्या को देखते हुए तत्कालिक मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा दो करोड़ रुपए सर्वे के लिए स्वीकृत किए गए थे. क्षेत्रीय विधायक और कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी के अथक प्रयासों के बाद मसूरी में 144 करोड़ों रुपए की पेयजल योजना स्वीकृत की गई. वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधू के अथक प्रयासों के बाद मसूरी में पेयजल की होने वाली समस्याओं को दूर किया जा सका है. उन्होंने कहा मसूरी यमुना पेयजल योजना के बाद मसूरी में पेयजल की किल्लत नहीं होगी. जिसका सीधा फायदा मसूरी की आम जनता के साथ-साथ पर्यटन के क्षेत्र को भी मिलेगा.

मसूरी: केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी यमुना-मसूरी पेयजल पंपिंग योजना का कार्य लगभग पूरा हो चुका है. जिसके तहत देर रात को यमुना नदी से मसूरी के राधा भवन स्टेट के टैंकरों में पानी पहुंच गया है. इस योजना के पूरा हो जाने से आने वाले लगभग 40 सालों तक मसूरी को पेयजल की समस्या नहीं होगी. राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी, तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और टिहरी सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह व कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी के प्रयासों से यमुना नदी से मसूरी तक पानी लाने की 144 करोड़ की योजना को स्वीकृति मिली थी.

गर्मियों में बढ़ जाती है पेयजल की समस्या: पेयजल योजना के लागू होने से मसूरी को पन्द्रह मिलियन लीटर डेली (एमएलडी) वाटर दिया जा सकेगा. मसूरी में सामान्य दिनों में पानी की सात एमएलडी और सप्ताह के आखिर में आठ एमएलडी खपत होती है. वहीं गर्मियों के दिनों की बात करें तो मसूरी में पानी की खपत बढ़कर 14 एमएलडी हो जाती है. मसूरी में अभी साढ़े सात एमएलडी पेयजल की क्षमता है. जिसमें चार एमएलडी की सप्लाई स्थानीयों को और बाकी यहां के होटलों को दी जाती है. गर्मियों के दिनों में पर्यटकों से गुलजार मसूरी में पानी की आवश्यकता बढ़ जाती है.

थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा मसूरीवासियों को: शनिवार की देर रात को राधा भवन स्टेट पर बनाए गए वॉटर टैंक में यमुना नदी से पानी लिफ्ट किया गया. देर रात को ही टैंकों में पानी आना शुरू हो गया. जिससे जल निगम के अधिकारी और कर्मचारियों में खुशी की लहर है. यमुना के जल का काम लगभग पूरा हो चुका है, परंतु अभी मसूरीवासियों को करीब 10 दिन का और इंतजार करना पड़ेगा. क्योंकि यमुना से पानी आने के बाद पाइप लाइन और टैंकों की सफाई की जानी है. जिससे मसूरी वासियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा सके.

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उत्तराखंड होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संदीप साहनी ने मसूरी यमुना पेयजल योजना के तहत मसूरी में पानी पहुंचने पर खुशी जाहिर की है. उन्होंने बताया कि मसूरी में पेयजल की समस्या को देखते हुए तत्कालिक मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा दो करोड़ रुपए सर्वे के लिए स्वीकृत किए गए थे. क्षेत्रीय विधायक और कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी के अथक प्रयासों के बाद मसूरी में 144 करोड़ों रुपए की पेयजल योजना स्वीकृत की गई. वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधू के अथक प्रयासों के बाद मसूरी में पेयजल की होने वाली समस्याओं को दूर किया जा सका है. उन्होंने कहा मसूरी यमुना पेयजल योजना के बाद मसूरी में पेयजल की किल्लत नहीं होगी. जिसका सीधा फायदा मसूरी की आम जनता के साथ-साथ पर्यटन के क्षेत्र को भी मिलेगा.

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