मसूरी: मसूरी-देहरादून रोड लगातार हो रहे भूस्खलन के चलते देर रात से बंद हो गयी है. 15 घंटे बाद भी मार्ग को खोला नहीं जा सका है. लोग जोखिम भरे रास्ते से जाने को मजबूर हैं.
15 घंटे बाद भी मार्ग बंद पड़ा हुआ है. पहाड़ी से लगातार पत्थर और मलबा आ रहा है. मलबा व पत्थर हटाने में जेसीबी चालक को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. देर रात से बंद पड़ी सड़क के कारण स्थानीय लोगों के साथ देश-विदेश से मसूरी आए पर्यटकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. दूसरी ओर देहरादून जाने के लिये लोग जान को जोखिम में डालकर मसूरी-झड़ीपानी-कोलूखेत मार्ग से अपने वाहनों को उतार रहे हैं जो खतरे से खाली नहीं है.
प्रशासन और पुलिस द्वारा बंद पड़े मार्ग खोलने की कोशिश की जा रही है, लेकिन लगातार आ रहे मलेबे और पत्थरों के कारण मार्ग नहीं खुल पा रहा है. जेसीबी से सड़क पर आये पत्थर और मलबे को हटाने का काम किया जा रहा है.
पढ़ें- टिहरी: भारी बोल्डर और मलबा आने से NH-94 बंद, लगा भीषण जाम
स्थानीय लोगों ने कहा कि लोक निर्माण विभाग द्वारा मसूरी-देहरादून सड़क को चौड़ा करने के लिए कई जगह से पहाड़ को काटा गया है. परंतु मुख्य ठेकेदार द्वारा पहाड़ को काटने का काम पेटी ठेकेदार को दिया गया. जिनके ठेकेदार नान टेक्निकल होने के कारण पहाड़ बेतरतीब तरीके से काटे गए हैं. जिस कारण लगातार भूस्खलन हो रहा है और पत्थर गिर रहे हैं. लोगों ने मांग की है कि पहाड़ को काटने के लिए नियुक्त अधिकारियों के साथ ही ठेकेदार के खिलाफ जांच करके कार्रवाई की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि मसूरी-देहरादून मार्ग खतरे से खाली नहीं है. कौन सा पहाड़ कहां से गिर जाए कुछ पता नहीं है. लोगों ने बताया कि देर रात से मार्ग बंद है और मसूरी देहरादून जाने के लिए किमाडी-मसूरी वैकल्पिक मार्ग है. परंतु वह भी खतरे से खाली नहीं है. ऐसे में लोग जान को जोखिम में डालकर मसूरी-झडीपानी-कोलूखेत से अपने वाहनों को उतार रहे हैं, जिससे कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है.
एसडीएम मसूरी मनीष कुमार ने बताया कि लगातार पहाड़ से मलबा और पत्थर आने के कारण सड़क नहीं खुल पा रही है. जेसीबी चालक को ऊपर से गिर रहे मलबे और पत्थरों से खतरा बना हुआ है. उन्होंने कहा कि फिर भी सड़क से मलबे और पत्थरों को हटाने का कार्य चल रहा है.