देहरादून: देश के अन्य राज्यों की तरह उत्तराखंड में कोरोना बेकाबू होता जा रहा है. कोरोना के बढ़ते मामले पर लगाम लगाने के लिए राजधानी देहरादून में नाइट कर्फ्यू लगाया है. जिसके तहत रात 10 बजे से सुबह पांच बजे तक नाइट कर्फ्यू लागू रहेगा. वहीं 14 अप्रैल से रजमान का पाक महीना भी शुरू होने जा रहा है. ऐसे में मुस्लिम समाज के लोगों ने नाइट कर्फ्यू छूट देने की मांग की है. लेकिन जिला प्रशासन में इसमें असमर्थता जताई है.
देहरादून शहर काजी सहित कई मौलवियों ने देहरादून जिलाधिकारी आशीष श्रीवास्तव से मुलाकात कर रजमान में नाइट कर्फ्यू के दौरान एक घंटे की छूट देने की मांग की थी. देहरादून शहर काजी नाइट कर्फ्यू रात 10 बजे के बचाए 11 बजे से शुरू करने को कह रहे हैं. लेकिन जिलाधिकारी ने इस पर असमर्थता जताई.
जिलाधिकारी ने कहा कि रात्रि से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू का निर्णय उत्तराखंड कैबिनेट ने लिया है. जिसमें वह किसी भी तरह का फेरबदल नहीं कर सकते हैं. हालांकि मुस्लिम समाज के लोग अब मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से मिलकर नाइट कफ्यू में छूट देने की मांग करेंगे.
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मुस्लिम समुदाय के लोगों का कहना है कि रमजान के महीने में प्रतिदिन रात के समय ईशा की नमाज अदा करने के बाद सभी मस्जिदों में तराबीह की विशेष नमाज अदा की जाती है. ऐसे में उन्होंने नाइट कर्फ्यू का समय एक घंटा बढ़ाकर 11 बजे से करने की मांग की है.
वहीं इस बारे में जिलाधिकारी श्रीवास्तव ने कहा कि नाइट कर्फ्यू का समय उत्तराखंड कैबिनेट ने तय किया है. जिसमें वे कोई फेरबदल नहीं कर सकते है. कर्फ्यू का समय घटाने या बढ़ाने का अधिकार उनके क्षेत्र से बाहर है. शासन की तरफ से जो निर्णय लिया गया है, वो उसी का पालन करेंगे.
वहीं देहरादून एसएसपी ने भी कहा कि नाइट कर्फ्यू का समय शासन स्तर पर निर्धारित किया गया है. मुस्लिम समुदाय लोगों ने इसमें कुछ बदलाव की मांग की है. लेकिन समय में फेरबदल करने का अधिकारी प्रशासन और पुलिस के अधिकार क्षेत्र से बाहर है.