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पहली बार निजी स्कूलों से प्रॉपर्टी टैक्स वसूलने में 'फेल' हुआ नगर निगम, दूसरी बार फिर इसी प्लान पर हो रहा काम

नगर निगम ने इस वित्तीय वर्ष में इन सभी स्कूलों का सर्वे करा रहा है. जल्द ही इन सभी स्कूलों से टैक्स वसूलने का काम किया जाएगा. नगर निगम निजी स्कूलों को व्यावसायिक श्रेणी में रखा है.

Municipal Corporation dehradun
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Published : May 29, 2019, 9:05 PM IST

देहरादून: नगर निगम देहरादून अब शहर के निजी स्कूलों से भी भवन कर वसूलने की तैयारी में है. जिसके लिए निगम प्रशासन ने अपना सर्वे भी शुरू कर दिया है. हालांकि बीते वित्तीय वर्ष में निगम ने कुछ बड़े स्कूलों पर प्रॉपर्टी टैक्स भी लगाया था. लेकिन इस मामले को लेकर स्कूल संचालक कोर्ट पहुंच गए थे. ये मामला कोर्ट में लंबित पड़ा है. ऐसे में अब निगम इन स्कूलों को छोड़कर अन्य स्कूलों से प्रॉपर्टी टैक्स वसूलने की तैयारी कर रहा है. शहर में छोटे-बड़े करीब 500 निजी स्कूल हैं. यह सभी स्कूल अब तक नगर निगम को प्रॉपर्टी टैक्स नहीं दे रहे थे.

पढ़ें- वन्यजीवों के रेस्क्यू के तरीकों पर वन मंत्री हरक सिंह से उठाए सवाल, बोले- पुराने उपकरणों से ही किया जा रहा काम

नगर निगम ने इस वित्तीय वर्ष में इन सभी स्कूलों का सर्वे करा रहा है. जल्द ही इन सभी स्कूलों से टैक्स वसूलने का काम किया जाएगा. नगर निगम निजी स्कूलों को व्यावसायिक श्रेणी में रखा है. हालांकि शहर के बड़े स्कूल जैसे कान्वेंट ऑफ़ जीसस एंड मैरी, वेल्हम बॉयज़ और दून स्कूल का भवन कर से जुड़ा मामला कोर्ट में लंबित चल रहा है. इसके अलावा नगर निगम ने सरकारी कार्यालय, कॉलेज, बड़े संस्थान, पुलिस मुख्यालय, सचिवालय, गेस्ट हाउस, एमएलए हॉस्टल और विधानसभा को भवन कर वसूलने के लिए नोटिस भेजा है.

निजी स्कूलों से प्रॉपर्टी टैक्स वसूलेगा नगर निगम

निगम क्षेत्र में भवन कर की दो श्रेणियां हैं, एक आवासीय एवं दूसरी व्यवसायिक. व्यवसायिक कर में भी अलग-अलग श्रेणियां हैं. इनमें एक श्रेणी गैर-आवासीय की है, जिसमें सरकारी कार्यालयों को शामिल किया गया है. साथ ही जो सरकारी भवन आवास में इस्तेमाल हो रहे हैं, उनसे आवासीय श्रेणी का भवन कर वसूला जाएगा. भवन कर के दायरे में सरकारी स्कूल व अस्पतालों को भी पहले ही शामिल किया जा चुका है.

पढ़ें- रुद्रपुर नगर निगम की बैठक में 22 प्रस्तावों पर लगी मुहर, गरीब व्यवसायियों की जेब पर 'डाका'

इस बारे में नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि अभीतक सरकारी कार्यालयों, स्कूल, कॉलेज यह सब प्रॉपर्टी टैक्स नहीं दे रहे थे. लेकिन 2017-18 के वित्तीय वर्ष खत्म होने से पहले इन संस्थाओं से भी प्रॉपर्टी टैक्स लेने का काम शुरू कर दिया गया था. दो बड़े संस्थान से निगम को टैक्स मिली भी है. हाल ही में निगम ने देहरादून रेलवे स्टेशन को नोटिस भेजा है. निजी स्कूलों के सर्वे का काम पूरा होने वाला है. सर्वे का काम खत्म होते ही सभी को डिमांड नोट भेजा जाएगा. निगम को उम्मीद है कि इस वित्तीय वर्ष में उनकी आय दोगुनी होगी.

देहरादून: नगर निगम देहरादून अब शहर के निजी स्कूलों से भी भवन कर वसूलने की तैयारी में है. जिसके लिए निगम प्रशासन ने अपना सर्वे भी शुरू कर दिया है. हालांकि बीते वित्तीय वर्ष में निगम ने कुछ बड़े स्कूलों पर प्रॉपर्टी टैक्स भी लगाया था. लेकिन इस मामले को लेकर स्कूल संचालक कोर्ट पहुंच गए थे. ये मामला कोर्ट में लंबित पड़ा है. ऐसे में अब निगम इन स्कूलों को छोड़कर अन्य स्कूलों से प्रॉपर्टी टैक्स वसूलने की तैयारी कर रहा है. शहर में छोटे-बड़े करीब 500 निजी स्कूल हैं. यह सभी स्कूल अब तक नगर निगम को प्रॉपर्टी टैक्स नहीं दे रहे थे.

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नगर निगम ने इस वित्तीय वर्ष में इन सभी स्कूलों का सर्वे करा रहा है. जल्द ही इन सभी स्कूलों से टैक्स वसूलने का काम किया जाएगा. नगर निगम निजी स्कूलों को व्यावसायिक श्रेणी में रखा है. हालांकि शहर के बड़े स्कूल जैसे कान्वेंट ऑफ़ जीसस एंड मैरी, वेल्हम बॉयज़ और दून स्कूल का भवन कर से जुड़ा मामला कोर्ट में लंबित चल रहा है. इसके अलावा नगर निगम ने सरकारी कार्यालय, कॉलेज, बड़े संस्थान, पुलिस मुख्यालय, सचिवालय, गेस्ट हाउस, एमएलए हॉस्टल और विधानसभा को भवन कर वसूलने के लिए नोटिस भेजा है.

निजी स्कूलों से प्रॉपर्टी टैक्स वसूलेगा नगर निगम

निगम क्षेत्र में भवन कर की दो श्रेणियां हैं, एक आवासीय एवं दूसरी व्यवसायिक. व्यवसायिक कर में भी अलग-अलग श्रेणियां हैं. इनमें एक श्रेणी गैर-आवासीय की है, जिसमें सरकारी कार्यालयों को शामिल किया गया है. साथ ही जो सरकारी भवन आवास में इस्तेमाल हो रहे हैं, उनसे आवासीय श्रेणी का भवन कर वसूला जाएगा. भवन कर के दायरे में सरकारी स्कूल व अस्पतालों को भी पहले ही शामिल किया जा चुका है.

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इस बारे में नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि अभीतक सरकारी कार्यालयों, स्कूल, कॉलेज यह सब प्रॉपर्टी टैक्स नहीं दे रहे थे. लेकिन 2017-18 के वित्तीय वर्ष खत्म होने से पहले इन संस्थाओं से भी प्रॉपर्टी टैक्स लेने का काम शुरू कर दिया गया था. दो बड़े संस्थान से निगम को टैक्स मिली भी है. हाल ही में निगम ने देहरादून रेलवे स्टेशन को नोटिस भेजा है. निजी स्कूलों के सर्वे का काम पूरा होने वाला है. सर्वे का काम खत्म होते ही सभी को डिमांड नोट भेजा जाएगा. निगम को उम्मीद है कि इस वित्तीय वर्ष में उनकी आय दोगुनी होगी.

Intro:नगर निगम ने इस वित्तीय वर्ष से शहर की निजी स्कूलों से भवन कर वसूलने के लिए तैयार है।जिसके लिए नगर निगम ने सभी स्कूलों पर टैक्स का सर्वे शुरू कर दिया है।ओर जल्द ही सर्वे पूरा कर लिया जाएगा।हालांकि पिछले वित्तीय वर्ष में नगर निगम ने कुछ बड़े स्कूलों पर टैक्स लगाया था लेकिन टैक्स के मामले में कुछ स्कूल कोर्ट पहुंच गए थे जिस वजह से कुछ स्कूल का मामला अभी तक कोर्ट में ही लंबित है।नगर निगम ने लंबित स्कूल को छोड़कर बाकि स्कूलों से टैक्स लेने का काम करेगा।


Body:नगर निगम ने सरकारी कार्यालय, कॉलेज, बड़े संस्थान,पुलिस मुख्यालय, सचिवालय, गेस्ट हाउस,एमएलए भवन ओर विधानसभा सभी से टैक्स वसूलने के लिए नोटिस भेजे जा रहे है।और अब शहर में छोटे बड़े करीब 500 निजी स्कूल है इनमें निजी स्कूलो समेत केंद्रीय,मिशनरी ओर ट्रस्ट के स्कूल भी शामिल है।यह सभी स्कूल अब तक नगर निगम को प्रोपर्टी टैक्स नही दे रहे थे।लेकिन नगर निगम ने इस वित्तीय वर्ष में इन सभी स्कूलों का सर्वे शुरू कर रखा है और जल्द ही इन सभी स्कूलों से टैक्स वसूलने का काम किया जाएगा।नगर निगम ने निजी स्कूलों को व्यावसायिक क्षेणी का मानकर वसूली की तैयारी कर रही है।हालांकि शहर के बड़े स्कूल कान्वेंट ऑफ जीसस एन्ड मैरी, वेल्हम बॉयज़ ओर दून स्कूल का टैक्स को लेकर विवाद कोर्ट में लंबित चल रहा है।


Conclusion:नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि प्रोपर्टी टैक्स के लिए इस वित्तीय वर्ष में निर्णय लिया गया था कि अभी तक नगर निगम से काफी प्रोपर्टी छुटी हुई है।नगर निगम के अनुमान से डोमेस्टिक रिहाइश के लोग करीब 1 लाख 24 हज़ार है लेकिन नगर निगम अभी सिर्फ 65 हज़ार से टैक्स वसूल रहे है।बाकि के सर्वे के लिए हमने टेंडर कर दिया है।और इसका सर्वे जल्द से जल्द पूरा हो जाये जिससे हम इस वित्तीय वर्ष में टैक्स लेना शुरू कर दे।अभी तक जो सरकारी कार्यलयों,स्कूल,कॉलेज यह सब हमे प्रोपर्टी टैक्स नही दे रहे थे।लेकिन हम लोगो ने पिछले साल के वित्तीय वर्ष खत्म होने से पहले ही प्रयास शुरू किया।ओर दो बड़े संस्थान से हमे टैक्स मिला है।साथ ही हाल के दिनों में इस वित्तीय वर्ष के लिए रेलवे स्टेशन को नोटिस भेजा है।सभी बड़े सरकारी कार्यलयों को नोटिस भेजे जा रहे है।निजी स्कूलों के सर्वे का काम पूरा होने वाला है ओर इन सब को डिमांड नोट बहुत जल्दी भेजा जाएगा।और हमे उम्मीद है कि पिछले वित्तीय वर्ष की इनकम से दुगना इनकम हो सकती है अगर हम इस कार्य मे सफल रहे।

बाइट-विनय शंकर पांडे(नगर आयुक्त)
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