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मुनि की रेती नगर पालिका के लिए कूड़ा बना आय का साधन, कमाए 12 लाख रुपए

मुनि की रेती नगर पालिका ने अपनी इस योजना से न सिर्फ कूड़े का निस्तारण किया है, बल्कि पालिका की आय भी बढ़ाई है.

rishikesh
ऋषिकेश
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Published : Feb 24, 2020, 8:00 PM IST

Updated : Feb 24, 2020, 8:40 PM IST

ऋषिकेश: पूरे देश के लिए तेजी से बढ़ता कूड़ा परेशानी का सबब बनता जा रहा है, लेकिन नगर पालिका मुनि की रेती ने न सिर्फ इसका हल निकाला है, बल्कि दूसरे नगर निकायों के लिए एक मिसाल भी पेश की है. मुनि की रेती नगर पालिक के लिए ये कूड़ा कमाई की जरिया बन गया है. जी हां आपको जानकर ताज्जुब होगा कि मुनि की रेती नगर पालिक इस कूड़े से अभीतक करीब 12 लाख रुपए काम चुकी है.

कूड़ा निस्तारण के लिए केंद्र और राज्य सरकार अलग-अलग योजनाएं बनाकर कार्य करने में जुटे हुए हैं. दरअसल, जैसे जैसे देश की आबादी बढ़ रही है वैसे ही कूड़ा भी भारी मात्रा में पैदा हो रहा है, लेकिन नगर पालिका मुनि की रेती ने कूड़े से ही नगर पालिका की आय बढ़ाना शुरू कर दिया है जो काबिले तारीफ है.

कूड़ा बना आय का साधन

पढ़ें- रामनगर: नंदपुर गांव पहुंची केंद्रीय भूगर्भ मंत्रालय की टीम, दो घंटे तक किया अध्ययन

नगर पालिका मुनि की रेती के अधिशासी अधिकारी बीपी भट्ट ने बताया कि मुनि की रेती नगर पालिका में जो भी कूड़ा एकत्रित हो रहा है उसमें से जैविक और अजैविक कूड़े को अलग-अलग किया जा रहा है. इसके बाद उसमें से प्लास्टिक, रबड़ और गत्ता जैसे कूड़े को अलग कर उसको बेचा जा रहा है. वहीं बाकी के बचे मटेरियल से खाद बनाकर बेची जा रही है.

भट्ट ने बताया कि अभी मुनि की रेती नगर पालिका को कूड़े से 12 लाख रुपए की आय हुई है. वहीं खाद से 83 हजार रुपए नगर पालिका के कोष में जमा किये गए हैं.

ऋषिकेश: पूरे देश के लिए तेजी से बढ़ता कूड़ा परेशानी का सबब बनता जा रहा है, लेकिन नगर पालिका मुनि की रेती ने न सिर्फ इसका हल निकाला है, बल्कि दूसरे नगर निकायों के लिए एक मिसाल भी पेश की है. मुनि की रेती नगर पालिक के लिए ये कूड़ा कमाई की जरिया बन गया है. जी हां आपको जानकर ताज्जुब होगा कि मुनि की रेती नगर पालिक इस कूड़े से अभीतक करीब 12 लाख रुपए काम चुकी है.

कूड़ा निस्तारण के लिए केंद्र और राज्य सरकार अलग-अलग योजनाएं बनाकर कार्य करने में जुटे हुए हैं. दरअसल, जैसे जैसे देश की आबादी बढ़ रही है वैसे ही कूड़ा भी भारी मात्रा में पैदा हो रहा है, लेकिन नगर पालिका मुनि की रेती ने कूड़े से ही नगर पालिका की आय बढ़ाना शुरू कर दिया है जो काबिले तारीफ है.

कूड़ा बना आय का साधन

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नगर पालिका मुनि की रेती के अधिशासी अधिकारी बीपी भट्ट ने बताया कि मुनि की रेती नगर पालिका में जो भी कूड़ा एकत्रित हो रहा है उसमें से जैविक और अजैविक कूड़े को अलग-अलग किया जा रहा है. इसके बाद उसमें से प्लास्टिक, रबड़ और गत्ता जैसे कूड़े को अलग कर उसको बेचा जा रहा है. वहीं बाकी के बचे मटेरियल से खाद बनाकर बेची जा रही है.

भट्ट ने बताया कि अभी मुनि की रेती नगर पालिका को कूड़े से 12 लाख रुपए की आय हुई है. वहीं खाद से 83 हजार रुपए नगर पालिका के कोष में जमा किये गए हैं.

Last Updated : Feb 24, 2020, 8:40 PM IST
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