देहरादून: देवभूमि उत्तराखंड के विश्व प्रसिद्ध चारधाम गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ धाम के कपाट आगामी 6 महीने तक शीताकाल के लिए बंद हो गए हैं. इस यात्रा सीजन से उत्तराखंड सरकार काफी उत्साहित नजर आ रही है. क्योंकि इस बार चारों धाम में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए है. इस यात्रा सीजन में कुल 32 लाख 40 हजार 882 तीर्थयात्रियों ने चारोंधाम में दर्शन कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है. हालांकि, इस दौरान कुछ खामियां भी देखने को मिली है, जिन्हें सुधारने के लिए सरकार और शासन में अभी से प्रयास शुरू कर दिए हैं.
सबसे पहले उत्तरकाशी जिले में स्थित गंगा और यमुना का उद्गम स्थल गंगोत्री और यमुना के कपाट 7 मई अक्षय तृतीया के दिन खुले थे, जो 29 अक्टूबर को भैयादूज के दिन बंद हुए. इसके बाद रुद्रप्रयाग जिले में स्थित बाबा केदारनाथ धाम के कपाट 9 मई को खुले थे, जो 29 अक्टूबर भैयादूज पर सुबह 8:30 बजे शीतकाल के लिए बंद किए गए थे. आखिर में 10 मई को भगवान बदरी विशाल के कपाट खुले थे. जिनके कपाट 17 नवंबर को बंद हुए थे.
चारधाम पहुंचे तीर्थयात्रियों की संख्या
यमुनोत्री धाम | 4,65,534 |
गंगोत्री धाम | 5,30,334 |
केदारनाथ धाम | 10,000,21 |
बदरीनाथ | 12,449,93 |
इस सीजन तमाम वीआईपी पहुंचे चारधाम
इस बार के यात्रा सीजन में वीवीआई की बात करते तो सबसे पहले 18 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारनाथ पहुंचे थे. यहां उन्होंने धाम में स्थित ध्यानगुफा में रात भी बिताई थी. इसके साथ ही अगले दिन 19 मई को पीएम मोदी बदरीनाथ गए थे, जहां उन्होंने भगवान बदरी विशाल के दर्शन किए थे.
पढ़ें- केदारधाम में सहेजकर रखी जाएंगी पुरातात्विक महत्व की शिव प्रतिमाएं, बनेगा ओपन एयर म्यूजियम
पीएम मोदी के अलावा महाराष्ट्र के राजयपाल भगत सिंह कोश्यारी, थल सेना अध्यक्ष जनरल विपिन रावत, उद्योग पति मुकेश अंबानी, अनिल अंबानी, उत्तराखंड हाई कोर्ट के मुख्य न्यायधीश और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत समेत कई बड़े नेताओं को उघोगपतियों ने चारधाम के दर्शन किए थे.
इस बार 91 लोगों की मौत हुई
स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर शासन-प्रशासन और सरकार जो दावे किए थे. उनमें काफी हदतक कमी देखी गई थी. क्योंकि इस यात्रा सीजन में करीब 91 श्रद्धालुओं की हार्ट अटैक समेत कई अन्य कारणों से मौत हुई. इस यात्रा सीजन में 10 लाख से अधिक यात्री बाबा केदारनाथ के दर्शन करने पहुंचे. जिसमें से 55 श्रद्धालुओं की मौत हुई. वहीं, यमुनोत्री धाम में 17, गंगोत्री और बदरीनाथ में छह-छह श्रद्धालुओं की मौत हुई.
पढ़ें- खुशखबरी! चारों धामों के कपाट बंद होने पर भी अब कर पाएंगे अपने आराध्य के दर्शन
चारधाम की बेहतर व्यवस्थाओं के लिए हर महीने होगी बैठक
इस साल की चारधाम यात्रा से प्रशासन ने सबक लिया है. यही वजह है कि सरकारी तंत्र आगामी सीजन से ठीक पहले की जाने वाली यात्रा व्यवस्थाओं को अभी से ही दुरुस्त करने की कवायद में जुट जाएगा. पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया है. जिसका हर महीने बैठक होगी. बैठक में व्यवस्थाओं के कमियों को दूर करने पर मुख्य रूप से फोकस किया जाएगा. ताकि इस बार तीर्थयात्रियों को जिस तरह की परेशानियों को सामना करना पड़ा है वो उन्हें अगली बार हो.
समय से होगा हेलीकॉप्टर का टेंडर
इस बार भी हेलीकॉप्टर सेवा में तमाम खामियां देखने को मिली थी. इसी को देखते हुए पर्यटन विभाग आगामी यात्रा सीजन के लिए समय से ही टेंडर प्रक्रिया शुरू करने की बात कह रहा है और टेंडर की समय सीमा बढ़ाने पर भी विचार किया जा रहा है.