देहरादून: उत्तराखंड पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई में झारखंड के जामताड़ा, पश्चिम बंगाल, राजस्थान के भरतपुर और हरियाणा के नूह एक दर्जन से ज्यादा साइबर क्रिमिनल को दबोचा है. उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार की फर्जी फेसबुक प्रोफाइल बनाने वाले गिरोह का मास्टरमाइंड भी गिरफ्तार किया गया है. साइबर क्रिमिनल की धरपकड़ के तहत एसटीएफ और साइबर क्राइम पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है.
देशभर के कई राज्यों में धरपकड़ के दौरान 14 से अधिक साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी की गई है. उत्तराखंड डीजीपी की फर्जी फेसबुक प्रोफाइल तैयार करने वाला मास्टरमाइंड भी गिरफ्तार किया गया है. उत्तराखंड पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई में झारखंड के गढ़ जामताड़ा, पश्चिम बंगाल, राजस्थान के भरतपुर और हरियाणा के नूह एक दर्जन से ज्यादा साइबर क्रिमिनल को दबोचा है. एसटीएफ की गिरफ्त में आने वाले अपराधी टीम बनाकर साइबर क्राइम के जाल को देशभर में फैलाए हुए हैं.
कई राज्यों में 150 से अधिक लोगों की टीम धरपकड़ में जुटी
उत्तराखंड में 200 से अधिक साइबर क्राइम के मामले लंबित चल रहे हैं. ऐसे में करोड़ों की धोखाधड़ी का खुलासा करने के और साइबर अपराधियों की धरपकड़ के लिए 150 से अधिक सुरक्षा बलों की टीम कई राज्यों में साइबर क्रिमिनल की धरपकड़ में जुटी हैं. इसी क्रम में उत्तराखंड पुलिस और एसटीएफ को सफलता मिली है.
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डीजीपी की फर्जी प्रोफाइल तैयार करने वाले गिरोह का मास्टरमाइंड भी गिरफ्तार
पिछले दिनों डीजीपी अशोक कुमार की फर्जी फेसबुक प्रोफाइल बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश एसटीएफ ने किया है. एसटीएफ ने मास्टरमाइंड को राजस्थान के भरतपुर से गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि गिरफ्तार मास्टरमाइंड कई हाईप्रोफाइल लोगों के फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर ठगी का काम करता था.
डीजीपी अशोक कुमार की फर्जी फेसबुक आईडी 15 जून को बनाई गई थी. अशोक कुमार आईपीएस के नाम की मैसेंजर पर लोगों से गूगल पे और पेटीएम के माध्यम से पैसे की मांग की जा रही थी. जिसके तहत अज्ञात आरोपी के खिलाफ थाना कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया था.
डीआईजी एसटीएफ नीलेश आनंद भरणे ने जानकारी देते हुए बताया की अज्ञात व्यक्ति द्वारा दिए गए गूगल पे और पेटीएम नंबर की जांच की गई तो पता चला कि मोबाइल नंबर राजस्थान के भरतपुर से संचालित हो रहा है. जिसकी आईडी राम लखन निवासी नुकूमपुर जिला लखीमपुर खीरी के नाम पर पंजीकृत है. पुलिस टीम द्वारा पूछताछ की गई तो पता चला कि राम लखन के गांव में गरीबी रेखा के डिजिटल कार्ड बनाने के लिए एक टीम आई थी. जिसने उसके और उसके गांव वालों के एक मशीन पर हस्ताक्षर और अंगूठा निशान सहित आईडी ली थी.
साथ ही फेसबुक आईडी की जानकारी करने पर पता चला कि फेसबुक आईडी राजस्थान के जनपद भरतपुर क्षेत्र से चल रही है जो शेर मोहम्मद निवासी भरतपुर की है. एसटीएफ की टीम भरतपुर पहुंची तो पता चला कि शेर मोहम्मद की 29 मार्च 2021 को मृत्यु हो चुकी है. साथ जानकारी मिली कि शेर मोहम्मद का दामाद इरशाद फर्जी आईडी बनाकर लोगों से धोखाधड़ी करने काम कर रहा है. जिसमें उसका भाई अरशद और मृतक शेर मोहम्मद का दामाद इरशाद और शेर मोहम्मद का बेटा जाहिद उसके साथ मिलकर यह काम कर रहे हैं.
जिसके बाद एसटीएफ ने जाहिद को भरतपुर से गिरफ्तार किया और उसके द्वारा बताया गया कि तीनों फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर लोगों के साथ धोखाधड़ी कर पैसा कमाते हैं. इरशाद का पीछा करते हुए एसटीएफ की टीम हैदराबाद, विशाखापट्टनम, विजयवाड़ा तक गई और आखिर में एसटीएफ की टीम ने इरशाद को 26 जून को भरतपुर राजस्थान से गिरफ्तार किया. साथ ही अरशद को आज सहारनपुर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया है.