देहरादूनः भारत मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक 10 अक्टूबर से प्रदेश से मॉनसून की विदाई शुरू हो जाएगी. हालांकि, आमतौर पर प्रदेश से मॉनसून 30 सितंबर के आसपास विदा होने लगता था, लेकिन इस बार मॉनसून की विदाई लगभग 10 दिनों की देरी से हो रही है. जिसका कहीं न कहीं धान की फसल पर भी असर पड़ रहा है.
मॉनसून की विदाई के संबंध में जानकारी देते हुए मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि प्रदेश के कुछ पहाड़ी और मैदानी जनपदों में आगामी 7 और 8 अक्टूबर के बीच हल्की बूंदाबांदी हो सकती है. वहीं, इसके बाद मानसून की विदाई का सिलसिला शुरू हो जाएगा. यानि मौसम में नमी कम होने लगेगी.
साल 2015-18 के बीच इस दिन प्रदेश से मानसून विदा हुआ था
साल | मॉनसून की विदाई |
2015 | 29 सितम्बर |
2016 | 08 अक्टूबर |
2017 | 30 सितम्बर |
2018 | 01 अक्टूबर |
2019 | 10 अक्टूबर (अनुमानित) |
वहीं, मॉनसून की विदाई में हो रही देरी से धान की कटाई पर पड़ रहे असर के सम्बन्ध में मौसम निदेशक विक्रम सिंह का कहना है कि उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में मॉनसून की विदाई में 10 दिनों की देरी है. जिसे सामान्य माना जाता है. इसका धान की कटाई पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा, लेकिन अगर बात राजस्थान और पंजाब जैसे राज्यों की करें तो यहां मॉनसून की विदाई में अभी काफी वक्त बचा है. ऐसे में यहां के किसानों को धान की कटाई में दिक्कतें आ सकती हैं.