देहरादून: द्वाराहाट बीजेपी विधायक महेश नेगी से जुड़े दुष्कर्म मामले में पीड़िता की ओर से सीबीआई जांच की मांग वाली याचिका हाईकोर्ट में दाखिल कर दी गई है. कोर्ट ने प्रार्थना पत्र को स्वीकार करते हुए आरोपी बीजेपी विधायक महेश नेगी और उनकी पत्नी रीता को नोटिस जारी किया है.
वहीं, सीबीआई जांच की मांग मामले में कोर्ट ने 10 नवंबर 2020 को सुनवाई की तारीख मुकर्रर की है. इतना ही नहीं हाईकोर्ट में इस पूरे प्रकरण में जांच अधिकारी (IO) से मामले की पूरी प्रोग्रेस रिपोर्ट तलब की है. इसके साथ ही हाईकोर्ट ने पूरी कानूनी प्रक्रिया के संबंध में पीड़ित महिला के वकील एसपी सिंह ने जानकारी की पुष्टि है.
ऐसे में अगर हाई कोर्ट द्वारा इस मामले में कानूनी प्रक्रिया के तहत सीबीआई जांच की संस्तुति की जाती है तो आने वाले दिनों में भाजपा के आरोपित विधायक महेश नेगी सहित अन्य लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
हाईकोर्ट में सीबीआई जांच की याचिका को लेकर पीड़ित महिला के वकील एडवोकेट एसपी सिंह ने बताया कि कोर्ट में सीबीआई जांच की प्रार्थना प्रकार होते हैं. उन्होंने सीबीआई और देहरादून नेहरू कॉलोनी थाना जांच अधिकारी को नोटिस की कॉपी रिसीव करा दी है. वहीं दूसरी तरफ दुष्कर्म मामले में भाजपा विधायक महेश नेगी और उनकी पत्नी रीता नेगी को भी सीबीआई जांच प्रार्थना पत्र स्वीकार का नोटिस जारी किया गया है.
बता दें, बीजेपी विधायक महेश नेगी के खिलाफ दो साल यौन शोषण और मानसिक प्रताड़ना का आरोप मामले में देहरादून के नेहरू कॉलोनी थाने में मुकदमा दर्ज है. इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पूरे प्रकरण की जांच एसआईएस टीम द्वारा की जा रही है.
अभी तक की जांच में महेश नेगी के खिलाफ महिला के साथ मसूरी, दिल्ली सहित कई अन्य होटलों में एक साथ रहने और देहरादून के विधायक हॉस्टल में भी समय गुजारने के दस्तावेज वाले सबूत जांच टीम को हाथ लगे हैं. इतना ही नहीं दुष्कर्म मामले में कई लोगों के बयान दर्ज करने के साथ ही देहरादून पुलिस ने बल्लूपुर स्थित एक निजी अस्पताल से भी विधायक और पीड़ित महिला की मेडिकल जांच संबंधी भी सबूत एकत्र किए हैं. ऐसे में अगर हाईकोर्ट से कानूनी प्रक्रिया और सुनवाई के बाद सीबीआई जांच की मांग स्वीकार कर ली जाती है, तो आगामी दिनों में भाजपा विधायक सहित कई लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती है.