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उत्तराखंड में पिटते पर्यटक और खामोश सिस्टम, क्या ऐसे होगी चारधाम यात्रा ?

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू हो चुकी है. ऐसे में देश-विदेश से श्रद्धालु देवभूमि का रुख कर रहे हैं. कोरोना काल में दो साल बाद इस बार यात्रा फुल फ्लेज में खोली गई है, लेकिन इन दिनों तीर्थयात्रियों से मारपीट की बढ़ती घटनाएं प्रदेश की छवि धूमिल कर रही है. जिससे चारधाम यात्रा भी प्रभावित हो सकती है.

उत्तराखंड में यात्रियों के साथ बदसलूकी और मारपीट
पिटते पर्यटक और खामोश सिस्टम
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Published : May 8, 2022, 7:55 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड की धामी सरकार चारधाम यात्रा को लेकर विज्ञापन पर करोड़ों का खर्च कर रही है. ताकि देश-विदेश के श्रद्धालु और यात्री चारों धामों का रुख करें. सरकार यात्रियों को भरोसा दिला रही है कि उत्तराखंड आपके लिए सुरक्षित है. प्रधानमंत्री मोदी और यूपी के सीएम योगी भी अपने उत्तराखंड दौरे पर लोगों को चारधाम आने का आह्वान करते दिखें, लेकिन पिछले कई दिनों से यात्रियों के साथ बदसलूकी और मारपीट की जो तस्वीरें सामने आ रही है. वो उत्तराखंड में 'अतिथि देवो भव:' की छवि धूमिल कर रही है. ऐसे में चारधाम यात्रा के दौरान हुई इन घटनाओं से देश-दुनिया में क्या संदेश जाएगा ?

चारधाम यात्रा का आगाज: 3 मई को गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा का आगाज हो गया है. देशभर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु यात्रा के लिए उत्तराखंड आ रहे हैं. ऐसे में कोरोना काल में दो साल बाद पर्यटन और कारोबार के पटरी पर लौटने की उम्मीद जगी है, सरकार भी चारधाम यात्रा को लेकर होस्ट की भूमिका में नजर आ रही है, लेकिन पिछले कुछ दिनों में जो सोशल मीडिया पर यात्रियों के साथ बदसलूकी और मारपीट की घटनाएं सामने आई हैं, वो कहीं ना कहीं यात्री सुरक्षा को लेकर संदेह पैदा कर रही है.

क्या ऐसे होगी चारधाम यात्रा ?

पेट्रोल पंप कर्मियों ने पर्यटकों को धुना: सबसे ज्यादा यात्री के साथ मारपीट की घटनाएं हरिद्वार से सामने से आ रही है. हम आपको बताते हैं कि हरिद्वार में कब-कब और क्या-क्या हुआ. बीते 1 मई को हरिद्वार रेलवे स्टेशन के पास स्थित एक पेट्रोल पंप पर जब बाहर से आए कुछ यात्री पेट्रोल भरवा रहे थे, तभी पेट्रोल पंप के कर्मियों के साथ यात्रियों की कहासुनी हो गई, लेकिन पेट्रोल पंप कर्मियों ने यात्रियों की गलती को लेकर पुलिस को सूचना नहीं दी. वहीं, तैस में आकर 10 पेट्रोल पंप कर्मियों ने दो पर्यटकों की जमकर धुनाई कर दी. वहीं, इस घटना का किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया, जो तेजी से वायरल हो रहा है.

ये भी पढ़ें: Ganga Saptami 2022: CM पुष्कर सिंह धामी ने की मां गंगा की पूजा अर्चना, गंगा महोत्सव की शुरुआत

हरिद्वार गंगा घाट पर चले डंडे: 5 मई को भी हरिद्वार स्थित हर की पैड़ी गंगा घाट पर यात्रियों और स्थानीय दुकानदारों के बीच किसी बात पर कहासुनी हो गई. देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ा कि यात्रियों और दुकानदारों के बीच खूब लाठी-डंडे चले. घटना को लेकर यात्रियों ने आरोप लगाया कि फड़ लगाने वाले किसी दुकानदार ने महिला यात्री के साथ बदतमीजी की. जिसका यात्रियों ने विरोध किया. मामले में पुलिस ने दोनों पक्षों के कुल 10 लोगों के खिलाफ चालान काटने की कार्रवाई की थी.

हरिद्वार स्टेशन के बाहर यात्री से मारपीट: यात्रा सीजन की वजह से हरिद्वार में सभी होटल और धर्मशाला फुल है. यात्रियों का आने का सिलसिला जारी है. 6 मई को भी एक वीडियो सामने आया, जिसमें हरिद्वार रेलवे स्टेशन के बाहर एक शादीशुदा जोड़ा अपने बच्चे के साथ दिखाई दे रहा है. वहीं, वीडियो में कुछ दुकानदार लोग युवक के साथ जमकर मारपीट करते दिखाई दे रहे हैं. वहीं, महिला अपने बच्चे के साथ पति को छोड़ने के लिए गिड़गिड़ाती नजर आ रही है, लेकिन मानों इन दुकानदारों के सिर पर खून सवार हो. उन्होंने युवक को जमकर पीटा. इतना ही नहीं उन्होंने यात्री के कपड़े तक फाड़ डाले. हालांकि, दोनों के बीच लड़ाई किसी वजह से हुई थी, ये पता नहीं चला है.

पार्किंग को लेकर यात्रियों से मारपीट: ऐसा ही एक मामला 17 अप्रैल को सामने आया. जहां दिल्ली से हरिद्वार आए यात्रियों ने एक घर के बाहर कार जैसे ही रोकी स्थानीय निवासी भड़क गए. स्थानीयों को ये बात इतनी नागवार गुजरी की उन्होंने महिला सहित सभी यात्रियों के ऊपर लाठी-डंडों से हमला कर दिया. वहीं, इस मारपीट का वीडियो किसी ने बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. वहीं, लगातार हो रही इन घटनाओं पर एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह ने कहा कि यात्री से मारपीट की शिकायत अगर मिलती है तो दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

ये भी पढ़ें: चारधाम यात्रा 2022: ब्रह्म मुहूर्त में खुले बदरीनाथ धाम के कपाट, PM मोदी के नाम से हुई पहली पूजा

घटनाओं से तीर्थ पुरोहित बेहद चिंतित: यात्रियों से मारपीट की घटनाओं को लेकर तीर्थ पुरोहित भी बेहद चिंतित हैं. तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि हरिद्वार हो या ऋषिकेश या फिर उत्तराखंड का कोई भी धार्मिक स्थल, यहां आने वाले जो श्रद्धालु हैं. उन्हीं के कारण तीर्थ पुरोहित और यहां के व्यापारियों का घर चल रहा है. अगर उनके साथ इस तरह की घटना हो रही है, तो यह बेहद निंदनीय है. इस तरह की घटना ना हो, इसके लिए ना केवल पुलिस को बल्कि व्यापारियों और उत्तराखंड के हर व्यक्ति को यह सोचना और समझना होगा कि बाहर से आने वाले यात्रियों से इस तरह का व्यवहार ना किया जाए. इससे ना केवल शहर और राज्य की छवि खराब होती है, बल्कि श्रद्धालु दोबारा आने से भी संकोच करता है.

कभी-कभी यात्रियों की भी होती है गलती: ऐसा नहीं है कि हर बार पर्यटक ही सही होते हैं. ऋषिकेश, हरिद्वार, देहरादून और मसूरी सहित तमाम पर्यटक स्थलों पर बार-बार देखने को मिला है कि दूसरे राज्यों से आये कुछ यात्री यहां का माहौल खराब करने की भी कोशिश करते हैं. बीते दिनों कई ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जहां पर नशीले पदार्थों के साथ धार्मिक स्थलों पर लोगों को पकड़ा गया है. ऋषिकेश में गंगा किनारे बैठकर शराब पीने की घटना से लेकर हरिद्वार में गंगा घाटों पर हुक्का पीने की घटनाएं सामने आती रही हैं. इतना ही नहीं कुछ असामाजिक तत्व यात्रियों के वेश में कई बड़ी घटनाओं को भी अंजाम देते रहे हैं.

ये भी पढ़ें: चारधाम यात्रा 2022: बख्शे नहीं जाएंगे लापरवाह अधिकारी और कर्मचारी, UPCL के इंजीनियर निलंबित

कांग्रेस कर रही है मांग: वहीं, इन तमाम घटनाओं को लेकर कांग्रेस भी हैरान है. कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी का कहना है कि जिस तरह के वीडियो और घटनाएं सामने आ रही हैं. वह राज्य के लिए सही नहीं है. लिहाजा, राज्य सरकार इस पर विशेष तौर पर ध्यान दें. अगर इस तरह की घटनाएं यहां पर होंगी तो यह चारधाम यात्रा को प्रभावित कर सकती हैं. ऐसे में पुलिस अधिकारियों को दोषियों के खिलाफ सख्त एक्शन लेना चाहिए.

पुलिस ऐसे लोगों को कर रही चिह्नित: डीआईजी गढ़वाल करण नगन्याल का कहना है कि ये घटनाएं राज्य के लिए बिल्कुल भी सही नहीं है. इन घटनाओं को लेकर हरिद्वार पुलिस को आदेश दिए गए हैं कि घटना करने वाले कौन व्यक्ति हैं, इसकी जांच की जाए. इसी वजह से हरिद्वार सहित तमाम धार्मिक स्थलों पर सत्यापन का अभियान चलाया जा रहा है. ताकि, कुछ संदिग्ध लोग स्थानीय निवासी बनकर इस तरह की घटनाओं को अंजाम ना दे रहे हो. उत्तराखंड पुलिस ऐसे लोगों के खिलाफ अभी भी कार्रवाई कर रही है और आगे भी करती रहेगी. क्योंकि ये राज्य बिना पर्यटकों के अधूरा है.

देहरादून: उत्तराखंड की धामी सरकार चारधाम यात्रा को लेकर विज्ञापन पर करोड़ों का खर्च कर रही है. ताकि देश-विदेश के श्रद्धालु और यात्री चारों धामों का रुख करें. सरकार यात्रियों को भरोसा दिला रही है कि उत्तराखंड आपके लिए सुरक्षित है. प्रधानमंत्री मोदी और यूपी के सीएम योगी भी अपने उत्तराखंड दौरे पर लोगों को चारधाम आने का आह्वान करते दिखें, लेकिन पिछले कई दिनों से यात्रियों के साथ बदसलूकी और मारपीट की जो तस्वीरें सामने आ रही है. वो उत्तराखंड में 'अतिथि देवो भव:' की छवि धूमिल कर रही है. ऐसे में चारधाम यात्रा के दौरान हुई इन घटनाओं से देश-दुनिया में क्या संदेश जाएगा ?

चारधाम यात्रा का आगाज: 3 मई को गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा का आगाज हो गया है. देशभर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु यात्रा के लिए उत्तराखंड आ रहे हैं. ऐसे में कोरोना काल में दो साल बाद पर्यटन और कारोबार के पटरी पर लौटने की उम्मीद जगी है, सरकार भी चारधाम यात्रा को लेकर होस्ट की भूमिका में नजर आ रही है, लेकिन पिछले कुछ दिनों में जो सोशल मीडिया पर यात्रियों के साथ बदसलूकी और मारपीट की घटनाएं सामने आई हैं, वो कहीं ना कहीं यात्री सुरक्षा को लेकर संदेह पैदा कर रही है.

क्या ऐसे होगी चारधाम यात्रा ?

पेट्रोल पंप कर्मियों ने पर्यटकों को धुना: सबसे ज्यादा यात्री के साथ मारपीट की घटनाएं हरिद्वार से सामने से आ रही है. हम आपको बताते हैं कि हरिद्वार में कब-कब और क्या-क्या हुआ. बीते 1 मई को हरिद्वार रेलवे स्टेशन के पास स्थित एक पेट्रोल पंप पर जब बाहर से आए कुछ यात्री पेट्रोल भरवा रहे थे, तभी पेट्रोल पंप के कर्मियों के साथ यात्रियों की कहासुनी हो गई, लेकिन पेट्रोल पंप कर्मियों ने यात्रियों की गलती को लेकर पुलिस को सूचना नहीं दी. वहीं, तैस में आकर 10 पेट्रोल पंप कर्मियों ने दो पर्यटकों की जमकर धुनाई कर दी. वहीं, इस घटना का किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया, जो तेजी से वायरल हो रहा है.

ये भी पढ़ें: Ganga Saptami 2022: CM पुष्कर सिंह धामी ने की मां गंगा की पूजा अर्चना, गंगा महोत्सव की शुरुआत

हरिद्वार गंगा घाट पर चले डंडे: 5 मई को भी हरिद्वार स्थित हर की पैड़ी गंगा घाट पर यात्रियों और स्थानीय दुकानदारों के बीच किसी बात पर कहासुनी हो गई. देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ा कि यात्रियों और दुकानदारों के बीच खूब लाठी-डंडे चले. घटना को लेकर यात्रियों ने आरोप लगाया कि फड़ लगाने वाले किसी दुकानदार ने महिला यात्री के साथ बदतमीजी की. जिसका यात्रियों ने विरोध किया. मामले में पुलिस ने दोनों पक्षों के कुल 10 लोगों के खिलाफ चालान काटने की कार्रवाई की थी.

हरिद्वार स्टेशन के बाहर यात्री से मारपीट: यात्रा सीजन की वजह से हरिद्वार में सभी होटल और धर्मशाला फुल है. यात्रियों का आने का सिलसिला जारी है. 6 मई को भी एक वीडियो सामने आया, जिसमें हरिद्वार रेलवे स्टेशन के बाहर एक शादीशुदा जोड़ा अपने बच्चे के साथ दिखाई दे रहा है. वहीं, वीडियो में कुछ दुकानदार लोग युवक के साथ जमकर मारपीट करते दिखाई दे रहे हैं. वहीं, महिला अपने बच्चे के साथ पति को छोड़ने के लिए गिड़गिड़ाती नजर आ रही है, लेकिन मानों इन दुकानदारों के सिर पर खून सवार हो. उन्होंने युवक को जमकर पीटा. इतना ही नहीं उन्होंने यात्री के कपड़े तक फाड़ डाले. हालांकि, दोनों के बीच लड़ाई किसी वजह से हुई थी, ये पता नहीं चला है.

पार्किंग को लेकर यात्रियों से मारपीट: ऐसा ही एक मामला 17 अप्रैल को सामने आया. जहां दिल्ली से हरिद्वार आए यात्रियों ने एक घर के बाहर कार जैसे ही रोकी स्थानीय निवासी भड़क गए. स्थानीयों को ये बात इतनी नागवार गुजरी की उन्होंने महिला सहित सभी यात्रियों के ऊपर लाठी-डंडों से हमला कर दिया. वहीं, इस मारपीट का वीडियो किसी ने बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. वहीं, लगातार हो रही इन घटनाओं पर एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह ने कहा कि यात्री से मारपीट की शिकायत अगर मिलती है तो दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

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घटनाओं से तीर्थ पुरोहित बेहद चिंतित: यात्रियों से मारपीट की घटनाओं को लेकर तीर्थ पुरोहित भी बेहद चिंतित हैं. तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि हरिद्वार हो या ऋषिकेश या फिर उत्तराखंड का कोई भी धार्मिक स्थल, यहां आने वाले जो श्रद्धालु हैं. उन्हीं के कारण तीर्थ पुरोहित और यहां के व्यापारियों का घर चल रहा है. अगर उनके साथ इस तरह की घटना हो रही है, तो यह बेहद निंदनीय है. इस तरह की घटना ना हो, इसके लिए ना केवल पुलिस को बल्कि व्यापारियों और उत्तराखंड के हर व्यक्ति को यह सोचना और समझना होगा कि बाहर से आने वाले यात्रियों से इस तरह का व्यवहार ना किया जाए. इससे ना केवल शहर और राज्य की छवि खराब होती है, बल्कि श्रद्धालु दोबारा आने से भी संकोच करता है.

कभी-कभी यात्रियों की भी होती है गलती: ऐसा नहीं है कि हर बार पर्यटक ही सही होते हैं. ऋषिकेश, हरिद्वार, देहरादून और मसूरी सहित तमाम पर्यटक स्थलों पर बार-बार देखने को मिला है कि दूसरे राज्यों से आये कुछ यात्री यहां का माहौल खराब करने की भी कोशिश करते हैं. बीते दिनों कई ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जहां पर नशीले पदार्थों के साथ धार्मिक स्थलों पर लोगों को पकड़ा गया है. ऋषिकेश में गंगा किनारे बैठकर शराब पीने की घटना से लेकर हरिद्वार में गंगा घाटों पर हुक्का पीने की घटनाएं सामने आती रही हैं. इतना ही नहीं कुछ असामाजिक तत्व यात्रियों के वेश में कई बड़ी घटनाओं को भी अंजाम देते रहे हैं.

ये भी पढ़ें: चारधाम यात्रा 2022: बख्शे नहीं जाएंगे लापरवाह अधिकारी और कर्मचारी, UPCL के इंजीनियर निलंबित

कांग्रेस कर रही है मांग: वहीं, इन तमाम घटनाओं को लेकर कांग्रेस भी हैरान है. कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी का कहना है कि जिस तरह के वीडियो और घटनाएं सामने आ रही हैं. वह राज्य के लिए सही नहीं है. लिहाजा, राज्य सरकार इस पर विशेष तौर पर ध्यान दें. अगर इस तरह की घटनाएं यहां पर होंगी तो यह चारधाम यात्रा को प्रभावित कर सकती हैं. ऐसे में पुलिस अधिकारियों को दोषियों के खिलाफ सख्त एक्शन लेना चाहिए.

पुलिस ऐसे लोगों को कर रही चिह्नित: डीआईजी गढ़वाल करण नगन्याल का कहना है कि ये घटनाएं राज्य के लिए बिल्कुल भी सही नहीं है. इन घटनाओं को लेकर हरिद्वार पुलिस को आदेश दिए गए हैं कि घटना करने वाले कौन व्यक्ति हैं, इसकी जांच की जाए. इसी वजह से हरिद्वार सहित तमाम धार्मिक स्थलों पर सत्यापन का अभियान चलाया जा रहा है. ताकि, कुछ संदिग्ध लोग स्थानीय निवासी बनकर इस तरह की घटनाओं को अंजाम ना दे रहे हो. उत्तराखंड पुलिस ऐसे लोगों के खिलाफ अभी भी कार्रवाई कर रही है और आगे भी करती रहेगी. क्योंकि ये राज्य बिना पर्यटकों के अधूरा है.

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