देहरादूनः उत्तराखंड वन विभाग में एक बार फिर बड़े बदलाव की सुगबुगाहट सुनाई देने लगी है. रविवार को वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत और वन विभाग के पूर्व मुखिया राजीव भरतरी की गुपचुप मुलाकात हुई. माना जा रहा है कि यह बातचीत कुछ खास मुद्दों को लेकर थी, जिसके बाद महकमे में किसी बड़े बदलाव की संभावनाओं को व्यक्त किया जा रहा है.
कॉर्बेट नेशनल पार्क में अवैध निर्माण और पेड़ों के कटान मामले को लेकर कई अधिकारियों पर कार्रवाई की बात कही गई. इसमें वन विभाग के मुखिया राजीव भरतरी को भी हटाने की चर्चाएं रही, हालांकि, सीनियर आईएफएस अधिकारी राजीव भरतरी इस मामले से पल्ला झाड़ते रहे. विभाग में हुए बड़े बदलाव के बीच वन विभाग के मुखिया के तौर पर विनोद सिंघल को कुर्सी नवाजी गई. लेकिन अब खबर है कि वन मंत्री प्रमुख वन संरक्षक विनोद सिंघल के कामकाज से खुश नहीं हैं और हाल ही में अवैध खनन से लेकर तमाम दूसरे कई कार्यों को लेकर भी वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत कुछ नाराज दिख रहे हैं.
ये भी पढ़ेंः NIT सुमाड़ी के लिए पेयजल योजना तैयार, 16 KM दूर अनलनंदा नदी से पानी होगा अपलिफ्ट
ऐसे में इस नाराजगी के बीच वन विभाग के पूर्व मुखिया राजीव भरतरी ने वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत के यमुना कॉलोनी स्थित आवास पर उनसे गुपचुप मुलाकात की है. वहीं, खबर है कि विभाग के कई मुद्दों को लेकर उनसे हरक सिंह रावत ने बातचीत की. हालांकि, रविवार को इस गोपनीय मुलाकात के बाद महकमे में कुछ बड़े बदलाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है. हाल ही में विनोद सिंघल विभाग में मुखिया के तौर पर नियुक्त किए गए हैं, लेकिन मौजूदा परिस्थितियों के लिहाज से किसी भी बड़े बदलाव से इनकार नहीं किया जा सकता है.