देहरादूनः उद्यान विभाग में कथित अनियमितताओं और उद्यान निदेशक के कथित भ्रष्टाचार की जांच की मांग (Allegations of corruption on director Horticulture) को लेकर रानीखेत के सामाजिक कार्यकर्ता दीपक करगेती (Social worker Deepak Kargeti) ने देहरादून के गांधी पार्क में आमरण अनशन शुरू किया था. 14 सितंबर को राज्य आंदोलनकारियों ने 13 दिन के आमरण अनशन के बाद दीपक का अनशन समाप्त कराया. दीपक अब कोरोनेशन अस्पताल में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं. वहीं, मामले में कृषि मंत्री गणेश जोशी ने जांच के आदेश दे दिए हैं.
कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कृषि व उद्यान सचिव को उद्यान निदेशालय में कथित अनियमितताओं की जांच के आदेश दिए हैं. 15 दिन के भीतर जांच रिपोर्ट सहित पत्रावली प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं. लेकिन अस्पताल में स्वास्थ्य लाभ ले रहे सामाजिक कार्यकर्ता दीपक करगेती ने जांच को लेकर सवाल उठाए हैं.
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उन्होंने कहा कि 13 दिन के उनके आमरण अनशन के बाद आखिरकार उद्यान मंत्री ने जांच के आदेश दे दिए हैं, लेकिन अभी भी जांच को लेकर संशय बरकरार है. क्योंकि कृषि मंत्री ने पूर्व में भी उद्यान निदेशक से स्पष्टीकरण मांगा था, लेकिन उद्यान निदेशक की तरफ से अभी तक उसका कोई जवाब नहीं आया है. उन्होंने कहा कि उद्यान निदेशालय में ऐसे अफसर बैठे हैं जो अपने ही विभाग के मंत्री को किसी भी प्रश्न का उत्तर देना उचित नहीं समझते हैं.
उन्होंने मांग उठाते हुए कहा कि जांच प्रभावित ना हो इसके लिए उद्यान निदेशक को या तो पद मुक्त कर दिया जाए या फिर उन्हें जबरन अवकाश पर भेज दिया जाए. ताकि उद्यान निदेशालय में हुई कथित अनियमितताओं की निष्पक्ष जांच हो पाए.