देहरादून: सभी कमर्शियल ट्रांसपोर्ट मालिक पुराने नई दिल्ली बस स्टैंड गांधी रोड पर एकत्रित हुए. टैक्सी यूनियन, ऑटो यूनियन, विक्रम यूनियन, और सिटी बस यूनियन के प्रतिनिधियों ने बैठक में भाग लिया. बैठक के दौरान सभी ने एक मत से देहरादून में चलने वाली इलेक्ट्रिक बस का विरोध किया. सभी कमर्शियल ट्रांसपोर्ट मालिकों का मानना है इलेक्ट्रिक बसों के संचालन से देहरादून कमर्शियल वाहन संचालन से जुड़े हजारों लोगों का रोजगार छिन जाएगा.
बैठक में निर्णय लिया गया की अगली बैठक में देहरादून कमर्शियल परिवहन संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारियों का गठन कर लिया जाएगा. उसके बाद आगे आंदोलन की रूपरेखा तय की जाएगी. रणनीति के तहत 1 दिन का सांकेतिक हड़ताल कर चक्का जाम करने के लिए दिन तय किया जाएगा. उसके बाद अगली रणनीति में तय होने पर यह अनिश्चितकालीन भी हो सकता है.
बता दें कि अध्यक्ष ट्रांसपोर्ट कमिश्नर की ओर से एसटीए की बैठक जो 24 दिसंबर 2020 को संपन्न हुई. उस बैठक में इलेक्ट्रिक बसों के किराए में वृद्धि का फैसला लिया गया, जो किराया सिटी बसों के किराए के बराबर ही है, जिससे सिटी बसों के अस्तित्व पर ही खतरा मंडरा गया है.
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यूनियन ने आरोप लगाया की यह कैसी विडंबना है इधर तो आरटीओ कहते हैं की इलेक्ट्रिक बसों के लिए कोई परमिट नहीं है तो फिर बिना परमिट के कैसे सिटी बसों के रूट मार्ग की तरह इलेक्ट्रिक बसों के भी रूट मार्ग तय कर किराया तय कर दिया गया है.शासन को वाहन स्वामियों को भी है भेद बताना होगा की कैसे एक करोड़ की इलेक्ट्रिक बस इतने कम किराए में कैसे लाभ में चल सकती है, जिससे कि हम सभी कमर्शियल वाहन स्वामियों को भी फायदा पहुंच सके.
महानगर सिटी बस सेवा महासंघ के अध्यक्ष विजय वर्धन डंडरियाल ने बताया की आज इलेक्ट्रिक बस के विरोध में टैक्सी यूनियन, ऑटो यूनियन, विक्रम यूनियन, और सिटी बस यूनियन के प्रतिनिधियों ने मिलकर बैठक आयोजित की. इलेक्ट्रिक बस के संचालन से देहरादून जनपद में चलने वाले टोटल वाहनों की संख्या 6260 और उससे जुड़े हजारों परिवार का रोजगार छिन जाएगा.
बैठक के दौरान सभी कमर्शियल ट्रांसपोर्ट से जुड़े लोगों की मांग है की स्मार्ट सिटी लिमिटेड अध्यक्ष आरटीए और अध्यक्ष एस टी ए को आपस में समन्वय स्थापित कर इलेक्ट्रिक बसों के लिए समय सारणी रूट मार्ग एवं एरिया नोटिफाइड करना चाहिए. उसके साथ साथ इलेक्ट्रिक बसों के लिए एक निश्चित किराया तय होना चाहिए, जिससे कि छोटे बड़े कमर्शियल वाहन स्वामी जैसे ऑटो थ्री व्हीलर टेंपो विक्रम टैक्सी इत्यादि जो देहरादून शहर में अपने वाहनों का संचालन कर रहे हैं उन्हें भी नुकसान न उठाना पड़े.