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डोईवाला विधानसभा: कई गांवों की बदली तस्वीर तो कुछ को आज भी 'विकास' का इंतजार

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Published : Aug 13, 2020, 4:53 PM IST

डोईवाला विधानसभा क्षेत्र के कई गांव आज भी ऐसे है, जिन्हें विकास की दरकार है. हालांकि, सरकारी योजनाओं को कुछ गांवों की तस्वीर बदल गई है, लेकिन कुछ गांवों को आज भी विकास का इंतजार है.

डोईवाला
डोईवाला

डोईवाला: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की विधानसभा क्षेत्र डोईवाला में जॉलीग्रांट एयरपोर्ट तक चमचमाती सड़कें देखने को मिल सकती है, लेकिन ग्रामीणों इलाकों के हालात इससे जुदा है. जहां कुछ इलाकों में तो पुल बनने से ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है. वहीं, कुछ इलाकों में हालात आज भी जस के तस हैं. जिसके चलते आज भी लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

राजधानी देहरादून से सटी डोईवाला विधानसभा में जैसे ही आप देहरादून की तरफ से प्रवेश करेंगे तो राजीव गांधी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम के बाद से ही लगातार थानों और जॉलीग्रांट एयरपोर्ट तक चमचमाती हुई सड़कें आपके सफर को बेहद खुशनुमा कर देगी, लेकिन यदि बात डोईवाला विधानसभा अंदरूनी इलाकों की करें तो वहां आज भी लोगों की मुश्किलें कम नहीं हुई है. हालांकि, कुछ जगहों पर विकास कार्य भी हुए हैं यानी पुल और सड़कों का निर्माण किया गया है.

आज भी 'विकास' का इंतजार.

पढ़ें- चमोली में भारी बारिश से गौशाला गिरी, तीन मवेशियों की मौत

डोईवाला विधानसभा के सिंधवाल और उससे आसपास के दर्जनों गांव में आजादी के बाद पहली बार नदी को पार करने के लिए एक स्थाई पुल बनाया गया था. पहले यहां के ग्रामीण नदी के रास्ते ही शहर गांव से बाहर जाया करते थे. बरसात के दिनों जब नदी उफान पर होती थी तो इनका संपर्क तहसील और जिला मुख्यालय से कट जाता था. बच्चे को स्कूल जाने के लिए जान जोखिम में डालनी पड़ती थी. हालांकि, त्रिवेंद्र सरकार के सत्ता में आने के बाद यहा की तस्वीर बदली और मुख्यमंत्री ने बीते साल यहां पर तकरीब 6 करोड़ 74 लाख की लागत से एक पुल का निर्माण करवाया.

लेकिन कुछ गांव अभी भी ऐसे हैं, जहां त्रिवेंद्र सरकार में भी विकास का पहिया नहीं घूमा है. थानों से आगे भोगपुर समेत दर्जनों गांव ऐसे है, जो आज भी विकास से कोसों दूर हैं. थानों से भोगपुर गांव जाने के लिए आज भी लोगों को वेदाल्टा नदी से होकर गुजरान पड़ता है. बरसात से तो स्थित और भी खराब हो जाती है. लोग अपनी जाम जोखिम में डालकर यहां सफर करते हैं.

पढ़ें- नैनीताल: नदी से जोखिम भरी यात्रा करने को मजबूर रोपा गांव के लोग, पुल की मांग

वहीं, यहां की विकास योजनाओं को लेकर जब मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के ओएसडी धीरेंद्र पंवार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वेदाल्टा नदी पर जल्द ही पुल का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा. वेदाल्टा नदी पर पुल बनाने के 17.5 करोड़ का एक प्रोजेक्ट पास किया गया है. अब टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी और बरसात खत्म होते ही निर्माण कार्य शुरू होगा.

डोईवाला: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की विधानसभा क्षेत्र डोईवाला में जॉलीग्रांट एयरपोर्ट तक चमचमाती सड़कें देखने को मिल सकती है, लेकिन ग्रामीणों इलाकों के हालात इससे जुदा है. जहां कुछ इलाकों में तो पुल बनने से ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है. वहीं, कुछ इलाकों में हालात आज भी जस के तस हैं. जिसके चलते आज भी लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

राजधानी देहरादून से सटी डोईवाला विधानसभा में जैसे ही आप देहरादून की तरफ से प्रवेश करेंगे तो राजीव गांधी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम के बाद से ही लगातार थानों और जॉलीग्रांट एयरपोर्ट तक चमचमाती हुई सड़कें आपके सफर को बेहद खुशनुमा कर देगी, लेकिन यदि बात डोईवाला विधानसभा अंदरूनी इलाकों की करें तो वहां आज भी लोगों की मुश्किलें कम नहीं हुई है. हालांकि, कुछ जगहों पर विकास कार्य भी हुए हैं यानी पुल और सड़कों का निर्माण किया गया है.

आज भी 'विकास' का इंतजार.

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डोईवाला विधानसभा के सिंधवाल और उससे आसपास के दर्जनों गांव में आजादी के बाद पहली बार नदी को पार करने के लिए एक स्थाई पुल बनाया गया था. पहले यहां के ग्रामीण नदी के रास्ते ही शहर गांव से बाहर जाया करते थे. बरसात के दिनों जब नदी उफान पर होती थी तो इनका संपर्क तहसील और जिला मुख्यालय से कट जाता था. बच्चे को स्कूल जाने के लिए जान जोखिम में डालनी पड़ती थी. हालांकि, त्रिवेंद्र सरकार के सत्ता में आने के बाद यहा की तस्वीर बदली और मुख्यमंत्री ने बीते साल यहां पर तकरीब 6 करोड़ 74 लाख की लागत से एक पुल का निर्माण करवाया.

लेकिन कुछ गांव अभी भी ऐसे हैं, जहां त्रिवेंद्र सरकार में भी विकास का पहिया नहीं घूमा है. थानों से आगे भोगपुर समेत दर्जनों गांव ऐसे है, जो आज भी विकास से कोसों दूर हैं. थानों से भोगपुर गांव जाने के लिए आज भी लोगों को वेदाल्टा नदी से होकर गुजरान पड़ता है. बरसात से तो स्थित और भी खराब हो जाती है. लोग अपनी जाम जोखिम में डालकर यहां सफर करते हैं.

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वहीं, यहां की विकास योजनाओं को लेकर जब मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के ओएसडी धीरेंद्र पंवार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वेदाल्टा नदी पर जल्द ही पुल का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा. वेदाल्टा नदी पर पुल बनाने के 17.5 करोड़ का एक प्रोजेक्ट पास किया गया है. अब टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी और बरसात खत्म होते ही निर्माण कार्य शुरू होगा.

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