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यूक्रेन में फंसे छात्रों के परिजन चिंतित, त्रिवेंद्र रावत ने हेल्पलाइन नंबर को लेकर कही ये बात

रूस और यूक्रेन की बीच तनाव जारी है. उत्तराखंड के भी कई छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं. ऐसे में यूक्रेन में फंसे छात्रों के परिजनों को उनकी सुरक्षा की चिंता सता रही है. हैरानी की बात तो ये है कि प्रदेश सरकार के पास ये आंकड़े भी नहीं है कि यूक्रेन में उत्तराखंड के कितने छात्र फंसे हैं? जिसे लेकर कांग्रेस हमलावर हो गई है.

Russia Ukraine Conflict
रूस और यूक्रेन की बीच तनाव
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Published : Feb 22, 2022, 6:29 PM IST

Updated : Feb 22, 2022, 9:28 PM IST

देहरादूनः रूस-यूक्रेन के बीच बढ़ते विवाद को लेकर वहां पर पढ़ाई कर रहे छात्रों के परिजन चिंतित हैं. हालांकि, यूक्रेन में रह रहे छात्रों के परिजनों का कहना है कि उनकी बच्चों से बात हो रही है. अभी तो सब ठीक है, लेकिन बिगड़ती स्थिति को देखते हुए सभी परिजन अपने बच्चों को अब वापस बुला रहे हैं. वहीं, अभी तक शासन और प्रशासन के पास भी यह आंकड़े नहीं हैं कि वहां पर उत्तराखंड के कितने छात्र हैं?

यूक्रेन में पढ़ाई कर रहे छात्रों की मानें तो वहां पर उत्तराखंड के छात्रों की संख्या 400 से 500 के बीच हो सकती है तो वहीं इस सब के बीच अब कांग्रेस ने भी केंद्र सरकार की तर्ज पर प्रदेश सरकार से हेल्पलाइन नंबर जारी करने की मांग की है. जिससे यूक्रेन से छात्र मदद के लिए सीधा संपर्क कर सकें.

यूक्रेन में फंसे छात्रों के परिजन चिंतित.

ये भी पढ़ेंः Russia-Ukraine Crisis: उत्तराखंड के कई छात्र यूक्रेन में फंसे, तनाव-दहशत के बीच घरों में कैद

यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे छात्र आशीष नौटियाल के पिता गजेंद्र प्रसाद नौटियाल का कहना है कि अभी अपने बच्चे से बात हो रही है. फिलहाल, सब ठीक है, लेकिन प्रदेश सरकार को उनके बच्चों को स्वदेश लाने के लिए मदद करनी चाहिए. क्योंकि, फ्लाइट का जो किराया है, वो काफी ज्यादा हो गया है. वो खुद भी 20 से 30 हजार ही वहन कर सकते हैं.

त्रिवेंद्र रावत ने हेल्पलाइन नंबर को लेकर कही ये बात.

वहीं, यूक्रेन में पढ़ाई कर रहे एक छात्र के पिता का कहना है कि उनकी बेटे से बात हुई है. बेटे ने उन्होंने बताया कि अभी स्थिति ठीक है, लेकिन उसके बावजूद भी एहतियात के तौर पर उन्होंने अपने बेटे को वापस बुला लिया है. दो से तीन दिन के भीतर उनका बेटा भी स्वदेश लौट आएगा.

ये भी पढ़ेंः यूक्रेन के विद्रोहियों के साथ संबंधों को मजबूत कर आगे बढ़ रहा रूस

इस मामले को लेकर कांग्रेस ने प्रदेश सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता वशी जैदी ने कहा कि हालांकि, केंद्र सरकार ने एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया है, लेकिन प्रदेश सरकार अभी भी कुछ भी करने को तैयार नहीं हैं. जबकि, अभी यह आंकड़े भी साफ नहीं हो पाए हैं कि उत्तराखंड के कितने छात्र यूक्रेन में हैं?

Uttrakhand Student in Ukraine
कांग्रेस ने लिखा पत्र.

उनका कहना है कि छात्रों के लिए भारतीय दूतावास और उनकी यूनिवर्सिटी ने वापसी की एडवाइजरी जारी कर दी है. जैदी ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि यूक्रेन में फंसे छात्रों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी कर उन्हें वापस लाने के लिए उचित व्यवस्था की जाए. जिससे छात्र सकुशल स्वदेश लौट सकें.

गणेश गोदियाल ने सीएम धामी को लिखा पत्रः कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने सीएम पुष्कर धामी को पत्र लिखकर यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड के छात्र और रोजगार के लिए गए लोगों को वापस लाने के लिए केंद्र सरकार से विशेष विमान की व्यवस्था करने की मांग की है. वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि इस प्रकार की समस्या कोरोनाकाल में भी देश के सामने आई थी. इसलिए हमें केंद्र सरकार पर पूर्ण विश्वास रखना चाहिए.

त्रिवेंद्र रावत बोले अंतरराष्ट्रीय नीतियों का मामला, सरकार लोगों को लाने के लिए प्रतिबद्धः पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि यूक्रेन और रूस का अंतरराष्ट्रीय नीतियों का मामला है. इस पर किसी प्रकार की टिप्पणी नहीं की जा सकती. रही बात हेल्पलाइन नंबर की तो केंद्र सरकार अपने लोगों को लाने के लिए प्रतिबद्ध है.

देहरादूनः रूस-यूक्रेन के बीच बढ़ते विवाद को लेकर वहां पर पढ़ाई कर रहे छात्रों के परिजन चिंतित हैं. हालांकि, यूक्रेन में रह रहे छात्रों के परिजनों का कहना है कि उनकी बच्चों से बात हो रही है. अभी तो सब ठीक है, लेकिन बिगड़ती स्थिति को देखते हुए सभी परिजन अपने बच्चों को अब वापस बुला रहे हैं. वहीं, अभी तक शासन और प्रशासन के पास भी यह आंकड़े नहीं हैं कि वहां पर उत्तराखंड के कितने छात्र हैं?

यूक्रेन में पढ़ाई कर रहे छात्रों की मानें तो वहां पर उत्तराखंड के छात्रों की संख्या 400 से 500 के बीच हो सकती है तो वहीं इस सब के बीच अब कांग्रेस ने भी केंद्र सरकार की तर्ज पर प्रदेश सरकार से हेल्पलाइन नंबर जारी करने की मांग की है. जिससे यूक्रेन से छात्र मदद के लिए सीधा संपर्क कर सकें.

यूक्रेन में फंसे छात्रों के परिजन चिंतित.

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यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे छात्र आशीष नौटियाल के पिता गजेंद्र प्रसाद नौटियाल का कहना है कि अभी अपने बच्चे से बात हो रही है. फिलहाल, सब ठीक है, लेकिन प्रदेश सरकार को उनके बच्चों को स्वदेश लाने के लिए मदद करनी चाहिए. क्योंकि, फ्लाइट का जो किराया है, वो काफी ज्यादा हो गया है. वो खुद भी 20 से 30 हजार ही वहन कर सकते हैं.

त्रिवेंद्र रावत ने हेल्पलाइन नंबर को लेकर कही ये बात.

वहीं, यूक्रेन में पढ़ाई कर रहे एक छात्र के पिता का कहना है कि उनकी बेटे से बात हुई है. बेटे ने उन्होंने बताया कि अभी स्थिति ठीक है, लेकिन उसके बावजूद भी एहतियात के तौर पर उन्होंने अपने बेटे को वापस बुला लिया है. दो से तीन दिन के भीतर उनका बेटा भी स्वदेश लौट आएगा.

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इस मामले को लेकर कांग्रेस ने प्रदेश सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता वशी जैदी ने कहा कि हालांकि, केंद्र सरकार ने एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया है, लेकिन प्रदेश सरकार अभी भी कुछ भी करने को तैयार नहीं हैं. जबकि, अभी यह आंकड़े भी साफ नहीं हो पाए हैं कि उत्तराखंड के कितने छात्र यूक्रेन में हैं?

Uttrakhand Student in Ukraine
कांग्रेस ने लिखा पत्र.

उनका कहना है कि छात्रों के लिए भारतीय दूतावास और उनकी यूनिवर्सिटी ने वापसी की एडवाइजरी जारी कर दी है. जैदी ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि यूक्रेन में फंसे छात्रों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी कर उन्हें वापस लाने के लिए उचित व्यवस्था की जाए. जिससे छात्र सकुशल स्वदेश लौट सकें.

गणेश गोदियाल ने सीएम धामी को लिखा पत्रः कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने सीएम पुष्कर धामी को पत्र लिखकर यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड के छात्र और रोजगार के लिए गए लोगों को वापस लाने के लिए केंद्र सरकार से विशेष विमान की व्यवस्था करने की मांग की है. वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि इस प्रकार की समस्या कोरोनाकाल में भी देश के सामने आई थी. इसलिए हमें केंद्र सरकार पर पूर्ण विश्वास रखना चाहिए.

त्रिवेंद्र रावत बोले अंतरराष्ट्रीय नीतियों का मामला, सरकार लोगों को लाने के लिए प्रतिबद्धः पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि यूक्रेन और रूस का अंतरराष्ट्रीय नीतियों का मामला है. इस पर किसी प्रकार की टिप्पणी नहीं की जा सकती. रही बात हेल्पलाइन नंबर की तो केंद्र सरकार अपने लोगों को लाने के लिए प्रतिबद्ध है.

Last Updated : Feb 22, 2022, 9:28 PM IST
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