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Russia-Ukraine War: जंग का सीधा असर आपकी जेब पर, महंगी हो सकती हैं ये चीजें

रूस और यूक्रेन के बीच जारी तनातनी आपकी जेब पर बुरा असर डालती दिख रही है. इन दोनों देशों की इस जंग का असर पूरी दुनिया को भुगतना पड़ रहा है. आपको जानकार हैरानी होगी कि इस जंग का असर दुनिया भर के स्मार्टफोन यूजर्स पर भी पड़ेगा क्योंकि स्मार्टफोन्स की कीमतें काफी बढ़ सकती हैं. आइए इसके पीछे की वजह जानते हैं.

Russia Ukraine War
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Published : Feb 25, 2022, 5:47 PM IST

हैदराबाद: पिछले कुछ दिनों से रूस और यूक्रेन के बीच काफी विवाद चल रहा है, जिसका असर भारत पर भी पड़ रहा है. भारत भले ही रूस यूक्रेन से सैकड़ों मील दूर हो, लेकिन इस वैश्विक तबाही से आपकी जेब भी अछूती नहीं रहेगी. इस जंग का तमाम लोगों और रोजमर्रा के सामानों की कीमतों पर भी सीधा असर हो रहा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसका असर Smartphones पर भी पड़ने वाला है?

भारत तेल से लेकर जरूरी मशीनरी ही नहीं मोबाइल और लैपटॉप जैसे गैजेट्स के लिए दूसरे देशों पर निर्भर है, लेकिन रूस और यूक्रेन की जंग के चलते कई चीजों की सप्लाई चेन टूट गई है. सप्लाई में रुकावट होने की आशंका से निकिल और एल्युमीनियम की कीमतें कई साल के हायेस्ट लेवल पर पहुंच गई हैं. रूस के कमोडिटी एक्सपोर्ट में तांबा भी शामिल है. इतना ही नहीं रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव के कारण सोना, डायमंड, स्टील, कोबाल्ट और प्लेटिनम भी महंगे हो सकते हैं. तांबे का इस्तेमाल करके सेमीकंडक्टर (चिप) की मैनुफैक्चरिंग की जाती है, लेकिन तांबे की कीमतें बढ़ने के कारण पहले से चल रही चिप की शॉर्टेज और अधिक बढ़ने वाली है.

पढ़ें- यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड के छात्रों की वापसी के लिए सचिवालय में बड़ी बैठक, NSA डोभाल से भी हुई बात

मोबाइल फोन और गाड़ियां हो सकती हैं महंगी: एशिया और यूरोप तांबे के लिए निर्यात बाजार हैं. ऐसे में भारत भी इस चिप की कमी के चलते प्रभावित हो सकता है. अब चूंकि तांबा महंगा होगा, तांबे से चिप बनती है, चिप का इस्तेमाल गाड़ियों और मोबाइल फोन की मैनुफैक्चरिंग में किया जाता है, तो तांबे की उपलब्धता और कीमतों में बढ़ोतरी के चलते फोन, गाड़ियों और चिप के साथ आने वाले दूसरे इलेक्ट्रॉनिक सामान भी महंगे हो सकते हैं. कुल मिलाकर रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध होने से इनडायरेक्ट भारत समेत कई देशों की अर्थव्यवस्था प्रभावित होने वाली है.

हैदराबाद: पिछले कुछ दिनों से रूस और यूक्रेन के बीच काफी विवाद चल रहा है, जिसका असर भारत पर भी पड़ रहा है. भारत भले ही रूस यूक्रेन से सैकड़ों मील दूर हो, लेकिन इस वैश्विक तबाही से आपकी जेब भी अछूती नहीं रहेगी. इस जंग का तमाम लोगों और रोजमर्रा के सामानों की कीमतों पर भी सीधा असर हो रहा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसका असर Smartphones पर भी पड़ने वाला है?

भारत तेल से लेकर जरूरी मशीनरी ही नहीं मोबाइल और लैपटॉप जैसे गैजेट्स के लिए दूसरे देशों पर निर्भर है, लेकिन रूस और यूक्रेन की जंग के चलते कई चीजों की सप्लाई चेन टूट गई है. सप्लाई में रुकावट होने की आशंका से निकिल और एल्युमीनियम की कीमतें कई साल के हायेस्ट लेवल पर पहुंच गई हैं. रूस के कमोडिटी एक्सपोर्ट में तांबा भी शामिल है. इतना ही नहीं रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव के कारण सोना, डायमंड, स्टील, कोबाल्ट और प्लेटिनम भी महंगे हो सकते हैं. तांबे का इस्तेमाल करके सेमीकंडक्टर (चिप) की मैनुफैक्चरिंग की जाती है, लेकिन तांबे की कीमतें बढ़ने के कारण पहले से चल रही चिप की शॉर्टेज और अधिक बढ़ने वाली है.

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मोबाइल फोन और गाड़ियां हो सकती हैं महंगी: एशिया और यूरोप तांबे के लिए निर्यात बाजार हैं. ऐसे में भारत भी इस चिप की कमी के चलते प्रभावित हो सकता है. अब चूंकि तांबा महंगा होगा, तांबे से चिप बनती है, चिप का इस्तेमाल गाड़ियों और मोबाइल फोन की मैनुफैक्चरिंग में किया जाता है, तो तांबे की उपलब्धता और कीमतों में बढ़ोतरी के चलते फोन, गाड़ियों और चिप के साथ आने वाले दूसरे इलेक्ट्रॉनिक सामान भी महंगे हो सकते हैं. कुल मिलाकर रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध होने से इनडायरेक्ट भारत समेत कई देशों की अर्थव्यवस्था प्रभावित होने वाली है.

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