देहरादून: फर्जी रजिस्ट्री मामले के मुख्य आरोपियों का क्लेमेंटाउन थाने में दर्ज सम्पत्ति ध्वस्तीकरण के मुकदमे में कोतवाली नगर पुलिस ने न्यायिक रिमाण्ड लिया. फर्जी रजिस्ट्री घोटाले में मुख्य आरोपियों ने ही क्लेमेंटाउन स्थित संपत्ति की फर्जी रजिस्ट्री तैयार की थी. बता दें फर्जी रजिस्ट्री घोटाले में पहले ही 13 आरोपियों पर गैंगस्टर की धारा लगाई जा चुकी है.
कुसुम कपूर ने शिकायत दर्ज कराई थी 12 जनवरी 2022 को क्लेमेंटाउन में अपनी सम्पत्ति पर निर्मित भवन को आरोपी अमित यादव और उसके साथ आये अन्य व्यक्तियों के द्वारा सम्पत्ति में घुसकर खुर्द-बुर्द करते हुये भवन को ध्वस्त कर दिया था. पीड़िता की तहरीर के आधार पर 17 जनवरी 2022 को क्लेमेंटाउन थाने में अमित यादव सहित अन्य आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. जिसके बाद तत्कालीन डीजीपी अशोक कुमार के निर्देश के बाद पूरे मामले की जांच हरिद्वार पुलिस से कराई गई. जांच के दौरान आरोपी रणदीप रंधावा और नन्द किशोर की बताई जगह से लूटा हुआ सामान बरामद किया गया.
पुलिस टीम ने मुकदमे में फर्जी दस्तावेज पाये जाने पर धाराओं की बढ़ोत्तरी करते हुए नामजद आरोपी अमित यादव, मोना रंधावा, और सौरभ कूपर सहित मामले में अन्य आरोपी रणदीप रंधावा,नंद किशोर काला,वीर सिंह कश्यप,सन्नी उर्फ शारिक, शोएब अहमद,सूरज क्षेत्री,विशाल भारद्वाज,सिद्धांत अरोडा और सुरजीत सिंह को हिरासत में लेकर उनकी संलिप्त्ता के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया था.
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कोतवाली नगर में पंजीकृत फर्जी रजिस्ट्री घोटाले मामले की एसआईटी जांच में आया है की आरोपी केपी सिंह ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर थाना क्लेमेंटाउन पर पंजीकृत मुकदमे से सम्बन्धित सम्पत्ति की फर्जी रजिस्ट्री की. न्यायालय से आदेश के बाद अग्रिम जांच पर आरोपी केपी सिंह के साथ कमल विरमानी,इमरान अहमद,अजय क्षेत्री,रोहिताश सिंह, महेश चन्द्र उर्फ छोटू,अजय मोहन पालीवाल और डालचंद का नाम भी सामने आया. जिसके बाद आरोपी कमल विरमानी, इमरान अहमद,अजय क्षेत्री,रोहिताश सिंह,महेश चन्द्र उर्फ छोटू, अजय मोहन पालीवाल और डालचंद की न्यायिक रिमांड लेकर कार्यवाही की जा रही है.