देहरादून: वन मंत्री हरक सिंह रावत और श्रम बोर्ड के अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल के बीच विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है. वहीं, इस मामले पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने सीएम तीरथ रावत से दोनों के बीच मध्यस्थता कराने की अपील की है.
सीएम कराए दोनों में मध्यस्थता: मदन
उत्तराखंड में भाजपा के दो नेताओं का विवाद लगातार सियासी चर्चा का विषय बनता जा रहा है. वन मंत्री हरक सिंह रावत और श्रम बोर्ड के अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल के बीच लगातार जुबानी जंग जारी है. जिसको लेकर कांग्रेस पार्टी बीजेपी पर हमलावर है. जिससे प्रदेश भाजपा की छवि को नुकसान हो रहा है. मदन कौशिक से जब इस मामले के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से मैंने इसको लेकर को आग्रह किया है कि वे दोनों नेताओं के बीच मध्यस्थता कर मामले का निपटारा करें.
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हरक सिंह रावत नाराज
गौर हो कि बीते दिन श्रम बोर्ड के अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल ने मुख्यमंत्री तीरथ रावत से मुलाकात की थी और अपना पक्ष उनके सामने रखा था. वहीं, दूसरी तरफ हरक सिंह रावत लगातार मामले को लेकर मुखर बने हुए हैं. कभी वह मुख्यमंत्री की बैठक में शामिल नहीं हो रहे तो कभी अपने आंसू बहा कर अपना पक्ष मीडिया के सामने रख रहे हैं.
हरक और सत्याल का विवाद
आपको बता दें कि कर्मकार कल्याण बोर्ड में विवाद इस कदर बढ़ चुका है कि मंत्री हरक सिंह रावत भी मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से बात कर चुके हैं, लेकिन उन्हें न हटाए जाने पर वह, अब सरकार से भी नाराज चल रहे हैं. वहीं, सीएम से बातचीत में बोर्ड अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल ने बताया कि वह पिछले 40 साल से भाजपा के कार्यकर्ता हैं और प्रदेश भाजपा में कई पदों पर जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं. लेकिन मंत्री हरक सिंह रावत लगातार जो अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं, वो भाजपा के एक छोटे से कार्यकर्ता पर सीधे तौर पर एक आक्रमण है.